क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है. एक ओवर पहले तक हारने की कगार पर पहुंच चुकी टीम अगले ही ओवर में जीतने लग जाती है. यही नहीं कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कोई खिलाड़ी (Players) कई मैचों में प्रदर्शन नहीं कर पा रहा हो, लेकिन अचानक से ही एक मैच में ऐसा प्रदर्शन करता है जो रिकॉर्ड बन जाता है.
ठीक वैसे ही हर टीम में एक खिलाड़ी ऐसा जरूर होता है गेंद और बल्ले दोनों से ही टीम को संतुलन प्रदान करता है. ऐसे खिलाड़ी को आलराउंडर कहते हैं. जो तीनों ही क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाने की पूरी कोशिश करता है. आज हम ऐसे ही कुछ आलराउंडर खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने एक मैच में 50 से ज्यादा रन भी बनाए और 5 विकेट भी झटके थे.
इन पांच खिलाड़ियों (Five Player) ने किया था यह कारनामा
1. विवियन रिचर्ड्स (Viviyan Rechards, 119 रन और 5 विकेट)
बात 1987 की है, जब वेस्टइंडीज की टीम न्यूजीलैंड के दौरे पर थी. एकदिवसीय सीरीज का पहला मैच डुनेडिन के मैदान पर खेला गया था. इस मैच में वेस्टइंडीज टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 237 रन बनाए थे. वेस्टइंडीज टीम के लिए विवियन रिचर्ड्स ने 113 गेंदों में 119 रनों की पारी खेली थी.
इसके बाद जब न्यूजीलैंड की टीम इस स्कोर का पीछा करने मैदान पर उतरी तब वेस्टइंडीज के लिए गेंदबाजों ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की थी. यहां तक कि विवियन रिचर्ड्स ने खुद 10 ओवर में 41 रन देकर 5 खिलाड़ियों (Five players) को अपनी गेंदबाजी का शिकार बनाया था. उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी के दम पर ही विंडीज टीम ने 95 रनों से जीत दर्ज की थी.
2. कृष्णम्माचारी श्रीकांत (Krishnamachari Srikkanth, 70 रन और 5 विकेट)
1988 में न्यूजीलैंड की टीम भारत के दौरे पर थी. जिसमें दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट और 5 एकदिवसीय मैचों की सीरीज खेली जा रही थी. यह बात विशाखापतनम में खेले गए पहले वनडे मैच की है. जिसमें न्यूजीलैंड ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एंड्रयू जोंस (66) और केन रदरफोर्ड (67) ने दूसरे विकेट के लिए की गई 114 रनों की साझेदारी के दम पर सिर्फ 196 रन बनाए थे. इस मैच में भारतीय टीम के लिए श्रीकांत ने 7 ओवर में 27 रन देकर 5 विकेट लिए थे. सिर्फ यही नहीं श्रीकांत ने बल्लेबाजी में भी धमाल करते हुए 70 रन बनाए थे. जिसकी मदद से भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से मात दे दी थी.
3. मार्क वॉ (Mark Waugh, 57 रन और 5 विकेट)
बात 1992 क्रिकेट विश्व कप की है. जब टूर्नामेंट के सातवें लीग मैच में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज की टीमें मेलबर्न के मैदान पर आमने-सामने थीं. मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मार्क वॉ के 57 और डेमियन मार्टिन के 40 रनों की बदौलत 50 ओवर में 198 रन बनाए थे. इसके बाद जब विंडीज बल्लेबाजी करने उतरी तब मार्क वॉ ने ब्रायन लारा (74) और रिची रिचर्डसन (61) सहित पांच वेस्टइंडीज खिलाड़ियों को पवेलियन भेज दिया.
4. लांस क्लूजनर (Lance Klusener, 54 रन और 6 विकेट)
1997 में पाकिस्तान में पाकिस्तान, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बीच मैच खेले गए थे. जिसका विजेता रहा था दक्षिण अफ्रीका. इस टूर्नामेंट में अफ्रीका के आलराउंडर खिलाड़ी लांस क्लूजनर ने बेहतरीन आलराउंडर प्रदर्शन किया था. वाही क्लूजनर जिसने 1999 के विश्व कप में 16 गेंदों में 193.75 की स्ट्राइक रेट के साथ 31 रन बनाकर एक हारे हुए मैच को टाई करवा दिया था.
अब बताता हूं कि 1997 में लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका ने लांस के 54 रन के साथ ही गैरी किर्स्टन और हैंसी क्रोंजे के 50-50 रनों की बदौलत 319 रन बनाए थे. लक्ष्य का पीछा करते समय क्लूजनर ने 6 विकेट झटक कर श्रीलंका को 245 रनों पर ही रोक दिया था.
5. अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq, 70 रन और 5 विकेट)
सन 2000 में पाकिस्तान, इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच ट्रायंगुलर सीरीज खेली जा रही थी और बात इसी टूर्नामेंट के सातवें मैच की है. जिसमें पाकिस्तान ने भारत को 32 रनों से मात दे दी थी. वैसे भी पाकिस्तान और भारत की भिडंत हमेशा से ही रोमांचक रही है. कुछ ऐसा ही हुआ था ऑस्ट्रेलिया में. जब ये दोनों टीमें होबार्ट में आमने-सामने थीं.
इस मैच में टॉस हारकर पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आलराउंडर खिलाड़ी अब्दुल रज्जाक के 70 और इजाज अहमद के 67 रनों की बदौलत 262 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम सचिन तेंदुलकर के जुझारू 93 रनों के बावजूद सिर्फ 230 रनों पर ही सिमट गई थी. कारण था अब्दुल रज्जाक की गेंदबाजी. जिसने 10 ओवर में 48 रन देकर 5 भारतीय गेंदबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी.