क्रिकेट के खेल की शुरुआत जब हुई थी तब सबसे पहले सिर्फ एक ही फॉर्मेट खेला जाता था और वो था टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) फॉर्मेट। जिसको मौजूदा समय में ज्यादातर बल्लेबाज खेलना पसंद नहीं करते हैं। जिसके पीछे की वजह है एक टेस्ट मैच का पांच दिनों तक खेला जाना। जिसमें हर खिलाड़ी का पूरी तरह से फिट होना सबसे ज्यादा जरूरी है। अपनी फिटनेस को ध्यान में रखते हुए कई युवा खिलाड़ी आज के दौर में बहुत ही कम उम्र में इस फॉर्मेट से संन्यास ले रहे हैं, जिसका सबसे अच्छा उदाहरण पाकिस्तान के वहाब रियाज तथा मोहम्मद आमिर हैं।
शुरुआती दिनों में टेस्ट मैच 6 दिनों तक खेला जाता था। लेकिन, बाद में इसको पांच दिन का कर दिया गया। अभी भी कई क्रिकेट के दिग्गज 5 दिन के टेस्ट क्रिकेट को ही प्राथमिकता दे रहे हैं। इस टेस्ट क्रिकेट ने बहुत से लाजवाब बल्लेबाज, गेंदबाज और कप्तान दिए हैं। यही नहीं टेस्ट क्रिकेट में अब तक ना जाने कितने रिकॉर्ड बन और टूट चुके हैं। लेकिन, कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड हैं जो कई वर्षों से उसी प्रकार कायम हैं। आज हम आपको टेस्ट क्रिकेट के ऐसे ही अटूट रिकार्ड्स के बारे में बात करेंगे।
ये है Test Cricket के 5 रिकॉर्ड
5) ब्रायन लारा (400*)
वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा के नाम Test Cricket के इतिहास में मैच की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। ब्रायन ने 12 अप्रैल 2004 को इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगुआ के मैदान पर 400 रनों का व्यक्तिगत स्कोर बनाया था। ब्रायन लारा ने तब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ मैथ्यू हेडन के 380 रनों की पारी को पीछे छोड़ा था।
लारा ने अपने 400 रन पूरे होते ही टीम की पारी समाप्ति की घोषणा कर दी थी। ब्रायन लारा उस टेस्ट में वेस्ट इंडीज़ के कप्तान भी थे। ब्रायन लारा ने अपनी इस पारी में 582 गेंदों का सामना किया था, जिसमें उन्होंने 43 चौके और चार छक्के लगाए थे। लारा का यह रिकॉर्ड तोड़ना लगभग नामुमकिन हैं।
4) लेन हटन (847 गेंद)
20 अगस्त 1938 में ओवल के मैदान पर खेले गए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक Test Cricket मैच में इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज लेन हटन ने एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया था। यह रिकॉर्ड था एक पारी में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड, वह विश्व के पहले ऐसे बल्लेबाज बने थे जिसने टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा बॉल खेली हैं। हटन ने इस मैच में 844 बॉल खेलकर यह रिकॉर्ड कायम किया था। वह 364 रन बनाकर आउट हुए पवेलियन लौटे थे।
इससे पहले सबसे ज्यादा बॉल खेलने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के ही दिग्गज बल्लेबाज एंडी संधाम के नाम था. उन्होंने किंग्स्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 1930 में 640 बॉल खेलकर 325 रन बनाए थे. लेन हेटन ने करीब 8 साल बाद संधाम का यह रिकॉर्ड तोड़ा था, लेकिन अब इस रिकॉर्ड को तोड़ना असंभव प्रतीत होता है।
3) ब्रैंडन मैकुलम ( 54 गेंद 100 रन)
यदि भविष्य में न्यूजीलैंड के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों का नाम लिया जायेगा तो उसमें न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम का नाम सबसे ऊपर आएगा। मैकुलम Test Cricket में सबसे तेज शतक बनाने के मामले में दुनिया के नंबर एक गेंदबाज हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्राइस्टचर्च में साल 2016 में ब्रैंडन मैकुलम ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज शतक बनाया था।
ये उनके करियर की आखिरी पारी भी थी। मैकुलम ने महज 54 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था। मैकुलम ने इस टेस्ट में 79 गेंदों पर 145 रनों की पारी खेली, जिसमें 21 चौके और 6 छक्के शामिल थे। अपने अंतिम मैच में मैकुलम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज भी बने थे। मैकुलम के नाम टेस्ट में सबसे ज्यादा 107 छक्के दर्ज हैं। यह रिकॉर्ड तोड़ पाना भी वर्तमान में लगभग नामुमकिन ही है।
2) इरफ़ान पठान (पहले ओवर में हैट्रिक)
29 जनवरी 2006 का वो ऐतिहासिक दिन जब पाकिस्तान तथा भारत की टीमें कराची टेस्ट के लिए मैदान में आमने-सामने थीं। यह सीरीज का तीसरा व निर्णायक टेस्ट था। सीरीज 1-1 से बराबर थी, टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने टॉस जीता और पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारतीय कप्तान ने नई गेंद की जिम्मेदारी युवा इरफान पठान को सौंपी। पठान ने पहले ही ओवर में ऐसा कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कर लिया जिसे तोड़ पाना टेढ़ी खीर माना जा रहा है।
इरफान पठान ने सलमान बट्ट को पहली तीन गेंदों पर परेशान किया और चौथी गेंद आउट स्विंग होकर बट्ट के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में मुस्तैद राहुल द्रविड़ के हाथों में चली गयी। अब अनुभवी बल्लेबाज युनिस खान मैदान पर आए। पठान ने उन्हें तेज इनस्विंग गेंद डाली जो उनके पैड पर लगी और अंपायर ने बिना देरी किये उंगली उठा दी. इसके बाद सामने शानदार फॉर्म में चल रहे मोहम्मद यूसुफ थे। पठान ने यूसुफ को भी क्लीन बोल्ड कर दिया. इसी के साथ Test Cricket में इरफान पठान पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए।
1) अनिल कुंबले (पारी में 10 विकेट)
भारत के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले के फैन्स तथा भारतीय क्रिकेट उस लम्हे को कभी नहीं भूल सकता है जब भारत ने अकेले अनिल कुंबले के दम पर पकिस्तान को दूसरा टेस्ट मैच हराया था। आज से बाईस साल पहले 4 से 7 फरवरी 1999 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में ऐसा वाकया हुआ था जो क्रिकेट में उसके बाद कभी देखने को नहीं मिला।
कुंबले ने इस Test Cricket मैच में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ दूसरी पारी में सभी 10 विकेट हासिल कर कीर्तिमान रचा था। वे एक टेस्ट पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे। यह रिकॉर्ड खास इसलिए है क्योंकि लेकर और कुंबले के नाम दर्ज इस रिकॉर्ड की बराबरी तो की जा सकेगी लेकिन इसे तोड़ा नहीं जा सकेगा।