अक्षर पटेल को मौका न देकर क्या गंभीर-अगरकर ने अपने पैर पर ही मार ली कुल्हाड़ी? जानिए ये 3 बड़ी वजह
Published - 25 May 2025, 10:07 AM | Updated - 25 May 2025, 10:11 AM

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इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में ऑल राउंडर अक्षर पटेल (Axar Patel) को शामिल किया गया है. उनकी जगह मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ऑल राउंडर के रूप में अनुवहीन आकाशदीप और शार्दुल ठाकुर को चुना है. ऐसे में क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि अक्षर पटेल को बाहर रखना चयनकर्ताओं को भारी पड़ सकती है. चलिए 3 पॉइंट्स में आपको बताते हैं कि इंग्लैंड दौरे पर बाएं हाथ स्पिनर ऑल राउंडर की कमी क्यों खल सकती है ?
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1. इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में छोड़ी थी अपनी छाप

अक्षर पटेल (Axar Patel) ने पिछले कुछा सालों में टीम इंडिया के लिए मैच विनिंग के रूप में उभरकर सामने आए हैं. जिसकी वजह से उन्होंने तीनों प्रारूपों में अपनी जगह बना ली है. टी20 विश्व कप 2024 हो या चैंपियन ट्रॉफी 2025, उनके योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है. वहीं. पटेल ने टेस्ट में अपने आप तैयार किया है. इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल चुके हैं. उन्हें वहां कि कंडीशन का बहुत अच्छे से अंदाज है.
उन्होंने साल 2018 मेंं डरहम के लिए काउंटी क्रिकेट में पदार्पण करते हुए सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 95 रन बनाए. वहीं अपनी फिरकी का जाल में फंसाते हुए 3 विकेट लिए थे. बता दें कि उन्होंने डेब्यू सीजन 6 मैच खेले हैं और 27 विकेट अपने नाम किए हैं. उनके इस प्रदर्शन को देखते कहा जा सकता है कि बोर्ड को उन्हें स्क्वाड में शामिल करना चाहिए था.
2. बल्लेबाजी में संकटमोचक की भूमिका निभाते हैं Axar Patel
कई बार देखा गया है कि जब टीम इंडिया मुश्किल में होती है तो लेफ्ट आर्म कॉम्बिनेशन में अक्षर पटेल (Axar Patel) को इस्तेमाल किया जाता है. उन्हें मैदान भेजकर रोहित शर्मा ने विपक्षी टीम की सभी प्लानिंग को तोड़ा है. इतना ही नहीं अक्षर पटेल विकेट लेने के साथ प्रोपर बैटिंग करते हैं.
उन्होंने भारत के लिए सफेद बॉल प्रारूप में कई यादगार पारियां खेली है. जिन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता है. टी20 विश्व कप 2024 के फाइनल में 31 गेंदों में 47 रनों की जबरदस्ता पारी खेली थी. उनकी ये पारी टीम के लिए वरदान साबित हुई थी. ऐसे कई उदाहरण जब वो संकटमोचक बने. ऐसे भारत को इंग्लैंड़ में टेस्ट सीरीज में अक्षर पटेल अनुभवी ऑल राउंडर की कमी खल सकती है.
3. प्लेइंग इलेवन में हो सकते थे पहले स्पिनर प्रायोरिटी
अक्षर पटेल (Axar Patel) इंग्लैंड दौरे पर प्लेइंग-11 में शामिल करने की पहली पसंद हो सकते थे. इस खिलाड़ी के टीम में शामिल करने से टीम काफी बैलेंस हो जाती है. क्योंकि, पटेल बैटिंग और बॉलिंग में करामात दिखा सकते हैं. अक्षर पटेल के रूप में अतिरिक्त बल्लेबाज मिलता है जिससे बैटिंग लाइन अप को मजबूती मिलती है. जबकि बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में प्रायोरिटी मिल सकती थी.
अक्षर पटेल (Axar Patel) के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 14 टेस्ट खेले हैं. जिनकी 22 पारियों में करीबी 36 की औसत से 646 रन बनाए हैं. इस दौरान उके बल्ले से 4 फिफ्टी भी देखने को मिली.जबकि 27 पारियों में 55 विकेट लिए हैं. जिसमें 5 बार 5 विकेट लेने में सफल रहे. जबकि 2 बार 4 विकेट लिए हैं.
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