एक क्रिकेटर (Cricketer) को बुलंदियों पर पहुंचने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है. तब कहीं जाकर उसे एक बड़ी पहचान मिल पाती है. लेकिन, जब किसी इंसान को गंभीर बिमारी जकड़ लेती है तो आम नागरिक हो या फिर कोई क्रिकेटर, वह उसके जाल से च नहीं पाता है. इस बीच क्रिकेट की दुनिया से निराश कर देने वाली खबर सामने आ रही है. एक दिग्गज खिलाड़ी को कैंसर उबर आया है. जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
इस Cricketer को कैंसर के चलते कराना पड़ा भर्ती
- इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज जेफ्री बॉयकॉट 22 गंज की पिच पर बड़े-बड़े गेंदबाजों के छक्कों छुड़ाए.
- लेकिन, इन दिनों वह कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से जंग लड़ रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके परिवार वालों ने जानकारी सांझा की. उन्होंने बताया कि
''साल 2002 में जेफ्री बॉयकॉट को गले की कीमथेरेपी करानी पड़ी थी.लेकिन, उन्हें मई पता चला की कैंसर दोबारा उबर आया. जिसके बाद उन्हें आनफानन में अस्पताल में भर्ती करना. पता जहां 3 घंटे तक उनकी सर्जरी चली.''
पूर्व कप्तान के बेटे ने फैंस का जताया आभार
- जेफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) की तबीयत खराब होने के बाद उनके फैंस के बीच मायूसी लहर तोड़ गई थी.
- उनके चाहने वाले दिग्गज बल्लेबाज जेफ्री बॉयकॉट के स्वस्थ्य होने की कामनाएं करने लगे.
- जिस पर क्रिकेटर (Cricketers) ने अपने फैंस का आभार व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा,
''मैं आपकी शुभकानाओं का आभार व्यक्त करता हूं. दुर्भाग्य से तबियत ठीकनहीं है. मेरे पिता को नमूनिया हो गया था जिसकी वजह से उन्हें खाने पीने में दिक्कत हो रही थी. इसलिए उन्हें बेहतर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.''
Geoffrey Boycott का शानदार रहा करियर
- जेफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) एक क्रिकेटर (Cricketer) के तौर पर बहुत बड़ी सख्सियत है.
- वह 1979 में खेले गए विश्व कप में इंग्लैंड की टीम का हिस्सा रहे हैं. इस टूर्नामेंट में इंग्लिश टीम रनरअप रही थी.
- बॉयकॉट ने 1962 में लीड्स के लिए शीर्ष स्थान प्राप्त करने के बाद अपने गृह काउंटी के लिए खेलना शुरू किया.
- जबकि 1964 में इंग्लैंड के पहला टेस्ट मैच खेला. उनका करियर शानदार रहा. अपने मुल्क के लिए 108 टेस्ट खेले.
- जिसमें 22 शतक और 42 अर्धशतक के दम पर 8 हजार से ज्यादा रन बनाए. जबकि वनडे में 26 मैच खेले और 1082 रन बनाए.