टीम इंडिया (Team India) के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने पिछले साल दिसंबर महीने में सभी तरह के क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. भज्जी पिछले काफी सालों से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. वहीं आईपीएल में भी उन्हें काफी कम ही मौके मिल रहे थे. जिसके बाद उन्होंने 40 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया. अब संन्यास लेने के एक महीने बाद हरभजन सिंह ने एक बयान देते हुए बीसीसीआई (BCCI) के ऊपर कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं.
हरभजन सिंह ने बीसीसीआई को लिया आड़े हाथ
पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने बीसीसीआई (BCCI) के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए एक बड़ा बयान दिया है.हाल ही में हरभजन से भारतीय टीम का कप्तान न बनाए जाने को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा,
हां, कोई कभी मेरी कप्तानी के बारे में सवाल नहीं करता. मैं BCCI में किसी ऐसे इंसान को नहीं जानता था, जो कप्तानी को लेकर मेरा नाम आगे रख सके या मेरी बात बढ़ा सके. यदि आप बोर्ड में किसी पावरफुल सदस्य के फेवरेट नहीं है, तो आपको ऐसा सम्मान नहीं मिल सकता, लेकिन हमें अब इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए. मुझे कप्तानी नहीं मिलने का कोई अफ़सोस नहीं है. मै बतौर खिलाड़ी देश की सेवा करके खुश हूँ.
शानदार रहा है अंतरराष्ट्रीय करियर
हरभजन (Harbhajan Singh) को भले ही टीम इंडिया की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला. वह IPL फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस (MI) के कप्तान रहे. साल 2011 मुंबई ने उन्हीं की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को हराकर चैंपियंस लीग टी-20 टूर्नामेंट पर कब्जा जमाया था. भज्जी ने टीम इंडिया के लिए बतौर खिलाड़ी कई मैच जीताऊ प्रदर्शन किये हैं. टेस्ट क्रिकेट में भज्जी भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे स्थान पर हैं. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 413 विकेट हासिल किये हैं.
विकेट लेने के मामले में उनसे आगे केवल, अनिल कुंबले (Anil Kumble), कपिल देव (Kapil Dev) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) है. भज्जी, साल 2007 और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड चैम्पियन बनी टीम इंडिया का हिस्सा भी रह चुके हैं.