भारतीय टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को न्यूजीलैंड के विरुद्ध टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज के पहले ही मैच में अंतिम ओवर फेंकने की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन, बाएं हाथ के इस उभरते हुए तेज गेंदबाज ने ओवर की शुरुआत नो-बॉल के साथ कर दी। अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) उनके नो-बॉल वाले अवतार पर भड़क गए हैं और उन्होंने इसको लेकर सलाह तक दे डाली।
अर्शदीप सिंह ने एक ओवर में कुटाए 27 रन
आपको बताते चलें कि अर्शदीप सिंह को मैच के दौरान कई बार नो-बॉल फेंकते हुए नोटिस किया गया है। उनका पैर क्रीज से बाहर बाहर चला जाता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ लास्ट ओवर की नो-बॉल वाली गेंद पर डेरेल मिशेल ने छक्का जड़ दिया था। अर्शदीप के इस ओवर में तकरीबन 27 रन लुटाए और अंत में न्यूजीलैंड ने छह विकेट पर भारत के सामने 176 रनों का स्कोर बना डाला। कीवी टीम ने यह मैच 21 रन से जीत लिया था।
गौतम गंभीर ने कही ये बात
पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर गौतम गंभीर ने अर्शदीप सिंह की नो-बॉल वाली गलती को एकदम अस्वीकार किया है। उन्होंने हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे यह लगता है कि नंबर्स ठीक हैं। आप (अर्शदीप सिंह) कभी अच्छा प्रदर्शन करेंगे, तो कभी ज्यादा रन देंगे। लेकिन सबसे जरूरी बात है कि आप नो-बॉल बार-बार फेंकना अफॉर्ड नहीं कर सकते। यह गलती एकदम अस्वीकार्य है। विशेष तौर पर इस स्तर पर तो बिल्कुल नहीं, इससे आपको भी काफी हद तक नुकसान हो सकता है।
गौतम गंभीर ने अपने बयान को जारी रखते हुए कहा, “यही पिछले मैच में हुआ। आपको सिर्फ बुनियादी बातें ठीक रखनी हैं। देखिए, वर्ल्ड कप में परिस्थितियां बिलकुल अलग थीं। आपको घरेलू धरती पर ऐसी परिस्थितियां नहीं मिलतीं। ऑस्ट्रेलिया में गेंद स्विंग हो रही थी। उछाल ले रही थी, नई गेंद आसानी से विकेटकीपर के पास पहुंच रही थी। परंतु जब आप इंडियन उपमहाद्वीप में खेलते हैं, तो ये सपाट पिचें हैं।”
"आप उमरान अथवा सिराज नहीं हैं" - गौतम गंभीर
गंभीर ने अपने बयान में यह भी कहा, “आपको अपने तरकश में अलग तरह के तीर रखने होंगे। चाहे वह स्लो गेंद हो या फिर स्लोअर बाउंसर। कुछ तरह की विविधता होनी चाहिए। बात दरअसल यह है कि उनके पास बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए तेज गति भी नहीं है। तो, उन्हें कुछ विविधता लानी होगी। सिंह उमरान मलिक या मोहम्मद सिराज नहीं हैं। तो, उन्हें कुछ चीजें सहज रखनी पड़ेगी, साथ ही अपनी नो-बॉल की बड़ी समस्या को भी दूर करना होगा, तो इतनी ही जरूरी है।”