भारत-इंग्लैंड महिला टीम (India vs England W) के बीच खेला गया टी20 सीरीज का आखिरी मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. इस मैच में स्मृति मंधाना का बल्ला जमकर गरजा. लेकिन, मेजबान टीम इंडिया पर पूरी तरह से हावी रही. शुरूआत के दो मुकाबलों में 1-1 से बराबरी कर चुकी दोनों टीमों के बीच बुद्धवार को सीरीज के लिए आखिरी भिड़ंत हुई थी. जिसमें इंग्लिश टीम को शानदार जीत हासिल हुई.
इंग्लिश महिला टीम ने भारत को तीसरे टी20 मैच में हराकर जीती सीरीज
इससे पहले टीम इंडिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज को 2-1 से गंवा दिया था. इसका बदला लेने के लिए भारत के पास टी20 सीरीज थी. जिसके अंतिम मैच में जीत हासिल करनी थी. लेकिन, ऐसा करने में भारतीय टीम नाकामयाब रही और टी20 सीरीज में भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. श्रृंखला के तीसरे मैच में इंग्लैंड (England) ने मेहमान टीम को 8 विकेट से हार का आईना दिखाते हुए इस पर 2-1 से जबरदस्त जीत हासिल की.
दिलचस्प बात तो ये है कि, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मंधाना और शेफाली वर्मा की जोड़ी से फैंस को काफी उम्मीदे थीं. लेकिन, बिना खाता खोले युवा सलामी बल्लेबाज ब्रंट का शिकार हो गई. हरलीन देओल भी सिर्फ 6 रन का ही योगदान दे सकीं. हालांकि इस दौरान स्मृति मांधना (Smriti Mandhana) विकेट पर काफी समय तक टिकी रहीं. उन्होंने 51 गेंदों का सामना करते हुए धुंआधार 70 रन की पारी खेली थी.
मंधाना-हरमनप्रीत के सिवा बाकी बल्लेबाज पूरी तरह से रहे फेल
इसकी मदद से भारतीय टीम इंग्लिश महिला खिलाड़ियों के सामने 153 रन का स्कोर खड़ा करने में कामयाब रही. जिसके जवाब में उतरी इंग्लैंड टीम (England Team) की ओर से डैनी वायट (Danni Wyatt) ने 89 रन की धुंआधार पारी खेली. यहां तक तीसरे मैच को विरोधी टीम ने महज 19वें ओवर में जीत लिया. इस दौरान मेजबान टीम की एक ही बल्लेबाज पूरे भारतीय गेंदबाजों पर भारी रही और उनकी जमकर धुनाई भी की.
स्मृति मंधाना (70 रन) हरमनप्रीत कौर (36 रन) और ऋचा घोस (20) के अलावा एक भी भारतीय खिलाड़ी दहाई के भी आंकड़े को नहीं छू सकी. इसका नतीजा ये हुआ कि टीम 20 ओवर में सिर्फ 153 रन ही बना सकी. जिसका पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की ओर से वायट (80 रन) और स्काइवर (42) की जबरदस्त पारी के दम पर इस मैच को उन्होंने 18.4 ओवर में ही अपने नाम कर लिया था. इस पूरे दौरे पर टीम इंडिया की बल्लेबाजी सबसे बड़ी समस्या रहा.
डैनी वायट भारतीय टीम पर पूरे मैच में रहीं हावी, बेअसर नजर आई टीम इंडिया की गेंदबाजी
हालांकि टीम इंडिया की तरह इंग्लैंड (England) की भी शुरुआत ज्यादा अच्छी नहीं रही. चौथे ओवर में ही ओपनर टैमी बोउमॉन्ट (11) को स्पिनर दीप्ती शर्मा ने पवेलियन भेजकर टीम को पहली सफलता दिलाई. लेकिन, इसके बाद वायट का बल्ला भारत के खिलाफ जमकर गजरा. उन्होंने टीम इंडिया के हर एक गेंदबाज को अपने इशारों पर नचाया और बाउंड्रियों की बरसात कर डाली. यहां तक कि, भारतीय टीम विकेट के लिए भी तरसती हुई दिखाई दी. इस काम में ऑलराउंडर नैट स्काइवर ने उनका साथ दिया.
इसका दौरान भारतीय स्पिन अटैकिंग भी पूरी तरह से फेल नजर आई. इन दोनों की विस्फोटक पारी ने 16 ओवरों में ही 130 रन बना लिए थे और जीत की नींव रख दी थी. स्नेह राणा ने जब स्काइवर को (42) आउट कराया उस वक्त बहुत देरी हो चुकी थी. महज 2 विकेट खोकर विपक्षी टीम ने 18.4 ओवर 153 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया. सीरीज पर जीत हासिल करने के बाद वायट को नाबाद 89 रन की पारी की बदौलत प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया.