Hanum Vihari: भारतीय टीम (Team India) के कई सीनियर खिलाड़ी संन्यास की कगार पर पहुंच चुके हैं। कुछ खिलाड़ियों के बल्ले से रन निकलने बंद हो गए हैं तो कई खिलाड़ियों के लिए परिस्थिती इस तरह की बन गई है कि वे किसी भी समय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं।
अब इसी बीच टीम इंडिया के दिग्गज मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) का भी इस लिस्ट में नाम जुड़ता हुई दिखाई दे रहा है। वह 2022 के बाद से इंटरनेशनल टीम से बाहर है। फॉर्म, फिटनेस और मौजूदा स्थिती को देखा जाए तो उनके लिए चारों तरफ से टीम इंडिया के दरवाज़े बंद हो चुके हैं।
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इंग्लैंड के खिलाफ खेला था आखिरी टेस्ट
हनुमा विहारी ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट 2022 में इंग्लैड (IND vs ENG) के खिलाफ एजबेस्टन में खेला था। इसके बाद से वह टीम से लगातार बाहर ही चल रहे हैं। एजबेस्टन टेस्ट में विहारी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे लेकिन उन्हें टीम से ड्रॉप होने की उम्मीद नहीं थी। इंग्लैड के बाद जब वेस्ट इंडीज के खिलाफ उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था फैंस ने चयनकर्ताओं पर कई तरह के सवाल खड़े किए थे।
ड्रॉप होने के बाद छलका था दर्द
टेस्ट टीम से अचानक बाहर होने के बाद हनुमा विहारी काफी दुखी हुए थे। मीडिया से बात करते हुए वह भावुक भी दिखाई दिए। विहारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा था- "निश्चित रूप से निराशा हूं। मुझे कोई कारण नहीं मिला कि मुझे क्यों हटाया गया और यही एकमात्र चीज थी जो मुझे परेशान कर रही थी। वास्तव में किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मुझे नहीं बताया कि मुझे क्यों हटाया गया। इसमें कुछ समय लगा और मैं उतार-चढ़ाव से गुजरा हूं। मैं अब इसके बारे में चिंतित नहीं हूं। मैंने अपनी व्यक्तिगत बातों को अलग रख दिया है और मैं इस बारे में ज्यादा तनाव नहीं लेता कि मैं भारतीय टीम में हूं या नहीं।"
घरेलू क्रिकेट में कर रहे हैं खुद को साबित
अंतर्राष्ट्रीय टीम में भले ही विहारी वापसी कर पाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हों लेकिन पिछले कुछ समय से वह घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करने में लगे हुए हैं। उन्होंने पीटीआई को दिए बयान में कहा था- "35 साल की उम्र में अजिंक्य रहाणे वापसी कर सकते हैं तो फिर मैं क्यों नहीं। टीम से बाहर होने पर आपकी मानसिकता पर असर पड़ता है, लेकिन आप वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ते हैं. मैं अभी सिर्फ 29 साल का हूं और मेरे अंदर अभी काफी क्रिकेट बचा हुआ है।"
हनुमा विहारी घरेलू क्रिकेट में की पिछली 16 पारियों में 4 अर्धशतक और एक शतक जड़ चुके हैं। रणजी ट्रॉफी 2024-24 (Ranji Trophy 2024-25) के पहले मैच में उनका बल्ला शांत रहा लेकिन अभी उनके लिए आगे काफी मुकाबले बचे हुए हैं।
क्या हनुमा विहारी के साथ हुई नाइंसाफी!
हनुमा विहारी किस शैली के बल्लेबाज हैं, ये उन्होंने 2021 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बता दिया था। सिडनी टेस्ट में उन्होनें हैमस्ट्रिंग में लगी चोट के बावजूद 161 गेंदों पर नाबाद 23 रन ठोके थे। उन्होंने 259 गेंदों पर अश्विन के साथ मिलकर 62 रन की पार्टनरशिप की थी और उस मुकाबले को ड्रॉ कराया था।
वह कई बार खुद को एक सटीक टेस्ट खिलाड़ी के रूप में साबित कर चुकें। लेकिन उनके साथ अकसर नाइंसाफी होती हुई देखने को मिली है। उन्हें टीम में हमेशा किसी खिलाड़ी की रिप्लेसमेंट के रूप में ही जगह मिली। जिसके चलते वह अपनी प्रतिभा को पूरी तरह से साबित करने से चूक गए है। हालांकि अब शायद उनके हाथ से समय निकल चुका है। किसी भी समय वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।