रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB ) ने इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) सीजन के लिए अनुभवी दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस (Faf du Plessis) को कप्तान बनाया. मेगा ऑक्शन में फ्रेंचाइंजी ने इस बल्लेबाज को 7 करोड़ में खरीदा था. पिछले सीजन में ही विराट कोहली (Virat kohli) ने कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया था.
जिसके बाद फ्रैंचाइज़ी को आईपीएल 2022 के 15वें सीज़न के लिए फाफ डु प्लेसिस के रूप में नया कप्तान चुना. आरसीबी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में अपने नए कप्तान की घोषणा कर दी. फाफ डु प्लेसिस के कप्तान बनने से फ्रैंचाइज़ी और पूर्व कप्तान कोहली काफी खुश हैं. कोहली उनके साथ खेलने के लिए उत्साहित हैं.
क्या फाफ डु प्लेसिस (Faf du Plessis) आरसीबी के कप्तानी के पैमाने पर खरे उतरेंगे? हम इस आर्टिकल में उन पहलुओं को जानने की कोशिश करेंगे. जिन पर फाफ डु प्लेसिस कप्तानी के खांचे में फिट नहीं बैठते. ये हैं वो तीन बड़े कारण.
1. बढ़ती उम्र है बाध्य
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए विराट कोहली (Virat kohli) ने काफी लंबे समय तक टीम की कमान संभाली. वहीं अगर फाफ डु प्लेसिस (Faf du Plessis) को देखा जाए, तो वो ज्यादा वक्त तक टीम का नेतृत्व नहीं कर सकते. जो फ्रैंचाइंजी के लिए एक चिंता का विषय हो सकता है.
डु प्लेसिस इस साल जुलाई में 38 साल के हो जाएंगे और भले ही वह अविश्वसनीय रूप से फिट हैं, उम्र के पहलू को देखते हुए, वह दो से अधिक सीज़न के लिए आरसीबी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हो पाएंगे, जिसका अर्थ है कि फ्रैंचाइज़ी को जल्द ही एक नए कप्तान की तलाश करनी होगी। अगर आप आईपीएल के इतिहास पर नजर डालें, तो जिस टीम ने भी विदेशी कप्तान को चुना.
वह टीम आईपीएल में ज्यादा सफल नहीं हो पाईं. वहीं अगर डेविड वार्नर की बात करें, तो वो सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के लिए कप्तान के रूप में ज्यादा किफायती साबित नहीं हुए. आखिरकार उन्हें भी टीम से बाहर होना पड़ा. अगर आरसीबी एक दो सीज़न में एक नया कप्तान नियुक्त करती है, तो उन्हें फिर से कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ेगा.
2. भारतीय खिलाड़ी को बनाते कप्तान
आईपीएल के चलन पर नजर डालें, तो ज्यादातर फ्रेंचाइजी अब भारतीय कप्तानों को तरजीह दे रही हैं. जबकि CSK और MI में धोनी और रोहित हैं, KKR ने भी श्रेयस अय्यर के साथ इयोन मोर्गन की जगह ली है. दिल्ली कैपिटल्स के पास पहले श्रेयस कप्तान थे और अब पंत के पास कप्तानी है.
यहां तक कि दो नई फ्रेंचाइजी - लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटन्स ने भी कप्तान के केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को चुना. वहीं आईपीएल की दो टीमों के पास ही विदेशी कप्तान है. सनराइजर्स हैदराबाद के पास केन विलियमसन मौजूद हैं और अब आरसीबी के पास फाफ डु प्लेसिस भी हैं, अन्य सभी टीमों में भारतीय कप्तान हैं.
इस पारी के पीछे एक खास वजह है. जब कोई विदेशी खिलाड़ी कप्तान बनता है तो वह भारतीय परिस्थितियों को अच्छे से भाप नहीं पाता. आरसीबी को उम्मीद है कि डु प्लेसिस निश्चित रूप से अच्छा प्रदर्शन करेंगे, लेकिन इस परेशानी से वह भी बच नहीं पाएंगे.
3. मैक्सवेल होते बेहतर विकल्प
इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) के 15वें सीजन में कप्तान बनाने के लिए आरसीबी को काफी मशक्कत करनी पड़ी. विराट कोहली के बाद फाफ डु प्लेसिस (Faf du Plessis) को टीम की कमान सौंप दी गई है. बड़ा सवाल ये कि क्या फाफ डु प्लेसिस टीम को आईपीएल का खिताब दिला पाएंगे?
फाफ डु प्लेसिस की जगह मैक्सवेल को टीम कप्तान बनाया जा सकता था, जो एक बेहतर विकल्प होता. ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाज मैक्सवेल (Maxwell) अभी 33 साल के हैं, जो डु प्लेसिस की तुलना में थोड़े लंबे समय तक टीम की कमान संभाल सकते थे. मैक्सवेल के पास बिग बैश लीग (BBL) में मेलबर्न स्टार्स का नेतृत्व करने का अनुभव है.
मैक्सवेल 2021 सीज़न के दौरान आरसीबी के सबसे विश्वसनीय बल्लेबाजों में से एक थे. उन्होंने अधिक जिम्मेदारी ली और 15 मैचों में 144.10 के स्ट्राइक रेट से 513 रनों के साथ सीजन का अंत किया. उन्हें कप्तानी से सौंपना बुरा कदम नहीं था.