ENG vs IND: इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया पहला वनडे मैच बेहद रोमांचक रहा. इस मुकाबले में टीम इंडिया ने मेजबान को 10 विकेटों से करारी शिकस्त दी. केनिंग्टन के ओवल मैदान में खेले गए इस मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. जहां भारत के तेज गेंदबाजी अटैक ने इंग्लिश बल्लेबाजी की कमर तोड़ कर रख दी.
जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में 6 विकेट लिए जिसके चलते इंग्लैंड सिर्फ 110 रन पर सिमट गई. जवाब में जीत के लिए भारतीय टीम को 50 ओवर में महज 110 रनों की दरकार थी. इसके लिए भारत के हाथ में पूरे 10 विकेट थे. ऐसे में इस लो स्कोरिंग मैच में लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए ही इसे हासिल कर लिया.
भारतीय टीम ने 10 विकेट से जीत दर्ज कर इस सीरीज पर भी 1-0 से अजेय बढ़त बना ली है. वहीं इंग्लैंड के लिए ये बेहद शर्मनाक हार रही. हम अपनी इस खास रिपोर्ट में इंग्लैंड (ENG vs IND) की 3 खामियों के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसका फायदा उठाकर भारतीय टीम ने एकतरफा जीत हासिल की.
1. खराब शुरुआत के बाद नहीं उबर पाई
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड टीम (ENG vs IND) में एक से बढ़कर एक स्टार खिलाड़ी थे. लेकिन, इसके बावजूद इन अंग्रेजी टीम का 50 क्या 30 ओवर भी न खेल पाना वाकई बेहद शर्मनाक रहा. आखिरी टी20 में जीत दर्ज करने वाली अंग्रेजी टीम से एक बेहतर प्रतिस्पर्धा की उम्मीद थी. लेकिन, इस तरह से पूरा टॉप ऑर्डर बिखर जाएगा इसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी.
अपनी ही सरजमीं पर इंग्लैंड (ENG vs IND) की पहले वनडे में शुरूआत उम्मीद से कहीं ज्यादा खराब रही. पहला ओवर शमी ने फेंका और पिच पर स्विंग का अच्छा खासा अंदाजा जसप्रीत बुमराह को हो चुका था और उन्होंने इसका अपनी स्पेल में बखूबी फायदा भी उठाया और इंग्लैंड की कमर तोड़ने का इंतजाम भी कर लिया था. उन्होंने जेसन रॉय को शून्य पर पवेलियन का रास्ता दिखाया तो ऐसा लगा कि जॉनी बेयरस्टो और जो रूट की जोड़ी कमाल करेगी.
लेकिन, कमाल तो छोड़िए दोनों 10 रन तक नहीं बना सके. जो रूट तो बिना खाता खोले ही डगआउट का रास्ते लौट आए और बेयरस्टो भी 7 रन बनाकर चलते बने. बुमराह के दिए हुए शुरूआती जख्म से अंग्रेजी टीम उबर ही नहीं सकी और इसी का फायदा उठाकर शमी ने भी जस्सी के साथ चोट पर चोट दिया. जिसका नतीजा अंत में ये हुआ कि भारत ने 10 विकेट से मैच जीत लिया.
2. बड़े खिलाड़ियों पर दिखा टेस्ट फॉर्म का असर दिखा, वनडे में खुद को ढालने में रहे असफल
इंग्लैंड और भारत (ENG vs IND) के बीच मंगलवार को खेले गए पहले वनडे मैच से पहले दोनों टीमों के बीच टी20 सीरीज संपन्न हुई थी और इससे पहले दोनों का आमना-सामना रिशेड्यूल टेस्ट मैच में हुआ था. जिसे 7 विकेट से अंग्रेजी टीम ने जीत लिया था. इस मैच में टीम के दिग्गज बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो से लेकर जो रूट और टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स गजब की फॉर्म में दिखे थे.
लेकिन, अपनी इस फॉर्म और लय को ये बल्लेबाज भारत के खिलाफ पहले वनडे में बरकरार नहीं रख सके. या यूं कहे कि टेस्ट का फॉर्म और खुमार इनके सिर से उतरा ही नहीं. इसलिए ये अपने आपको वनडे में ढालने में भी असफल रहे. जो रूट और बेन स्टोक्स तो खाता तक नहीं खोल सके और ये हैरानी वाली बात रही. टेस्ट में बेयरस्टो के साथ मिलकर रूट ने शतक जड़ा था और जॉनी ने भी गजब की फॉर्म दिखाते हुए बैक टू बैक सेंचुरी जड़ी थी.
हालांकि टीम इंडिया के खिलाफ इन दिग्गज बल्लेबाजों का एक भी पैंतरा काम नहीं आया और जसप्रीत बुमराह पूरी तरह से विरोधियों पर हावी रहे. इस दौरान उनका दूसरी ओर से बखूबी साथ शमी ने दिया. ये इंग्लैंड (ENG vs IND) की दूसरी बड़ी गलती रही जिसका फायदा भारत को एकतरफा जीत दर्ज करने में मिला.
3. अटैक के लिए अनुभवी बॉलर्स का इस्तेमाल शुरूआत में न करना
भारत के खिलाफ पहले वनडे में 10 विकेट से मिली करारी हार के बाद कप्तान इंग्लैंड (ENG vs IND) के कप्तान जोस बटलर ने अपने प्लान का खुलासा करते हुए बताया था कि उन्होंने गेंदबाजों से विकेट पर फोकस करने की बात कही थी. लेकिन, मैच के दौरान कप्तान खुद ही गलती कर बैठे. उन्होंने अपनी अनुभवी गेंदबाजों का इस्तेमाल करने से पहले गैरअनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा जताया.
जबकि बीच के ओवरों में जब बेन स्टोक्स और मोईन अली को गेंद थमाई गई तो इन दोनों ने कई बार धवन और रोहित शर्मा को आउट करने का मौका बनाया था. यहां तक कि धवन और रोहित को शुरूआत में क्रीज पर जमने में भी काफी वक्त लगा और इस बात को खुद कप्तान हिटमैन ने भी स्वीकार किया था कि गेंद स्विंग हो रही थी. ऐसे में कहीं न कहीं जोस बटलर की तीसरी सबसे बड़ी गलती ये भी रही जिसका फायदा उठाकर टीम इंडिया ने एकतरफा जीत दर्ज की.