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श्रीलंका दौरे से टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) अपने कार्यकाल की शुरूआत करने जा रहे हैं. गंभीर टीम लंबे समय कर भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने नीचले स्तर से उठकर नेशनल क्रिकेट टीम में जगह बनाई. लेकिन, उन्हें धोनी की कप्तानी में खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल सके.
ऐसे में गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भारतीय प्लेयर्स को काफी उम्मीद होगी कि उनके कार्यकाल में टीम में बिना किसी भेदभाव के एंट्री मिलेगी. क्योंकि, गंभीर इस सिस्टम का हिस्सा रहे हैं. उन्हें भली-भांती मालूम है कि अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्लेयर को नहीं चुना जाता है तो कितना दर्द महसूस होता है. ऐसे में गिल की जगह इस तिहरे शतक जड़ने वाले खिलाड़ी को वापसी का चांस मिल सकता है.
Gautam Gambhir गिल नहीं इस प्लेयर पर खेलेंगे बड़ा दाव
- टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 से पहले बांग्लादेश के खिलाफ 3 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है.
- इन सीरीजों में मिली जीत भारत का WTC 2025 फाइनल खेलना का सफर तय पूरा करेगा.
- लेकिन, उससे पहले टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) शुभमन गिल नहीं बल्कि टेस्ट स्पेशलिस्ट करूण नायर पर बड़ा दांव खेल सकते हैं.
- भारत के लिए तीहरा शतक जड़ने वाले 32 साल के बल्लेबाज करूण नायर (Karun Nair) की टीम में वापसी हो सकती है.
क्या गंभीर 6 साल बाद वापसी का देंगे चांस?
- करूण नायर उन अनलकी खिलाड़ियों में एक से हैं. जिन्हें शानदार प्रदर्शन करने बावजूद भी ज्यादा चांस नहीं दिए गए.
- उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ साल 2016 में 303 रनों का पारी खेलने का करिश्मा किया था.
- लेकिन कुछ मैचों में उनका बल्ला शांत रहा तो टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
- ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में नायर को 6 साल बाद वापसी करने का मौका मिल सकता है.
गिल को रिप्लेस करने की क्षमता रखते हैं नायर
- करूण नायर (Karun Nair) तकनीकी रूप से गिल की तुलना में काफी बेहतर है. उनके पास बैटिंग करते हुए गजब का संतुलन है.
- नायर एक बाद सेट हो जाते हैं तो वह गिल की तरह खराब शॉट्स खेलकर अपना विकेट नहीं गंवाते हैं.
- घरेलू क्रिकेट में देखा गया है कि करुण ने 7348 से रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 19 शतकीय और 34 अर्धशकीय पारी खेली है.
- अगर, गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) उन्हें वापसी कराने का साहस दिखाते हैं तो यह खिलाड़ी भारत के लिए तरूप का इक्का साबित हो सकता है.