भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का नाम जहन में आते ही भारत की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 का विजय घोष कानों में गूंजने लगता है। इस खिलाड़ी के बूते टीम इंडिया ने सिडनी टेस्ट ड्रॉ करवाया था, कंगारू तेज गेंदबाजों के वार को सहते हुए दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने भारत की लाज बचाई और मुकाबला ड्रॉ करवा दिया। अब भारत को एक और विदेशी दौरा करते हुए वेस्टइंडीज से लोहा लेना है। लेकिन इससे पहले हनुमा विहारी ने अपनी टीम ही बदल डाली है।
Hanuma Vihari ने बदली अपनी टीम
दरअसल, वेस्टइंडीज दौरे पर हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का चयन नहीं किया गया है। बीसीसीआई की ओर से चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी जैसे दिग्गज बल्लेबाजों से आगे बढ़ने का फैसला कर लिया गया है। लिहाजा अब इस खिलाड़ी का मुख्य टीम में वापसी करने का चांस बेहद कम है।
इस बीच 29 वर्षीय बल्लेबाज ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी घरेलू टीम बदल ली है। उन्होंने आंध्रप्रदेश का साथ छोड़ मध्यप्रदेश का रुख कर लिया है। उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर में अबतक 113 मैच खेलते हुए 8600 रन बनाये हैं। जिसमें 23 शतक और 45 अर्धशतक भी शामिल है।
आखिरी बार इंग्लैंड में मिला मौका
हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने टीम इंडिया के लिए आखिरी टेस्ट मैच पिछले साल 1 जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। जब 2021 में खेली गई टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेलने भारत इंग्लैंड गई थी। इस मैच की दोनों पारियों में उन्होंने क्रमश: 20 और 11 रन बनाए थे।
इस विफलता के बाद उनका टीम से पत्ता कट गया और टीम मैनेजमेंट ने शुभमन गिल को टेस्ट टीम का हिस्सा बनाने का फैसला किया। हाल ही में अजिंक्य रहाणे ने टीम में 18 महीने बाद वापसी की है, यदि हनुमा विहारी भी घरेलू क्रिकेट में शानदार फॉर्म दिखाते हैं तो उनके लिए टीम इंडीय के दरवाजे खुल सकते हैं।
वेस्टइंडीज की धरती पर शानदार आंकड़े
बात की जाए हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) के आंकड़ों की तो आखिरी बार भारतीय ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था तो हनुमा विहारी ने 96.33 की औसत से 289 रन बनाए थे। जिसमें से 1 शतक भी था, लिहाजा कैरिबियाइई देश में इस बल्लेबाज को रन बनाना बखूबी आता है। हनुमा विहारी ने अबतक 16 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 33 की औसत के साथ 839 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 5 अर्धशतक भी निकले थे।