आईसीसी अंडर 19 विश्वकप 2022 के भारतीय टीम के उभरते हुए खिलाड़ी दिनेश बाना (Dinesh Bana) को वर्ल्डकप की शुरुआत में कोई नहीं जानता था. लेकिन टूर्नामेंट में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद आज चारों ओर उनकी चर्चा हो रही है. Dinesh Bana ने सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 गेंदों पर 20 रन बनाकर पारी को शानदार तरीके से समाप्त किया था जबकि फाइनल में भी अंत में 2 गेंदों पर 2 छक्के जड़ टीम को विश्वकप विजेता बनाया था. इनकी तुलना लोग एमएस धोनी से करने लगे हैं. ऐसे में इनके पिता ने एक बहुत बड़ा खुलासा किया है.
Dinesh Bana के पिता ने किया बड़ा खुलासा
नॉकऑउट स्टेज के सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में दिनेश बाना (Dinesh Bana) ने अच्छे फिनिशर की भूमिका निभाई है. सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब अच्छा लक्ष्य देने की दरकार थी तो अंत में आकर इन्होंने महज़ 4 गेंदों पर 500 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए 20 रन बना दिए और टीम का स्कोर 290 तक पहुंचा दिया. वहीं इंग्लैंड के खिलाफ भी अंडर 19 वर्ल्डकप के फाइनल मुकाबले में इन्होंने अंत में 2 गेंदों पर 2 छक्के जड़ दिए और टीम को जीत की दहलीज़ पार करवा दी. दोनों मैचों में दिनेश ने बहुत अच्छे तरीके से मैच फिनिश किया. ऐसे में दर्शक उनकी तुलना महान भारतीय टीम के फिनिशर एमएस धोनी से करने लगे.
इस पूरे संबंध में दिनेश (Dinesh Bana) के पिता महावीर बाना ने कहा कि, "अभी मेरा बेटा धोनी तो नहीं बना है, लेकिन उनकी स्टाइल में छक्का मारा, इसलिए लोग ऐसा कह रहे होंगे."
वहीं महावीर बाना ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए यह भी बताया कि,
"फाइनल से पहले शनिवार सुबह उससे बात हुई थी. उसने कहा था पापा आप बेफिक्र रहो. आप मेरी बैटिंग देखना. मैं चौके-छक्के की झड़ी लगा लूंगा.’
आपको बता दें कि दिनेश बाना की अपने पिता से ये बात वर्ल्डकप फाइनल से 10 घंटे पहले हुई थी."
पिता महावीर ने बेटे को बचपन से किया है फुल सपोर्ट
दिनेश बाना के पिता महावीर बाना ने हमेशा अपने बेटे को खेल में सपोर्ट किया है. महावीर बाना हरयाणा पुलिस के अधिकारी हैं और इसके अलावा वो एक एथलीट भी रह चुके हैं. ऐसे में स्पोर्ट्स से दिनेश का बहुत पुराना रिश्ता है.
महावीर बाना ने अपने बेटे को लेकर आगे कहा कि, "मुझे बेटे से ऐसे ही बल्लेबाजी की उम्मीद थी और भारत के चैंपियन बनने का विश्वास भी था. मैंने उसे कभी खेलने के लिए नहीं रोका. वह मेहनत बहुत करता था. मैं भी स्पोर्ट्स से जुड़ा रहा हूं, इस कारण उसे सपोर्ट करने के बारे में सोचा. क्रिकेट को लेकर उसकी दिलचस्पी थी. इस कारण उसे हर तरह की मदद देता गया और आज वह इस बड़े मुकाम पर पहुंच गया. यह मेरे लिए सपने पूरे होने की तरह है."
इसके अलावा 17 साल के दिनेश बाना (Dinesh Bana) पढ़ाई में भी अच्छे हैं. इस समय वे 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं. उन्होंने 10वीं में 85 परसेंट अंक हासिल किए थे. जो इस बात को दर्शाता है कि वह खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी काफी अच्छे हैं. बहरहाल, भारतीय अंडर 19 टीम ने वर्ल्डकप के फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हराकर पांचवी बार अंडर 19 वर्ल्डकप जीतकर इतिहास बना दिया. भारत ने 4 बार वर्ल्डकप जीतने का खुद का रिकॉर्ड तोड़ एक नया रिकॉर्ड कायम कर दिया.