चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम का ऐलान होते ही गिरी कप्तान पर गाज, इस वजह से गिरफ्तारी के लिए जारी हुआ वारंट
बीते दिन चैंपिचंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया के स्क्वाड का ऐलान किया. अभी 24 घंटे भी नहीं बीते हैं कि इस दौरान एक हैरान कर देने वाली खबर सामने रही है कि कप्तान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है....
Champions Trophy 2025 के लिए टीम का ऐलान होते ही गिरी कप्तान पर गाज, इस वजह से गिरफ्तारी के लिए जारी हुआ वारंट Photograph: ( Google Image )
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) की शुरुआत होने में गिने-चुने दिन बचे हैं. आईसीसी टूर्नामेंट का पहला मुकाबला 19 फरवरी को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा. जबकि टीम इंडिया अपने टूर्नामेंट का आगाज 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ करेगी. जिसके लिए 18 जनवरी को भारतीय के दल का भी ऐलान कर दिया है. बता दें कि टीम की घोषणा किए हुए अभी 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए हैं. इस बीच एक परेशान कर देने वाली खबर सामने आ रही है कि कप्तान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है....
Champions Trophy 2025 के बीच पूर्व कप्तान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट
Champions Trophy 2025 के बीच पूर्व कप्तान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट Photograph: ( Google Image )
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) के लिए अधिकांश टीमों ने अपना स्क्वाड जारी कर दिया है. शनिवार को टीम इंडिया का स्क्वाड सामने आया था. उसके 24 घंटे भी नहीं बीते हैं और क्रिकेट प्रेमियों को परेशान कर देने वाली खबर सामने आई है. यह खबर बांग्लादेश क्रिकेट से जुड़ी है. जहां पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. क्रिकबस की रिपोर्ट्स के मुताबिक ढाका की एक अदालत ने रविवार को बांग्लादेश के प्रसिद्ध ऑलराउंडर और राजनेता शाकिब अल हसन के खिलाफ आईएफआईसी बैंक से जुड़े चेक के अनादर मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
धोखाधड़ी मामले पर कोर्ट ने जारी किया आदेश
शाकिब का नाम 15 दिसंबर को चेक धोखाधड़ी मामले में आया था इसके बाद 18 दिसंबर को अदालत ने प्रारंभिक सुनवाई हुई, जिसके बाद उन्हें 19 जनवरी को अदालत में पेश होने का आदेश दिया. लेकिन वह पेश नहीं हुए जिसके बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया. बता दें कि शाकिब की कंपनी अल हसन एग्रो फार्म लिमिटेड, इसके प्रबंध निदेशक गाजी शाहगीर हुसैन और निदेशक इमदादुल हक और मलाइकर बेगम भी शामिल हैं.
शाकिब की कंपनी ने कई बार IFIC बैंक की बनानी शाखा से धन उधार लिया था. लेकिन, रिपोर्ट के मुताबिकशाकिब और तीन अन्य पर दो अलग-अलग चेक के माध्यम से 4,14,57,000 बीडीटी (लगभग 41.4 मिलियन टका) हस्तांतरित करने की प्रतिबद्धता को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया गया.
मर्डर के आरोप में छोड़ दिया बांग्लादेश, दुबई में डाला ढेरा
शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) की मुश्लिले कम होने की वजाए बढ़ती ही चली जा रही है, जब बांग्लादेश में तख्ता पटल हुआ तो उन पर आंदोलन कर रहे छात्र की हत्या करने का आरोप लगा था. बांग्लादेश में हालात ठीक नहीं थे तो उन्होंने अपने परिवार की सुरक्षा का नजरिए वहां जाना उचित नहीं समझा और डर वजह से सीधा दुबई चले गए हैं,