Gautam Gambhir के इन 5 बड़े फैसलों को हमेशा रखा जाएगा याद, बदल कर रख दी IPL की सूरत
Published - 07 Jun 2022, 10:36 AM

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इंडियन प्रीमियर लीग में जब भी सफल कप्तानों का जिक्र चलेगा तो उसमें तो गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का नाम शामिल होना लाजमी है। अपनी बेबाक शख्सियत और बेखौफ अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले गौतम गंभीर अपनी अगुवाई में कोलकाता नाइट राइडर्स को साल 2012 और 2014 में दुनिआ की सबसे मुश्किल टी20 लीग का विजेता बनाया था।
तब से लेकर आज तक कोलकाता के पास गंभीर (Gautam Gambhir) के नेतृत्व में जीती हुई 2 ही आईपीएल ट्रॉफी है, आइए इस लेख के जरिए जानते हैं कि आखिर अपनी कप्तानी के दौरान गौतम गंभीर ने कौन से 5 बड़े फैसले लिए थे जिसने KKR को 2 बार चैंपियन बना दिया था।
1. सुनील नारायण को सलामी बल्लेबाज बनाया
सुनील नारायण आईपीएल के इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में शुमार है, गेंदबाजी में तो उनका कोई साहनी है ही नहीं। लेकिन कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने सुनील की बल्लेबाजी का भी भरपूर इस्तेमाल किया था। पहले लोअर मिडल ऑर्डर में नारायण बड़े-बड़े शॉट लगाने की काबिलियत रखने के लिए जाने जाते थे।
लेकिन गंभीर ने उनकी काबिलियत को सही रूप देते हुए सलामी बल्लेबाज के रूप में मैदान एमन उतारना शुरू किया। जिसके बाद सुनील नारायण ने एक ऑल राउंडर के रूप में खुद को स्थापित किया। वे अभी भी कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा है और 148 मैचों की 86 पारियों में 162 के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट के साथ 1000 से ज्यादा रन बना चुके हैं, उनके नाम 152 विकेट भी है।
2. मनविन्दर बिस्ला को 2014 फाइनल में दिया मौका
कोलकाता नाइट राइडर्स के साल 2012 में पहली बात चैंपियन बनने की कहानी बेहद दिलचस्प है। इस टूर्नामेंट के दौरान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने कई चौंकाने वाले फैसले लिए थे, लेकिन सबसे बड़ा फैसला उन्होंने फाइनल मुकाबले में लिया जब खिताब दांव पर लगा हुआ था। इस मैच में उन्होंने शानदार ले में चल रहे न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज ब्रैंडन मैकुलम को टीम से बाहर बिठाने का फैसला किया था।
ब्रैंडन मैकुलम की जगह गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने मनविन्दर बिस्ला को बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में शामिल किया था। इस निर्णय के बाद गंभीर की खूब आलोचना भी की गई थी। लेकिन मनविन्दर बिस्ला को टीम में शामिल करना गंभीर का सबसे बड़ा मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ क्योंकि इस मुकाबले में उन्होंने 48 गेंदों का सामना करते हुए 89 रनों की पारी खेली थी, जिसने केकेआर को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
3. जैक कैलिस और शाकीब अल हसन को टीम में दी जगह
कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ऑल राउंडर जैक कैलिस और बांग्लादेश के हर्फ़नमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन भी खेला करते थे। इन दोनों स्टार खिलाड़ियों को टीम में एक साथ खिलाने का कारनामा भी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के द्वारा ही किया गया था। शाकिब और कैलिस ने कोलकाता के लिए कई यादगार पारियां खेली है, साल 2012 की विजय में भी उनका खास योगदान दिया था।
बात की जाए आईपीएल में दोनों खिलाड़ियों के आंकड़ों की तो जैक कैलिस ने 98 मैचों में 2427 रन बनाने के साथ ही 65 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं शाकीब अल हसन ने 71मैचों में 793 रन बनाए और 63 विकेट हासिल किए। हालांकि अब ये दोनों ही खिलाड़ी केकेआर का हिस्सा नहीं है।
4. Gautam Gambhir ने 2014 ऑक्शन में बनाई मजबूत टीम
आईपीएल 2014 की शुरुआत से पहले ऑक्शन में ही कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने मैच विनर खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल कर लिया था। जिससे केकेआर की पूरी काया पलट हो गई। इस ऑक्शन में फ्रेंचाइजी की ओर से सिर्फ़ गौतम और सुनील नारायण को रिटेन किया गया था।
इसके बाद कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने यूसुफ पठान, शाकिब अल हसन और मनविन्दर बिस्ला जैसे मैच विनर खिलाड़ियों को दोबारा शामिल किया। साथ ही मनीष पांडे, रॉबिन उथप्पा, पीयूष चावला और क्रिस लिन को टीम में जगह देकर मजबूत दल का गठन किया था।
5. आंद्रे रसल के करियर को दी उड़ान
वेस्टइंडीज के धाकड़ ऑल राउंडर आंद्रे रसल मौजूदा समय में आईपीएल के सबसे घातक हर्फ़नमौला खिलाड़ी है। लेकिन भारतीय लीग में उनकी शुरुआत का श्रेय भी गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के नाम जाता है। गंभीर ने ही सबसे पहले रसल की प्रतिभा को भापते हुए उन्हें लगातार अपनी प्लेइंग एलेवन का हिस्सा बनाया था। जिसके बाद वो सबसे बड़े मैच विनर के रूप में उभर कर सामने आए।
गौतम (Gautam Gambhir) ने रसल की बल्लेबाजी और गेंदबाजी की क्षमता को पूर्ण रूप से इस्तेमाल किया। रसल अब आईपीएल के लिजेंड में गिने जाने लगे हैं उन्होंने 98 मैचों में 177 के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट के साथ 2035 लेने के साथ ही 89 विकेट अपने नाम किए है। आईपीएल 2022 में भी रसल कोलकाता नाइट राइडर्स का ही हिस्सा थे।