2007 में ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना रहे थे गौतम गंभीर, वजह जान आप भी रह जाएंगे हैरान

Published - 20 Sep 2019, 11:30 AM

खिलाड़ी

भारतीय टीम ने पिछले कुछ सालों में दो विश्व कप जीते हैं. पहला 2007 में टी20 विश्व कप और दूसरा 2011 में एकदिवसीय विश्व कप. इन दोनों विश्व कप के फ़ाइनल में भारतीय टीम के जीत का मुख्य कारण गौतम गंभीर रहे थे. क्रिकेट से पिछले वर्ष संन्यास लेने वाले गौतम गंभीर ने हाल में ही बताया की 2007 में ही वो संन्यास के बारें में सोच रहे थे.

गौतम गंभीर ने बताया 2007 में लेना चाहते थे संन्यास

गौतम गंभीर

भारत की दो सबसे बड़ी जीत में गौतम गंभीर का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने 2007 के टी20 विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम की तरफ से 75 रन बनाये थे. उसके साथ ही 2011 विश्व कप के फाइनल में भी गंभीर ने 97 रनों की पारी खेलकर भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाये थे.

गंभीर ने हाल में ही बताया की वो 2007 में ही क्रिकेट से संन्यास के बारें में सोच रहे थे. गंभीर के मुताबिक जब 2007 के एकदिवसीय विश्व कप टीम में उनका चयन नहीं हुआ था तो उनको बहुत ज्यादा निराशा हुई थी. जिसके बाद वो संन्यास के बारें में भी सोच रहे थे.

इस वजह से 2007 में संन्यास लेना चाहते थे गौतम गंभीर

पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने उस समय के बारें में बात करते हुए कहा कि

"2007 में मुझे विश्व कप टीम में नहीं चुना गया था. वो मेरे क्रिकेट करियर का सबसे बुरा दौर था. मैं क्रिकेट को छोड़ने के बारें में सोच रहा था. क्योंकि उससे पहले मैं अंडर14 और अंडर19 विश्व कप की टीम में भी जगह नहीं बना पाया था."

उन्होंने आगे कहा कि

"2007 में मैं विश्व कप खेलने के बहुत ज्यादा करीब पहुँच गया था. लेकिन उन्होंने मुझे टीम में नहीं शामिल किया, जिसके कारण मैं संन्यास के बारें में सोचने लगा था."

शानदार रहा था गंभीर का क्रिकेट करियर

क्रिकेट करियर से संन्यास से पहले गौतम गंभीर ने भारतीय टीम के लिए 58 टेस्ट मैच में 41.96 के औसत से 4154 रन बनाये थे. एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने 147 मैच खेले. जिसमें वो 39.68 के औसत से 5238 रन बनाये में सफल रहे. जबकि 37 टी20 मैच में गौतम ने 27.41 के औसत से 932 रन बनाये थे.

Tagged:

भारतीय क्रिकेट टीम गौतम गंभीर