Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में मिली नाकामयाबी की वजह के आलोचकों के निशाने पर बनीं हुई है. 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 से मिली हार के फैंस और खेल एक्सपर्ट गुनहगार को खोजने में जुते हैं. क्रिकेट प्रेमी सीनियर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को ठहरा रहे तो सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज खिलाड़ी ने हेड कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा.
बता दें जसप्रीत बुमराह को दूसरे छोर से किसी भी गेंदबाज का साथ नहीं मिला. बुमराह इस सीरीज में 32 विकेट लेने में सफल रहे. ऐसे में हेड कोच स्कॉट बोलैंड (Sscott Boland) की टक्कर का गेंदबाज की स्क्वाड में शामिल करने की मांग नहीं की जो बोलैंड की तरह कंगारू बल्लेबाजों की नाक में दम कर सकता था. आइए जानते हैं उस धुरंधर के बारे में...
Gautam Gambhir ने बोलैंड की टक्कर का गेंदबाज नहीं चुना!
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई BGT में भारत के खेमे की ओर कई बड़ी गलतिया हुई है. उन्होंने इस सीरीज में युवा खिलाड़ियों में विश्वास दिखाया. हालांकि, यह नजरिया बुरा नहीं है. लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसे बोल्ड निर्णय लेने से बचना चाहिए था. वहीं दूसरी ओर अनुभवी तेंज गेंदबाज मुकेश कुमार को स्क्वाड में शामिल नहीं किया गया जो स्कॉट बोलैंड की तरह बल्लेबाजों के लिए काल साबित हो सकते थे.
बोलैंड ने इस सीरीज में कोई खास गेंदबाजी नहीं की. बस उन्होंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और एक ही टप्पे पर लगातार बॉलिंग करने में सफल रहे थे. जिसकी वजह से उन्हें विकेटे मिली. वहीं इस कला में बिहार के लाल मुकेश कुमार को महारथ हासिल है. अगर, उन्हें इस दौरे के लिए स्क्वाड में चुना जाता तो वह घातक साबिच हो सकते हैं. लेकिन, हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उन्हें सीरीज में शामिल करने लायक नहीं समझा
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में चटका चुके हैं 200 से ज्यादा विकेट
स्कॉट बोलैंड (Sscott Boland) भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्यों घातक साबित हुए. वह इस सीरीज में सबसे ज्यादा 21 विकेले वाले तीसरे गेंदबाज की सूची में रहे. इसके लिए हमें उनरे फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर के बारे में थोड़ा जानना होगा. बता दें कि बोलैंड ने 101 फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 405 विकेट ली है. जबकि उनका इंटरनेशनल क्रिकेटर कोई खास नहीं है.
ऐसा ही कुछ हाल मुकेश कुमार का है. उन्होंने भारत के लिए 3 टेस्ट मैच खेले हैं और 7 विकेट चटकाए हैं. लेकिन, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 50 से ज्यादा मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने 2003 विकेॉ चटकाए हैं. लाल बॉल में मुकेश ने काफी गेंदबाजी की है. ऐसे में हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को उन्हें BGT के स्क्वाड में शामिल करने की मांग करनी चाहिए थी. अगर उन्हें शामिल किया गया होता भारत टेस्ट सीरीज हारने ने बच सकता था.
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