पूर्व भारतीय स्पिनर और चयनकर्ता सुनील जोशी (Sunil Joshi) ने हाल ही में एक बयान जारी कर ओडीआई विश्व कप 2023 के लिए भारतीय टीम में होने वाले कुछ बदलावों को लेकर अपनी राय रखी हैं। उन्होंने इस दौरान टीम में स्पिनर के लिए एक खिलाड़ी का भी नाम सजेस्ट किया है। आपको यह जानकर हैरानी भी होगी कि वह नाम आर अश्विन तथा युज़वेंद्र चहल का नहीं है, यानि इन दोनों से ऊपर एक ऐसा स्पिनर हैं जिन्हें जोशी 2023 के विश्व कप में देखना चाहते हैं।
अश्विन को लेकर कही ये बात
इस इंटरव्यू में सुनील जोशी (Sunil Joshi) ने कहा, “अगर आर अश्विन (R Ashwin) हमारे पहले ऑप्शन हैं और यदि जाडेजा उपलब्ध नहीं हैं, तो कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) और अक्षर पटेल भी होने चाहिए। अगर जाडेजा उपलब्ध हैं और भारतीय टीम तीन स्पिनरों के साथ जाती हैं तो भी कुलदीप यादव को खेलना चाहिए। इसके बारे में मत सोचिए कि ग्राउन्ड कौन से हैं और हमारे स्पिनर वहां अच्छा करेंगे या नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “हाल ही में कुलदीप ने जो भी सीरीज़ खेली है, जो भले ही वह लाल गेंद से हो या सफ़ेद गेंद से, यादव ने हर प्रकार से विकेट चटकाए हैं।” अपने बयान को जारी रखते हुए जोशी ने आगे कहा, “इससे पता चलता है कि कुलदीप अपनी लाइन और लेंथ के साथ बहुत कमाल का खेल कर रहे हैं। यदि भारत को ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध जीत दर्ज करनी है तो कुलदीप यादव की अहम भूमिका रहेगी।”
कुलदीप को विश्व कप टीम में चुना
आपको बताते चलें कि जब पूर्व चयनकर्ता से यह पूछा गया कि चहल को क्या वे विश्व कप के लिए टॉप 15 में स्थान देंगे। तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “नहीं। इस समय मौजूद विकल्पों को देखते हुए, तो जाडेजा ही मेरे दल में होंगे। अगर वह लय में नहीं हैं तब अक्षर (पटेल) के रूप में एक बैक-अप है। उनके बाद मैं वॉशी (वॉशिंगटन सुंदर) या जबरदस्त लेग स्पिनर के रूप में रवि बिश्नोई की ओर देखूंगा क्योंकि वह ज्यादा निरंतर और चहल के बेहतर फ़ील्डर भी हैं। साथ ही उनके (कुलदीप) पास एक शानदार तेज़ एक्शन भी है। अपने एक्शन में महत्वपूर्ण बदलाव करना कुलदीप यादव की सफलता का राज़ है।”
Sunil Joshi ने की कुलदीप यादव की खूब तारीफ
पूर्व चयनकर्ता सुनील जोशी ने कुलदीप यादव की तारीफ में कहा, “मैंने (2020-21) इंग्लैंड सीरीज़ और चेन्नई टेस्ट मैचों के वक्त कुलदीप यादव को क़रीब से देखा था। उनका शरीर खुला (गेंदबाज़ी एक्शन में) हुआ था और उनका दाहिना हाथ नीचे गिर रहा था। खास बात यह होती है कि आपका गेंदबाज़ी वाला हाथ जितना हो सके उतना अपने शरीर के क़रीब होना जरूरी होता है और दूसरा हाथ बल्लेबाज़ी की तरफ़ जाना ही चाहिए। कुलदीप ने यह बदलाव खुद से किया है।”