टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी को लीड करने वाले जसप्रीत बुमराह लंबे समय से अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर हैं. जसप्रीत बुमराह के बाहर होने के बाद ऐसा लगा था कि भारतीय गेंदबाजी कमजोर हो जाएगी जिसकी वजह से विपक्षी टीमें भारी पड़ेंगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और इसकी वजह थे मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj). मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने जैसे बुमराह की गैरमौजूदगी में भारतीय तेज गेंदबाजी का बोझ अपने कंधे उठा लिया है और लगातार बेहतरीन गेंदबाजी की है और अपने बूते टीम इंडिया को कई मैच जीताए हैं.
बुमराह के इंजर्ड होने के पहले टीम में स्थान बनाने के लिए संघर्ष करने वाले सिराज ने ऐसा प्रदर्शन किया है कि अब अगर बुमराह आएं तो भी सिराज (Mohammed Siraj) को टीम से बाहर नहीं होना पडे़गा. टी 20 विश्व कप 2022 में जगह नहीं बना सके सिराज ने अपने चमत्कारी प्रदर्शन के बलबूते इसी साल भारत में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है. सिराज (Mohammed Siraj) के लिए ये सबकुछ आसान नहीं था. विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik ) ने सिराज से जुड़ा एक पुराना किस्सा याद किया है.
कोलिन मुनरो से बच के रहना
मोहम्मद सिराज ने 2017 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टी 20 में अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था. उनका जब टीम में चयन हुआ था तब दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik ) ने कहा था कि, "न्यूजीलैंड में के कोलिन मुनरो से बच के रहना, वो बहुत खतरनाक बल्लेबाज है और तुम्हारी बहुत कुटाई कर सकता है." इसके जवाब में सिराज ने कहा था कि नहीं मैं मुनरो को आउट कर दूंगा.
पिट गए थे सिराज
सिराज के डेब्यू मैच में दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik ) की बात सच साबित हो गई थी. कोलिन मुनरो ने उस मैच में भारतीय गेंदबाजों की खूब कुटाई की थी और 58 गेंदों में नाबाद 109 रन बनाए थे. सिराज की भी धुनाई हुई थी. सिराज को अपने डेब्यू मैच में 58 रन पड़े थे और सिर्फ 1 विकेट मिला था. सिराज जब भी अपने डेब्यू मैच को याद करते हैं तो उन्हें दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) भी याद आते हैं और तब वे उन्हें हंसते हुए काली जबान कहते हैं.
संघर्ष के बाद सफलता
पहले मैच में कोलिन मुनरो से धुनाई के बाद सिराज का करियर खतरे में आ गया था. उन्हें टीम में होने के बावजूद प्लेइंग XI जगह नहीं मिलती थी. लेकिन सिराज को एक मौके का इंतजार था वो उन्हें 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान मिला. बड़े खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में हुई सीरीज में सिराज ने बेहतरीन गेंदबाजी कर कंगारुओं के दात खट्टे कर दिए थे और उस सीरीज में भारत की ऐतिहासिक जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. उसके बाद सिराज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है और टेस्ट के बाद वनडे फॉर्मेट के भी नियमित और अहम खिलाड़ी बन गए हैं.