विराट कोहली को लेकर दिनेश कार्तिक का बड़ा बयान, कहा: "वो फिट हैं लेकिन उनका दिमाग..."
Published - 09 Sep 2025, 04:36 PM | Updated - 09 Sep 2025, 04:42 PM

Virat Kohli : भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज़ विराट कोहली (Virat Kohli) हमेशा से अपने फिटनेस, जुनून और निरंतरता के लिए पहचाने जाते रहे हैं। मैदान पर उनकी ऊर्जा और समर्पण ने उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक बना दिया।
लेकिन अब, उनके करियर के इस पड़ाव पर एक दिलचस्प और सोचने पर मजबूर कर देने वाला बयान सामने आया है। यह बयान उनके साथी खिलाड़ी और अब कमेंट्री व विश्लेषण की दुनिया में सक्रिय दिनेश कार्तिक से आया।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बातचीत के दौरान कार्तिक ने हाल ही में कहा कि विराट कोहली (Virat Kohli) का शरीर तो पूरी तरह फिट है, लेकिन उनका दिमाग अब पहले जैसा नहीं है। उन्होंने इस बात का ज़िक्र अपने यूके प्रवास के दौरान कोहली (Kohli) से हुई मुलाकात में किया।
कई बार कोहली से हुई मुलाकात: दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने बताया कि उन्होंने कई बार इंग्लैंड में कोहली से मुलाकात की और हर बार उन्हें यह महसूस हुआ कि कोहली शारीरिक रूप से शानदार स्थिति में हैं। उनका फिटनेस लेवल आज भी उतना ही बेहतरीन है जैसा पहले था। वे नेट्स में मेहनत करते हैं, ट्रेनिंग पर ध्यान देते हैं और अपनी डाइट पर भी उसी तरह सख़्ती बरतते हैं। लेकिन जब मानसिक स्थिति की बात आती है तो अब चीज़ें वैसी नहीं हैं।
कार्तिक के अनुसार, कोहली के दिमाग में अब वह तेज़ी, जोश और जुनून नज़र नहीं आता जो उनके करियर के शुरुआती और सुनहरे दिनों में दिखाई देता था। यह बदलाव स्वाभाविक है, क्योंकि लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना किसी भी खिलाड़ी के मानसिक संतुलन पर असर डालता है।
Virat Kohli का फिटनेस स्तर अभी भी उच्च
कोहली (Kohli) को लेकर अक्सर कहा जाता है कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट में फिटनेस की परिभाषा ही बदल दी। बीप टेस्ट से लेकर रनिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग तक, उन्होंने हमेशा टीम के लिए मानक तय किए। यही कारण है कि आज भी उनका शरीर पूरी तरह तैयार है। मैदान पर दौड़ना, कठिन परिस्थितियों में बल्लेबाज़ी करना या फिर लंबी पारी खेलना – इन सभी के लिए वे सक्षम हैं।
दिनेश कार्तिक का मानना है कि कोहली (Kohli) अगर चाहें तो आज भी आसानी से कई साल तक क्रिकेट खेल सकते हैं, लेकिन सवाल यह नहीं है कि शरीर साथ देगा या नहीं। असली सवाल यह है कि क्या उनका दिमाग और मानसिक स्थिति उस निरंतर दबाव को झेलने के लिए तैयार है या नहीं।
मानसिक थकान का Virat Kohli पर असर
लगातार एक दशक से ज़्यादा समय तक क्रिकेट खेलना, हर प्रारूप में टीम का हिस्सा होना और लगभग हर बड़ी सीरीज़ या टूर्नामेंट में प्रदर्शन की जिम्मेदारी उठाना. यह सब किसी भी खिलाड़ी को मानसिक रूप से थका देता है।
कार्तिक ने साफ कहा कि कोहली (Kohli) का शरीर अभी भी तैयार है, लेकिन उनके दिमाग में अब पहले जैसा फोकस और धार नहीं रह गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कोहली (Kohli) को खेलते हुए देखना बहुत अच्छा लगता है, लेकिन उससे भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है कि कोहली (Kohli) खुद खुश रहें।
क्रिकेट से दूरी और संतुलन
कोहली (Kohli) पहले ही टेस्ट और टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई ले चुके हैं। अब वे सिर्फ वनडे में ही टीम इंडिया का हिस्सा हैं। इस फैसले को लेकर भी खूब चर्चा हुई थी, लेकिन अब जब दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ी यह कह रहे हैं कि कोहली (Kohli) मानसिक रूप से पहले जैसे नहीं रहे, तो यह उनके फैसले की अहमियत को और बढ़ा देता है।
कार्तिक ने यह भी कहा कि एक खिलाड़ी का निर्णय सबसे ज़्यादा मायने रखता है। अगर कोहली (Kohli) को लगता है कि अब वे सिर्फ एक प्रारूप में खेलकर ज्यादा अच्छा संतुलन बना सकते हैं, तो इसका सम्मान करना चाहिए।
अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में उतरेंगे Virat Kohli
विराट कोहली (Virat Kohli) लम्बे समय से क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला 9 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेला था। उसके बाद उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल खेला था और टीम को चैंपियन बनाया।
अब अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए विराट कोहली (Virat Kohli) वापसी करने को तैयार हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन वनडे और पांच टी-20 मैचों की सीरीज खेलेगा। भारतीय टीम इस दौरे पर वनडे सीरीज से शुरुआत करेगी, जिसका आगाज 19 अक्टूबर से होगा।