इन 2 दिग्गज खिलाड़ियों को ले लेना चाहिए टेस्ट और वनडे से सन्यास, लगातार जारी है खराब प्रदर्शन
Published - 09 Aug 2017, 07:09 AM

इन दिनों चारों और त्यौहारों के साथ साथ क्रिकेट की धूम भी मची हुई हैं. एक तरफ जहाँ खेल प्रेमी टी ट्वेंटी का रोमांचक कैरेबियन प्रीमियर लीग {सीपीएल} के द्वारा उठा रहे हैं, तो दूसरी तरफ भारत और श्रीलंका के बीच भी एक दिलचस्प टेस्ट श्रृंखला खेली जा रही हैं. इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच भी हाल में ही एक शानदार और बेहतरीन टेस्ट सीरीज देखने को मिली, जिसे मेजबान इंग्लैंड ने 3-1 से जीतकर अपने नाम किया. बात अगर भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही तीन टेस्ट मैचों रॉयलस्टैग श्रृंखला की करे, तो भारतीय टीम विराट कोहली की अगुवाई में 2-0 से सीरीज जीतकर अपने नाम कर चुकी हैं और अब टीम की नज़रे टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर बनी हुई हैं.
क्या हो गया श्रीलंका क्रिकेट को
रॉयलस्टैग कप के दौरान श्रीलंका की टीम एकदम बिखरी बिखरी दिखाई दी. टीम के सीनियर खिलाड़ियों से लेकर टीम के युवा खिलाड़ियों तक सभी मेहमान भारतीय क्रिकेट टीम के सामने पानी भरते हुए दिखाई दिए. एक समय हुआ करता था, जब श्रीलंका की टीम किसी भी बड़ी से बड़ी टीम को टक्कर देने में माहिर थी, लेकिन जब से तिलकरत्ने दिलशान, मुथैया मुरलीधरन और खासतौर पर महेला जयवर्धने और कुमार संगाकार ने सन्यास लिया हैं, तब से तो मानों श्रीलंका की टीम की कमर हो टूट गयी हैं.
एक दौर जो भारतीय क्रिकेट टीम में सचिन, सौरव और द्रविड़ के सन्यास के वक़्त आया था, वही दौर मौजूदा समय में श्रीलंकन क्रिकेट टीम में चल रहा हैं. टीम में युवा खिलाड़ियों की भरमार तो हैं, लेकिन तजुर्बा और अनुभव किसी के पास भी नहीं हैं. ऐसे में टीम को हार नहीं, तो क्या मिलेंगा. ज़िम्बाब्वे जैसी द्वयंदर्जे की टीम भी श्रीलंका की टीम को उनके घर में आकर हराकर जा रही हैं.
क्या खत्म हो रहा हैं इन दो दिग्गजों का करियर
श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एंजले मैथयुस और रंगना हेराथ को श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की आन-बान और शान माना जाता हैं. ऐसा हो भी क्यों ना..... इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका के लिए जो कुछ भी किया हैं, वह काबिले तारीफ और बेहतरीन हैं. मगर पिछले कुछ समय से यह दोनों ही दिग्गज खिलाड़ी बहुत ज्यादा बुरी फॉर्म से गुजर रहे हैं. सिर्फ फॉर्म ही नहीं, बल्कि लगातार बिगड़ती फिटनेस और इंजरी ने भी दोनों के करियर पर सवालियां निशान खड़े करना शुरू कर दिए हैं.
भारत के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में भी दोनों ही खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा हैं. एंजले मैथयुस के बल्ले से अभी तक टेस्ट सीरीज में मात्र 36 की औसत के साथ 147 रन निकले हैं, जबकि रंगना हेराथ भी अभी तक केवल पांच ही विकेट हासिल कर सके हैं और उनका इकॉनमी भी काफी खराब रहा हैं. एंजले मैथयुस के आउट होने के आउट होने के तरीके पर भी सभी सवाल उठा रहे हैं. सुनील गावस्कर ने तो गॉल टेस्ट मैच के दौरान एंजले मैथयुस को गैरजिम्मेदार खिलाड़ी तक कह दिया था.
दोनों ही खिलाड़ी बढ़ती उम्र का भी शिकार हो रहे हैं और अगर श्रीलंकाई टीम को आगामी विश्व कप को ध्यान में रखकर टीम का निर्माण करना हैं, तो इस दोनों खिलाड़ियों के बारे में जरुर सोचना पड़ेंगा. एंजले मैथयुस और रंगना हेराथ जैसे खिलाड़ियों की कमी और उनके स्थान को आसानी से भरा नहीं जा सकता, लेकिन अब शायद इन दोनों के करियर के खत्म होने का वक़्त आ गया हैं.
कैसे रहा हैं करियर
दोनों ही श्रीलंकाई खिलाड़ियों का करियर बहुत ही शानदार रहा हैं. एंजले मैथयुस ने जहाँ अभी तक श्रीलंका के लिए 68 टेस्ट मैच खेले हैं और 45.47 की औसत के साथ 4683 रन बनाये हैं. टेस्ट क्रिकेट में मैथयुस के नाम पर 7 शतक और 27 अर्द्धशतक भी दर्ज हैं और 33 विकेट भी के चुके हैं.
रंगना हेराथ ने श्रीलंका क्रिकेट टीम के लिए अभी तक कुल 83 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान वह 389 विकेट लेने में सफल रहे हैं. रंगना हेराथ के नाम पर टेस्ट क्रिकेट में दो बड़े अर्द्धशतक भी दर्ज हैं. अब खेल प्रेमियों को इस बात को स्वीकार कर लेना चाहिए, कि इन दोनों ही महान श्रीलंकाई खिलाड़ियों का करियर इस समय उनके अंतिम पड़ाव पर चल रहा हैं.
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Angelo Mathews