भारत-इंग्लैंड (Ind vs England) के बीच सीरीज का 5वां और आखिरी टेस्ट रद्द होने के बाद से ही इस पर लगातार बहस का सिलसिला जारी है. इस बीच ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं कि रद्द किए गए मैच को दोबारा से आयोजित किए जाने को लेकर भी तैयारियां चल रही हैं. मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में होने वाले इस टेस्ट मैच को टॉस से करीब 2 घंटे पहले ही रद्द करने के फैसा किया गया था. इस संबंध में इंग्लिश बोर्ड ने आईसीसी (ICC) को एक पत्र भी लिखा है. क्या है पूरी खबर, जानिए इस रिपोर्ट के जरिए....
ICC को इंग्लिश बोर्ड ने लिखा पत्र
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने इस बारे में क्रिकेट काउंसिल को पत्र लिखते हुए इस पर तुरंत निर्णय की उम्मीद के साथ प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा है. 5वां टेस्ट शुक्रवार (10 सितंबर) से शुरू होना था लेकिन, के कारण ये मुकाबला हो नहीं सका. भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और सपोर्ट स्टाफ के कुछ सदस्यों के अलावा फिजियोथेरेपिस्ट योगेश परमार भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
हालांकि इस मुकाबले के दोबारा से आयोजित करने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है. इस तरह की रिपोर्ट सामने आ रही हैं कि इसे आगामी साल में आयोजित किया जा सकता है. इंग्लैंड (England) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने शुक्रवार को इस बात की ओर संकते किए हैं कि, अगले साल गर्मियों में इस मैच को आयोजित किया जा सकता है. अगर मैच को ICC की विवाद समाधान समिति (DRC) द्वारा नियमों में कोविड-19 के कारण रद्द माना जाता है तो इसे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंकों में नहीं जोड़ा जाएगा.
बीसीसीआई ने जारी किया ऐसा बयान
अगर ऐसा संभव हो जाता है तो दोनों टीमों को कोई अंक नहीं मिलेगा. इसकी वजह से मौजूदा सीरीज को भारत 2-1 से अपने नाम कर लेगा. दूसरा ऑप्शन ये है कि, यदि डीआरसी इस बात को मान लेता है कि, भारत की ओर से मैच में हिस्सा नहीं लिया गया और वो टीम उतारने में असफल रहा इस मैच को इंग्लैंड (England) के खाते में जोड़ा जाएगा. यानी कि सीरीज 2-2 से बराबर हो जाएगी. लेकिन, बीसीसीआई इस तरह का बयान दे चुकी है कि, ये भविष्य में किया जा सकता है. दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड इसको लेकर बातचीत कर रहे हैं.
इस बारे में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शुक्रवार को एक स्टेटमेंट जारी करते हुए बताया था कि,
"ईसीबी और भारतीय बोर्ड रद्द किए गए सीरीज के 5वें टेस्ट मैच को फिर से आयोजित करने की दिशा में काम करेंगे. खिलाड़ियों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा. बीसीसीआई और ईसीबी के बीच मजबूत संबंधों की वजह से, भारतीय बोर्ड ने रद्द किए गए टेस्ट मैच (मैनचेस्टर में सीरीज का 5वां टेस्ट) को भविष्य में आयोजित करने की पेशकश की है".
आईसीसी का फैसला होगा अहम
डब्ल्यूटीसी के मुताबिक कुछ हालात ऐसे हैं जिसमें मैच खेलने की अनुमति नहीं मिलती. नियमों की माने तो,
‘कोई भी मैच जो एक या दोनों पक्षों की हामी की वजह से आयोजित नहीं होता है (जैसा कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शर्तों में परिभाषित किया गया है) तो ऐसे में अंक प्रतिशत की गणना में इस पर ध्यान नहीं दिया जाएगा.’
फिलहाल आईसीसी की ओर से होने वालवा फैसला महत्वपूर्ण होगा. क्योंकि ये देखने वाली बात होगी कि डीआरसी इसे किस तरह से लेता है. हालांकि इंग्लैंड (England) की टीम कहीं ना कहीं इस मुकाबले के रद्द होने से नाराज है.