कोच बनकर इन 4 भारतीय खिलाड़ियों का करियर खा गए गंभीर, चाणक्य नीति से सभी को दिलवा दिया संन्यास
Published - 24 Aug 2025, 03:15 PM | Updated - 24 Aug 2025, 03:37 PM

Gautam Gambhir : भारतीय क्रिकेट में कुछ फैसले ऐसे होते हैं जो आने वाले कई सालों तक चर्चा का विषय बने रहते हैं। मैदान पर ख़राब फॉर्म से गुज़र रहे खिलाड़ियों पर अक्सर टीम मैनेजमेंट रणनीतिक फैसले लेकर उन्हें टीम से बाहर कर देती हैं। ठीक वैसे ही टीम इंडिया के कोच बने गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में कई बड़े बदलाव देखने को मिले।
उनकी चाणक्य नीति ने टीम को नई दिशा तो दी, लेकिन इसके बीच चार दिग्गज खिलाड़ियों का करियर अचानक मोड़ ले बैठा। तो आइए जानते हैं कि आखिर कौन हैं वो खिलाड़ी जिनका सफर शानदार होते हुए भी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की रणनीति के आगे ठहर गया?
Gautam Gambhir के कार्यकाल में इन 4 स्टार खिलाड़ियों ने लिया संन्यास
2024 टी20 विश्वकप जीतने के बाद भारतीय कोच राहुल द्रविड़ का कार्यालय समाप्त हो गया था। उसके बाद उनकी जगह गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने ली। उनके आने के बाद उन्होंने भारतीय टीम में कई बदलाव किए और सीनियर खिलाड़ियों के बजाय युवा खिलाड़ियों को तर्ज़ी दी। उनके इस फैसले से क्रिकेट फैंस और पूर्व क्रिकेटरों ने सवाल उठाये। उनकी अबतक के कार्यालय में भारत का प्रदर्शन औसत रहा।
उनके कोचिंग में भारतीय टीम को दो टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा जैसे : 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ 2-0 से वनडे सीरीज हारना , घर में 12 साल के बाद न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज में 3 -0 से हारना और ऑस्ट्रेलिया में 10 साल बाद बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में सीरीज हारना शामिल हैं. हालंकि उनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम ज़रूर की।
इन सब के बीच कोच गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यालय में कई दिग्गज खिलाड़ियों ने संन्यास की घोषणा की और यह चार खिलाड़ी भारतीय टेस्ट टीम के बड़े खिलाड़ी रहे हैं. ये खिलाड़ी कोई और नहीं, बल्कि रविचंद्रन अश्विन , रोहित शर्मा , विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा हैं।
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अश्विन ने लिया संन्यास
भारतीय टीम के महान ऑफ स्पिन गेंदबाज़ अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी। अश्विन उस दौरे पर भारतीय टीम के हिस्सा थे। उस सीरीज में अश्विन ने दूसरा टेस्ट मैच खेला था जिसमे उन्हें एक विकेट मिला था। उसके बाद ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट से उन्हें ड्राप कर दिया गया। जिसके बाद उन्होंने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
अश्विन का टेस्ट करियर शानदार रहा. उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ दिल्ली में किया था। उनके टेस्ट करियर की बात की जाये तो उन्होंने 106 टेस्ट मैचों में 24.01 की औसत और 2.84 की इकॉनमी रेट से 537 विकेट लिए हैं।
जिसमे उन्होंने 37 बार पारी में पांच विकेट और मैच में आठ बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया हैं। वही बल्लेबाज़ी में भी अश्विन ने अहम योगदान दिया उन्होंने 151 परियों में 25.76 की औसत से 3503 रन बनाये जिसमे 14 अर्धशतक और छह शतक शामिल हैं।
इंग्लैंड दौरे से पहले कप्तान रोहित शर्मा ने लिया संन्यास
2025 इंग्लैंड दौरे से पहले भारतीय टीम के सबसे बड़े दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली ने मई 2025 में टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास लेने की घोषणा की। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर 2024 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था , उसके बाद उन्हें सिडनी में खेले गए आखिरी टेस्ट में ड्रॉप कर दिया गया था।
उसके बाद रोहित शर्मा ने मुंबई के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेला और लय में वापिस आने की कोशिश की , सबको उम्मीद थी वह इंग्लैंड दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करेंगे लेकिन गंभीर (Gautam Gambhir) की नई सोच में युवा चेहरों पर भरोसा ज़्यादा दिखा और धीरे-धीरे रोहित का अनुभव पीछे धकेल दिया गया। टेस्ट में ख़राब फॉर्म के चलते रोहित का बल्ला भी खामोश पड़ गया और आखिरकार उन्हें टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा।
उनके टेस्ट करियर की बात की जाएं तो उन्होंने अपना टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2013 में कोलकाता में किया था , तो उनके टेस्ट करियर की बात की जाये तो उन्होंने 67 मैचों में 40.58 की औसत से 4301 रन बनाए जिसमे 18 अर्धशतक और 12 शतक शामिल हैं और उनका हाईएस्ट स्कोर 212 हैं।
2024 टी 20 विश्वकप जीतने के बाद रोहित शर्मा ने टी20I फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। रोहित अभी भी भारत के वनडे कप्तान है और भारत के लिए वनडे क्रिकेट खेल रहे हैं।
रोहित के बाद कोहली ने भी टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास
भारतीय टीम के महान बल्लेबाज़ विराट कोहली ने भी रोहित शर्मा के सन्यास के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 36 वर्षीय विराट कोहली ने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला था। उसके बाद उन्होंने अपनी फॉर्म को वापिस पाने के लिए दिल्ली की ओर से खेलते हुए डोमेस्टिक क्रिकेट खेला था।
इंग्लैंड सीरीज से पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था , वह इस दौरे के लिए उत्साहित हैं और इस सीरीज में तीन या उससे ज़्यादा शतक लगाने की बात कही। लेकिन मई 2025 में इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिये विराट कोहली ने अपने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की।
कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू साल 2011 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ सबाइना पार्क में किया था। कोहली के टेस्ट करियर की बात की जाये तो उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए जिसमे 31 अर्धशतक और 30 शतक शामिल हैं और उनका हाईएस्ट स्कोर नाबाद 254 रन है। विराट कोहली ने भी 2024 टी 20 विश्वकप जीतने के बाद टी20I फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। मगर वह अब भी वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम का हिस्सा है।
लम्बे समय से टीम से बाहर रहने के बाद पुजारा ने भी लिया संन्यास
भारतीय टीम के एक और नंबर तीन पोजीशन के भरोसेमंद बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी फोर्मट्स से संन्यास ले लिया। पुजारा लम्बे समय से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर थे , उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जून 2023 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेला था उसके बाद से वह भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। 24 अगस्त 2025 को पुजारा ने इंस्टाग्राम के ज़रिए क्रिकेट के सभी फोर्मट्स से संन्यास ले लिया। पुजारा ने अपना डेब्यू साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में किया था।
उनके टेस्ट करियर की बात की जाये तो उन्होंने 103 टेस्ट मैच खेले. जिसमें उन्होंने 43.61 की औसत से 7195 रन बनाए , जिसमे 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं और उनका हाईएस्ट स्कोर 206 रन है।
पुजारा ने भारत को 2018 -19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने में एहम भूमिका निभाई और सबसे ज़्यादा रन बनाएं। इसके अलावा पुजारा ने भारत के लिए पांच वनडे मैच भी खेले , जिसमे वह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और मात्र 51 रन बनाये।