6,6,6,6,6,6,6..... तूफ़ानी बल्लेबाज़ी! सिकंदर रज़ा ने ठोका 33 गेंदों में शतक, 7 चौके–15 छक्कों से मैदान में मचा हाहाकार
Published - 08 Dec 2025, 08:59 AM | Updated - 08 Dec 2025, 09:01 AM
टी20 क्रिकेट में विस्फोटक बल्लेबाज़ी के कई यादगार पल देखने को मिले हैं, लेकिन जिम्बाब्वे के धाकड़ ऑलराउंडर सिकंदर रज़ा (Sikandar Raza) ने जो कारनामा किया, उसने इंटरनेशनल क्रिकेट में नई सनसनी पैदा कर दी।
अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी और आक्रामक बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर रज़ा ने ऐसी आतिशी पारी खेली जिसने न सिर्फ मैदान, बल्कि पूरा क्रिकेट जगत हिला दिया।
यह पारी तब आई जब टीम को बड़े स्कोर की सख्त जरूरत थी और कप्तान रज़ा (Sikandar Raza) ने जिम्मेदारी निभाते हुए टी20 इतिहास की सबसे विस्फोटक पारी में से एक खेल डाली।
Sikandar Raza ने 33 गेंदों पर जड़ा शतक और खेली इतिहासिक पारी
23 अक्टूबर 2024 को आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप सब रीजनल अफ्रीका क्वालीफायर ग्रुप बी के 12वें मुकाबले में जिम्बाब्वे का सामना गाम्बिया से हो रहा था।
रज़ा (Sikandar Raza) नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने उतरे और पहली ही गेंद से उन्होंने यह साफ कर दिया कि उनकी मंशा कुछ बड़ा करने की है। उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट्स की झड़ी लगा दी और गाम्बिया के गेंदबाजों पर जमकर प्रहार किए।
केवल 33 गेंदों में उन्होंने अपना शतक पूरा कर लिया, जो टी20 इंटरनेशनल इतिहास में संयुक्त रूप से दूसरा सबसे तेज शतक है। यह पारी महज़ बड़े शॉट्स पर आधारित नहीं थी, बल्कि मैच की आवश्यकता के अनुरूप एक योजनाबद्ध आक्रामक खेल भी दिखाती थी।
15 छक्के और 7 चौके, बाउंड्री से निकले 118 रन
रज़ा (Sikandar Raza) की इस पारी का सबसे विस्फोटक पहलू उनके लगाए गए चौके-छक्कों की संख्या थी। उन्होंने अपनी नाबाद 133 रन की पारी में 7 चौके और 15 लंबी छक्के जड़े। सिर्फ बाउंड्री से ही उन्होंने 118 रन बना लिए थे। उनका स्ट्राइक रेट 309 से भी अधिक रहा, जो बताता है कि किस तरह उन्होंने बल्लेबाजी का दबदबा कायम रखा।
रज़ा की पारी के दौरान गेंद कई बार स्टैंड्स में जाती रही और दर्शक दीर्घा में बैठे फैंस भी रोमांचित होते रहे। यह सिर्फ तेज शतक नहीं था, बल्कि गेंदबाजों पर एकतरफा हावी होने का प्रदर्शन था जिसने मैच को पूरी तरह जिम्बाब्वे के पक्ष में मोड़ दिया।

टी20 इतिहास का सर्वोच्च टीम स्कोर बना जिम्बाब्वे का 344/4
सिकंदर रज़ा (Sikandar Raza) की इस विस्फोटक पारी ने बाकी बल्लेबाजों को भी प्रेरित किया। मारुमानी ने 19 गेंदों पर 62, बेनेट ने 26 गेंदों पर 50, बर्ल ने 11 गेंदों पर 25 और मदांडे ने 17 गेंदों पर नाबाद 53 रन ठोके।
सभी बल्लेबाजों ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए रनों की बारिश कर दी और जिम्बाब्वे की टीम ने 20 ओवर में 344/4 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।
यह स्कोर टी20 इंटरनेशनल इतिहास में किसी भी टीम द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर बना। इस मैच ने साबित कर दिया कि जिम्बाब्वे टी20 क्रिकेट में भी किसी भी टीम को चौंकाने की क्षमता रखता है।
गाम्बिया की पारी 54 पर सिमटी, 290 रन से मिली ऐतिहासिक जीत
345 रन के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी गाम्बिया की टीम शुरुआत से लड़खड़ा गई और जिम्बाब्वे के गेंदबाजों के सामने टिक नहीं सकी। पूरी टीम 14.4 ओवर में केवल 54 रन पर ढेर हो गई, जिसमें सर्वाधिक 12 रन आंद्रे जार्जू के बल्ले से आए।
जिम्बाब्वे ने यह मुकाबला 290 रन के बड़े अंतर से जीतकर इतिहास रच दिया। इस जीत की सबसे बड़ी वजह कप्तान सिकंदर रज़ा (Sikandar Raza) की अद्भुत शतकीय पारी रही, जिसने इस मैच को यादगार बना दिया और टी20 इंटरनेशनल में एक नया मानक स्थापित किया।
ऑथर के बारे में
यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।