भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच बन चुके गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) अभी श्रीलंका दौरे पर हैं. कोच के तौर पर यह टीम के साथ उनका पहला दौरा है और अब उनसे उम्मीद है कि आने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से लेकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ट्रॉफी जिताने में वो टीम इंडिया की मदद करेंगे. लेकिन, इस खिताबी जीत के लिए भारत को ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत होगी जो होनहार हैं और फिर भी उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है.
हम ऐसे ही एक ऑलराउंडर के बारे में बात करेंगे, जो रवींद्र जडेजा का रिप्लेसमेंट साबित हो सकता है और वो कितना खतरनाक है ये साबित भी कर चुका है. ऐसे में फिर भी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस ऑलराउंडर को सही समय पर इस्तेमाल नहीं करते हैं तो वो दिन दूर नहीं जब टीम इंडिया एक और हेनहार खिलाड़ी खो देगी.
रवींद जडेजा को भी टक्कर देता है ऑलराउंडर
- टीम इंडिया में यूं तो एक से बढ़कर एक प्रतिभा है, जो कभी भी जरूरत पड़ने पर अपने हुनर का जादू चला देते हैं. लेकिन, कुछ खिलाड़ी मौका पाने की तलाश में सिर्फ इंतजार करते रह जाते हैं और उनमें भरी हुई प्रतिभा पूरी तरह से धरी की धरी रह जाती है. ऐसे ही जिस खिलाड़ी की हम बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि वाशिंगटन सुंदर हैं, जो अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं.
- लेकिन उन्हें उतने मौके नहीं मिल पाते हैं जितना वो डिजर्व करते हैं. रवींद्र जडेजा की तरह स्पिन में माहिर वाशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) जबरदस्त बल्लेबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. इसका मुजायरा वो मुश्किल समय में इंग्लैंड के खिलाफ भी पेश कर चुके हैं जब टीम इंडिय़ा टेस्ट सीरीज में हार के नजदीक थी और वो ऋषभ पंत के साथ क्रीज पर जमे हुए थे.
- इस दौरान वो शतक से भले ही चूक गए थे लेकिन 96 रन ती मैच जिताऊ पारी खेली थी. लेकिन इसके बाद उन्हें टेस्ट फॉर्मेट से दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकालकर फेंक दिया गया. उम्मीद थी कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में उन्हें मौका मिलेला लेकिन उनके साथ भेदभाव अभी भी जारी है.
बर्बाद हो जाएगा जडेजा के टक्कर के इस ऑलराउंडर का करियर
- वाशिंगटन सुंदर को सिर्फ टेस्ट से ही नहीं टी20 फॉर्मेट में भी नजरअंदाज किया जा रहा है. 2024 में जिम्बाब्वे दौरे पर उन्हें शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम में खेलने का मौका मिला था. उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया, इसी के बदौलत उन्हें श्रीलंका दौरे पर भी टी20 स्क्वॉड में शामिल किया गया.
- लेकिन गौतम गंभीर की मैनेजमेंट ने अभी तक उन्हें शुरूआती दोनों ही मैच की प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं दिया. वाशिंगटन सुंदर को रविंद्र जडेजा के संन्यास लेने के बाद उनकी जगह पर मौका मिला है. लेकिन, उनका करियर बेंच पर बैठे-बैठे निकल रहा है.
- हैरानी की बात तो यह है कि प्रतिभाशाली होने के बावजूद उन्हें बार-बार दरकिनार किया जा रहा है. अगर सही समय पर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने सुंदर के करियर को लेकर सही फैसले नहीं किया तो वो दिन दूर नहीं जब उनके जैसे होनकर ऑलराउंडर को भारतीय टीम खो देगी.
साबित करने का देना होगा मौका
- वाशिंगटन सुंदर के करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए साल 2017 में डेब्यू किया था. 48 टी20, 19 वनडे और 4 टेस्ट मैच खेले हैं. जिसमें क्रमश: उन्होंने कुल 1061, 915 और 636 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनका औसत 66.25 का रहा है. जो बेहद शानदार रहा है. लेकिन बावजूद उन्हें खुद को साबित करने का मौका नहीं मिल रहा है.
- उम्मीद है कि 24 साल के हो चुके वाशिंगटन सुंदर का गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) सही इस्तेमाल करेंगे और उन्हें निखारने में मदद कर उनका टीम इंडिय़ा में उनकी जगह पक्की करेंगे. खासकर टी20 में जडेजा की कमी वो पूरी कर सकते हैं. बशर्ते उन्हें खुद को साबित करने का मौका दिया जाए.
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