ENG vs IND: एजबेस्टन में खेले गए इंग्लैंड और भारत के बीच पटौदी ट्रॉफी के 5वें टेस्ट मैच में टीम इंडिया को बेहद शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस मैच में भारतीय टीम 378 रनों का बचाव करते हुए मेजबान टीम से 7 विकेट और आखिरी दिन के 2 सेशन रहते हार गई। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहला मौका है जब भारत 350 से ज्यादा रनों का लक्ष्य बचाव करने में नाकामयाब हुई है।
टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 416 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में 284 रनों पर सिमट गई थी। जिसके चलते 132 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी की शुरुआत करने वाली टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 245 रन बनाने की वजह से इंग्लैंड को 378 रनों का लक्ष्य दिया था।
जिसे उन्होंने आक्रमक अंदाज में सिर्फ 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया है। इंग्लैंड और भारत (ENG vs IND) के बीच ये टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई है। लेकिन टीम इंडिया को आखिरी टेस्ट मैच में मिली हार का जख्म नासूर बनकर सताने वाला है। क्योंकि इस मैच में भारत की पकड़ बेहद मजबूत थी, इस बीच 5 खिलाड़ी टीम इंडिया की इस हार के सबसे बड़े विलेन साबित हुए हैं।
1. शुभमन गिल
ENG vs IND मैच में रोहित शर्मा और केएल राहुल की गैर मौजूदगी में शुभमन गिल (Shubman Gill) के ऊपर ही भारत को एक अच्छी शुरुआत दिलाने का दारोमदार था। लेकिन युवा सलामी बल्लेबाज इस चुनौती पर खरा नहीं उतर पाया है। पहले पारी में जहां गिल ने एक अच्छी शुरुआत के बाद सिर्फ 17 रनों के निजी स्कोर पर अपना विकेट गंवा दिया था।
वहीं दूसरी पारी में भी वे बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो पाए थे। गिल को इस मैच की दोनों ही पारियों में इंग्लिश अनुभवी गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने चलता किया था। इंग्लैंड की पिचों पर पहले 10 ओवर में बल्लेबाजी करना हमेशा कठिन माना जाता है। शुभमन गिल दोनों ही पारियों में टीम इंडिया को एक अच्छी शुरुआत देने में असफल हुए।
2. श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की शॉर्ट गेंद के खिलाफ कमजोरी जग जाहिर हो चुकी है। ENG vs IND मैच में इंग्लिश गेंदबाजों ने भी उनकी इसी खामी को टटोलते हुए परेशान किया। श्रेयस के लिए इंग्लैंड दौरा अबतक कुछ खास नहीं रहा है, एजबेस्टन में खेले गए टेस्ट मैच में वे दोनों पारियों में क्रमश: सिर्फ 15 और 19 रनों का योगदान देते हुए आउट हुए हैं
मजेदार बात ये है कि दोनों ही बार उन्हें शॉर्ट गेंदों पर आउट किया गया है। दूसरी पारी में जब टीम इंडिया तेजी से एक बड़ी बढ़त की ओर जा रही थी, ऐसे में श्रेयस अय्यर बल्लेबाजी करने आए और इंग्लिश गेंदबाजों ने उन्हें शॉर्ट गेंदों के जाल में फंसा लिया। साथ ही वे इस मैच में जरूरत से ज्यादा आक्रमक रवैया अपनाने की कोशिश में थे जिसका टीम को भारी नुकसान हुआ है।
3. शार्दूल ठाकुर
शार्दूल ठाकुर (Shardul Thakur) भी भारत की हार के जिम्मेदार खिलाड़ियों की लिस्ट में अपना नाम बनाते हैं। ENG vs IND मैच से पहले उनके प्लेइंग एलेवन में चयन को लेकर भी सवाल किया जा रहा था, क्योंकि उनकी जगह टीम इंडिया को रविचंद्रन अश्विन को बाहर बिठाया गया था। जिसके पीछे का तर्क ये था कि एजबेस्टन के मैदान में तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी।
साथ ही शार्दूल ठाकुर नंबर-8 पर बल्लेबाजी करते हुए अहम योगदान देने की काबिलियत रखते हैं। लेकिन वे दोनों ही पहलू पर हल्के साबित हुए। इस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शार्दूल ने सिर्फ 1 विकेट चटकाया और दोनों परियो के रन मिलाकर कुल 5 रन बनाए।
4. विराट कोहली
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) इन दिनों खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। पिछले 2 साल से इस खिलाड़ी ने शतक नहीं बनाया है, हालांकि इस दौरान वे लगातार अर्धशतकीय परियां खेल रहे थे। लेकिन बीते कुछ दिनों से कोहली क्रीज पर अपने पैर जमाने के लिए भी संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं।
इंग्लैंड और भारत (ENG vs IND) के बीच 5वें टेस्ट मैच में भी विराट कोहली (Virat Kohli) दोनों पारियों में क्रमश: 11 और 20 रन ही बना पाए। हालांकि दोनों ही पारियों में विराट लय पकड़ते नजर आ रहे थे। लेकिन बड़ा योगदान नहीं देने के कारण वे भारत की हार के विलेन बन गए हैं। इस पूरी बैटिंग लाइन अप में सिर्फ विराट से ही सभी भारतीय समर्थकों को सबसे ज्यादा उम्मीदें थी।
5. हनुमा विहारी
दायें हाथ के बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) को इंग्लैंड और भारत के बीच इस टेस्ट मैच में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका मिला था। लेकिन वे इस मौके को हर लिहाज से भुनाने में सफल नहीं हो पाए। नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते हुए हनुमा को दोनों पारियों में एक अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वे पहली और दूसरी पारी में क्रमश: 20 और 11 रन ही बना पाए।
इसके अलावा हनुमा विहारी ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में खतरनाक दिख रहे जॉनी बेयरस्टो का कैच टपका कर मैच की सबसे बड़ी गलती की। जॉनी उस समय सिर्फ 14 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे और इंग्लैंड पूरी तरह से दबाव में थी। अगर वो कैच लपका जाता तो मैच का रुख भारत की ओर मुड़ सकता था।