Afghanistan Cricket Team को सेमीफाइनल में पहुंचाने वाले दिग्गज का अचानक हुआ निधन, क्रिकेट जगत में पसरा मातम
Afghanistan Cricket Team को सेमीफाइनल में पहुंचाने वाले दिग्गज का अचानक हुआ निधन, क्रिकेट जगत में पसरा मातम

Afghanistan Cricket Team: अफगानिस्तान की टीम ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में जगह बनाई है। राशिद खान की कप्तानी वाली टीम ने सुपर आठ के अपने आखिरी मैच में बांग्लादेश को 8 रन से हराकर सेमीफाइनल का टिकट कटाया है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद अफगानिस्तान टीम के फैंस काफी खुश हैं।

वही दिग्गज खिलाड़ी र टीम की तारीफ कर रहे हैं। लेकिन इन सब मामलों के बीच अफगान टीम को बड़ा झटका लगा है। क्योंकि जिस नियम से उनकी टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल की थी। उस नियम को बनाने वाले दिग्गज का निधन हो गया है। इस अचानक हुई घटना के बाद क्रिकेट जगत में मातम पसर गया है। कौन है ये दिग्गज, आइए जानते हैं

Afghanistan Cricket Team से जुड़े दिग्गज के तार

  • मालूम हो अफगानिस्तान (Afghanistan Cricket Team) बनाम बांग्लादेश के मैच में बारिश ने खूब खलल डाला।
  • इसके चलते मैच का नतीजा डकवर्थ-लुईस नियम के तहत निकाला गया। ये मैच 19 ओवर का रखा गया, जिस अफगान टीम ने  डीएलएस नियम के तहत  8 रन से जीता।
  • इस मैच के बाद क्रिकेट में डकवर्थ-लुईस पद्धति के निर्माता, अंग्रेजी सांख्यिकीविद् फ्रैंक डकवर्थ का निधन हो गया है।
  • डकवर्थ ने 21 जून को 84 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। डकवर्थ-लुईस नियम  डकवर्थ और उनके साथी टोनी लुईस द्वारा विकसित की गई थी।
  • बता दें कि डकवर्थ के साथी लुईस का 2020 में 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

DLS का इस्तेमाल 1977 में किया

  • डकवर्थ-लुईस नियम इस नियम का उपयोग क्रिकेट में बारिश से बाधित मैचों में या मौसम के कारण खेल बाधित होने पर खेल रोके जाने पर किया जाता है।
  • इस नियम का प्रयोग पहली बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1997 में किया गया था।  अफगानिस्तान (Afghanistan Cricket Team) और बांग्लादेश के बीच चल रहे टी20 विश्व कप मैच में भी डीएलएस का इस्तेमाल किया गया था।
  • इस मेथड के शुरू होने से पहले यह सोचा गया था कि मौसम से प्रभावित सीमित ओवरों के क्रिकेट मैचों में सही स्कोर का पीछा कैसे किया जाए।

2001 में आईसीसी ने लागू किया डीएलएस

  • बांग्लादेश के खिलाफ अफगानिस्तान (Afghanistan Cricket Team) कि जीत वाला डीएलएस नियम का इस्तेमाल पहली बार 1997 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किया गया था,
  • फिर 2001 में आईसीसी ने इस नियम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पूरी तरह से लागू करने का फैसला किया।
  • 2014 में ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकीविद् स्टीवन स्ट्रेन द्वारा डकवर्थ और लुईस नियम को थोड़ा संशोधित करने के बाद इस नियम का नाम भी बदल दिया गया।
  • डकवर्थ और लुईस की सेवानिवृत्ति के बाद, ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकीविद् स्टीवन स्टर्न द्वारा कुछ संशोधनों के साथ इस विधि का नाम बदलकर डकवर्थ-लुईस-स्टर्न विधि कर दिया गया।
  • गोरतलब हो कि डीएलएस मेथड  एक जटिल सांख्यिकीय विश्लेषण पर आधारित है, जिसमें लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम के लिए संशोधित लक्ष्य निर्धारित करने के लिए शेष विकेट और खोए हुए ओवर जैसे कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है।

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