आईपीएल 2022 का आगाज होने में अब ज्यादा दिनों का वक्त नहीं बचा है. उससे पहले आरसीबी ने फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis) को कप्तानी सौंप दी है. विराट कोहली के मेजबानी छोड़ने के बाद से ही ये सवाल उठ रहे थे कि बैंगलोर टीम का अगला कप्तान कौन होगा. इस साल हुए मेगा ऑक्शन में भी फ्रेंचाइजी कप्तान के तलाश के साथ ही एक संतुलित टीम खड़ी करने के इरादे से उतरी थी.
नीलामी में टीम ने जहां कुछ रिलीज खिलाड़ियों को हासिल किया था. वहीं फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis) जैसे विस्फोटक अनुभवी बल्लेबाजों को भी खरीदा था. जिन्हें अब टीम की मेजबानी भी सौंप दी गई है. लेकिन, फ्रेंचाइजी का ये फैसला कितना सही है इसे लेकर हम अपने इस खास आर्टिकल में जिक्र करेंगे.
दुनियाभर की टी-20 लीग में खेलने का रहा है बेहतरीन अनुभव
लगभग एक दशक बाद आरसीबी की कप्तानी में बदलाव हुआ है जब विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी छोड़ने के बाद फाफ को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है. वो इस टीम के 7वें कप्तान बने हैं. मेजबानी रेस में उनका नाम सबसे आगे था. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार फाफ पिछले साल सीएसके का हिस्सा थे और उन्हें जबरदस्त फॉर्म में देखा गया था. इस साल उन्हें सीएसके ने भले ही रिलीज कर दिया था लेकिन, आरसीबी उन्हें खुद से जोड़ने का मन बना चुकी थी.
अब फ्रेंचाइजी की ओर से उन्हें कप्तान बनाने को लेकर लिया गया ये फैसला कितना सही है इसे लेकर अभी भी कई सवाल हैं. लेकिन, ये कहना गलत नहीं होगा कि आरसीबी ने कोहली के बाद सही खिलाड़ी को कप्तान चुनकर दांव खेला है. इसकी सबसे बड़ी वजह फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis) का दुनियाभर के अलग-अलग टी-20 लीग में लाजवाब प्रदर्शन और टी-20 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक कप्तानी का अनुभव भी रहा है. जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
कप्तानी के अवतार में फिट बैठते हैं दिग्गज क्रिकेटर
हालांकि कप्तान बनने के बाद इस दिग्गज बल्लेबाज पर आरसीबी को चैंपियन बनाने का खासा दबाव होगा. लेकिन, इस दबाव को वो एंजॉय करना भी पसंद करेंगे. क्योंकि कोहली के दशकों तक कि कप्तानी में फ्रेंचाइजी को एक भी खिताब हासिल नहीं हुआ है. ऐसे में अगर अफ्रीकी क्रिकेटर इस बार बैंगलोर को चैंपियन बनाते हैं तो आने वाले कुछ सीजन के लिए फ्रेंचाइजी की चिंता खत्म हो सकती है.
कप्तानी के अवतार में इसलिए भी फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis) फिट बैठते हैं क्योंकि कप्तानी के तौर उनका रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है. हालांकि ऐसा पहली बार है जब वो आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी करते हुए नजर आएंगे. लेकिन, अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में उनकी उपलब्धियों पर एक नजर डालें तो दिग्गज बल्लेबाज का करियर बेहद शानदार रहा है.
कप्तानी के तौर पर लाजवाब रहा है रिकॉर्ड, अनुभव देते हैं जीत की गवाही
अब कर दक्षिण अफ्रीका की ओर से उन्होंने कुल 79 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इनमें से 43 मैचों में जहां जीत हासिल की है तो वहीं 34 मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है. इसके साथ ही 1 मैच टाई जबकि 1 मैच का कोई नतीजा नहीं निकला है. उनके कप्तानी के तौर पर जीत का प्रतिशत 55.76 का रहा है. इतना ही नहीं तीनों ही फॉर्मेट में उन्हें कप्तानी के तौर पर अच्छा अनुभव है. कप्तानी के तौर पर आरसीबी ने फाफ डु प्लेसिस (Faf Du Plessis) को चुनकर इसलिए भी अच्छा किया है क्योंकि वो अपनी टीम को सलामी बल्लेबाज के तौर पर जबरदस्त शुरूआत तो दिलाते ही हैं
और लंबे समय से इस टूर्नामेंट का हिस्सा हैं. उन्होंने अलग-अलग कप्तानों के नेतृत्व में इस लीग में खेला है और काफी अनुभव लिया है. साल 2012 से फाफ इस टूर्नामेंट में खेल रहे हैं. वहीं 2016 और 2017 में जब चेन्नई सस्पेंड हुई थी तब वो राइजिंग पुणे सुपरजाएंट का हिस्सा थे. पिछले साल चेन्नई को खिताब दिलाने में उनकी अहम भूमिका थी. अब तक उन्होंने 100 मैच में 34.94 की औसत से 2935 रन बनाए हैं. वहीं 22 अर्धशतक भी जड़े हैं. इस बार आरसीबी को भी अगर वो चैंपिनयन बनाने में भूमिका निभाते हैं तो इनमें हैरानी नहीं होगी.