हनुमा विहारी ने इंग्लैंड में टेस्ट से पहले चुनौतियों को लेकर किया खुलासा, कप्तान को दी कई अहम सलाह

Published - 04 Jul 2021, 05:11 AM

hanuma vihari-virat kohli

इंग्लैंड (England) दौरे के लिए टीम इंडिया ने 2 जून की रात उड़ान भरा था और बीते गुरूवार को पूरी टीम साउथैम्प्टन में कदम रख चुकी है. इसी बीच टीम में शामिल मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने कप्तान विराट (Virat Kohli) को इंग्लैंड की सरजमीं पर शुरू होने वाले टेस्ट मैच को लेकर कई बड़ी सलाह दी है. दरअसल वो काफी वक्त से ही ब्रिटेन में हैं और वारविकशायर काउंटी के लिए खेल रहे हैं. लेकिन, अपने बल्ले से अभी तक वो कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. हालांकि इस रिपोर्ट के जरिए जानते हैं कि उन्होंने अपने बयान में क्या बातें कही हैं.

काउंटी में खेल रहे मध्यक्रम के भारतीय बल्लेबाज ने दिए कई टिप्स

hanuma vihari

भले ही भारतीय टीम के इस मिडिल ऑर्डर खिलाड़ी के बल्ले से काउंटी में ज्यादा कुछ रन ना निकले हों. लेकिन, इंग्लैंड की धरती पर उनकी सलाह कप्तान के लिए अहम साबित हो सकती है. क्योंकि, टेस्ट श्रृंखला से पहले ही उन्होंने ड्यूक बॉल के खिलाफ काफी ज्यादा प्रैक्टिस की है. ऐसे में उनका ये अनुभव उन्हें WTC के फाइनल की प्लेइंग इलेवन में जगह दिला सकता है. काउंटी से पहले आखिरी बार सिडनी टेस्ट में में अपने प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों के दिल में खास जगह बनाने वाले हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने अपने बयान में कहा कि,

"ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल की जाने वाली कूकाबरा गेंद के मुकाबले ड्यूक बॉल पूरे दिन गेंदबाजों को किसी न किसी तरह की मदद करती रहती है. जबकि कूकाबरा की गेंद कुछ ही देर में मुलायम रूप धारण कर लेती है. लेकिन, ड्यूक गेंद की सख्ती पूरे दिन बरकरार रहती है. यह हवा में भी काम करती है और पिच पर टप्पा खाने के बाद इसे सीम भी पूरे दिन मिलती है. इससे पूरे दिन गेंदबाजों को मदद मिलती है. और बल्लेबाजों के सामने मुख्य चुनौती है".

ड्यूक गेंद की खासियत को लेकर भारतीय बल्लेबाज ने कही ये बात

इसी सिलसिले में 'ईएसपीएनक्रिकइंफो' से आगे बात करते हुए हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने कहा कि,

'जब मैं अप्रैल में इंग्लैंड आए था, तो मौसम काफी ठंडा था. ऐसे में यदि आपने महसूस किया कि आप पिच पर सेट हो चुके हैं, तब भी स्विंग और सीम आपको हैरानी में डाल सकती है. उन्होंने दावा किया कि, जब वो एसेक्स के खिलाफ 32 और 52 रन के आसपास आउट हुए तो, सोचा कि पिच बल्लेबाजी के लिए अच्छी है. लेकिन, ड्यूक गेंद की सख्त सीम होने की वजह से यह अपना काम अच्छे से कर रही थी'.

साल 2018 की बात है, जब ओवल में खेले गए पहले ही टेस्ट मैच में कप्तान विराट कोहली ने इस मिडिल बल्लेबाज को एंडरसन और ब्रॉड जैसे बॉलरों के सामने खेलने से जुड़े कुछ टिप्स दिए थे. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, उस समय में वो टिप्स काफी खास थे और इस दौरान गुजरे समय के साथ मेरी तकनीक में काफी चेंजेज भी हुए हैं. उस दौर के हिसाब से मेरी तकनीक थोड़ी अलग थी. तब मैं युवा था और अपना पहला टेस्ट खेल रहा था और मैं काफी ज्यादा शफल भी कर रहा था.

इंग्लैंड में ड्यूक गेंद और मौसम की होगी खास भूमिका

आगे हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने कहा कि,

'दो साल पहले के मुकाबले मेरा अपने खेल पर ज्यादा नियंत्रण है. अब मैं आउट और इन स्विंग को अच्छे तरीके से खेलता हूं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि, इंग्लैंड में हमारे लिए बड़ी चुनौती ड्यूक बॉल से निपटना होगा. निश्चित ही, यहां मौसम की भी अच्छी खासी भूमिका होगी. क्योंकि जब धूप खिली होती है, तो बल्लेबाजी करना आसान होता है. जबकि बादल छाने के बाद गेंद हिलने लगती हैं. सेशन की शुरुआत में ही मैंने इस तरह की चुनौतियों को फेस किया है. क्योंकि काफी ठंड थी और टप्पा खाने के बाद गेंद अच्छी-खासी सीम हो रही थी'.

काउंटी में खेलने के दौरान एक मैच में विहारी 23 गेंदों का सामना करने के बाद वो ब्रॉड की गेंद पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे. इस सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, मैंने सोचा कि इस पर ड्राइव करना आसान होगा. लेकिन, 'इंग्लैंड में आपको वास्तव में शॉट सेलेक्ट करने के लिए सुनिश्चित होना पड़ता है. भारत में अगर गेंद ड्राइव की नहीं है, तो आप गेंद को पुश करके काम चला सकते हैं. लेकिन, इंग्लैंड में ऐसी परिस्थिति नहीं है. आपको गेंद को ज्यादा से ज्यादा देर तक खेलना होता है'.

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