Dinesh Karthik: मुंबई और तमिलनाडु के बीच रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच मुंबई के बीकेसी मैदान पर खेला गया. इस मैच में मुंबई ने तमिलनाडु को पारी और 70 रनों से हरा दिया. इस हार से तमिलनाडु का रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया. मुंबई टीम से मिली करारी हार ने तमिलनाडु टीम के अंदरूनी मतभेदों को सामने ला दिया है.
तमिलनाडु के कोच सुलक्षण कुलकर्णी ने कप्तान साई किशोर पर बड़ा आरोप लगाया. तमिलनाडु के कोच आरोप लगाने के बाद टीम इंडिया के विकेटकीपीर खिलाड़ी दिनेश कार्तिक साई के सपोर्ट में आए है. साथ ही उन्होंने कोच पर जमकर गुस्सा निकाला है. उन्होंने क्या कहा आइए आपको बताते है...
Dinesh Karthik ने लगाई कोच को फटकार
दरअसल तमिलनाडु के कोच सुलक्षण कुलकर्णी के मुताबिक मुंबई के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला पूरी टीम का था. लेकिन साईं किशोर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. नतीजा यह हुआ कि तमिलनाडु की पारी 146 रन पर समाप्त हो गई. जवाब में मुंबई की टीम ने 378 रन बनाए.
दूसरी पारी में तमिलनाडु की टीम 162 रन पर ऑलआउट हो गई. इस तरह रणजी ट्रॉफी में उनका सफर खत्म हो गया, इस वजह से कुलकर्णी का कहना है कि आर साई की जिद के कारण तमिलनाडु की टीम मैच हार गई. ऐसे टीम को सपोर्ट नहीं करें के लिए अब दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) तमिलनाडू के कोच पर गुस्सा जताया है.
दिनेश कार्तिक(Dinesh Karthik) का कहना है कि कोच के लिए बहुत निराशाजनक है. उस कप्तान का समर्थन करने के बजाय, जिसने 7 साल बाद टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया है और यह सोचकर कि यह अच्छी चीजों के होने की शुरुआत है, कोच ने अपने कप्तान और टीम के ऊपर ही सारा ठीकरा पूरी तरह से खतरे में डाल दिया है.
"We should have bowled but the captain had some different instinct"
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) March 5, 2024
Tamil Nadu coach Sulakshan Kulkarni blames the decision at the toss for the team's defeat in the #RanjiTrophy semi-final against Mumbai https://t.co/j7gFf28xor pic.twitter.com/X9ee2Ip7r9
कोच पर बिफरे Dinesh Karthik
दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik)ने सोशल मीडिया के जरिए तमिलनाडु के कोच द्वारा दिए गए बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा, "यह बहुत गलत बात है. इस तरह की बातें कोच के मुंह से निकलना निराशनजाक है. एक कप्तान जो 7 साल बाद टीम को सेमीफाइनल तक लाया है, उसे समर्थन देने के बजाय इस तरह की बातें करना उन्हें शोभा नहीं देता. इस बात में कोई संदेह नहीं कि कोच ने खुद की जिम्मेदारी लिए बिना अपने कप्तान और पूरी टीम को हार का जिम्मेदार ठहरा दिया है."
कोच ने क्या कहा?
तमिलनाडु के कोच ने हार काा सर ठीकरा साई किशोर पर डाल दिया. उन्होंने साई के खिलाफ बयान दिया था. “मैं हमेशा सीधे बोलता हूं. हम पहले दिन सुबह 9 बजे मैच हार गए. मैदान को देखने के बाद मुझे पता था कि क्या करना है. सब कुछ सेट था. हमने टॉस जीता. एक मुंबईकर होने के नाते, मैं स्थिति जानता था. हमें गेंदबाजी करनी चाहिए थी. लेकिन कैप्टन के इरादे कुछ और थे. आख़िरकार, कप्तान ही मैदान पर बॉस होता है. मैं केवल इनपुट दे सकता हूं, आपको बता दें कि साई किशोर की कप्तानी में तमिलनाडु की टीम 7 साल बाद रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुंची थी.