रांची में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने धमाकेदार पारी खेल फैंस के दिलों में छाप छोड़ दी। भले ही वह शतक नहीं जड़ सके, लेकिन उनकी 90 रन की पारी ने सनसनी मचा दी है। वहीं, अर्धशतक जड़ने के बाद ध्रुव जुरेल भी अनोखे अंदाज में जश्न मनाते नजर आए, जिसका खुलासा उन्होंने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद मैच प्रेज़न्टैशन के दौरान किया। ध्रुव जुरेल ने बताया कि अर्धशतक जड़ने के बाद उन्होंने (Dhruv Jurel) 'सैल्यूट' क्यों मारा था।
Dhruv Jurel ने खोला 'सैल्यूट' मारने का राज
25 फरवरी को चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन का खेल खेला गया, जिसकी शुरुआत में ध्रुव जुरेल ने अर्धशतक जड़ सनसनी मचा दी। इस बीच अपनी हाफ-सेंचुरी पूरी करने के बाद उन्होंने 'सैल्यूट' कर जश्न मनाया। वहीं, अब युवा बल्लेबाज ने ऐसा करने का कारण बताया है। ध्रुव जुरेल ने खुलासा किया कि उनके पिता ने उनसे कहा था कि तुझे अब सलूट मारना पड़ेगा यानि रन बनाने पड़ेंगे। इसलिए अर्धशतक जड़ने के बाद ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) ने अपने पिता के लिए 'सैल्यूट' किया। उन्होंने बताया,
"मैं रात भर सो नहीं पाया था, बस यही सोच रहा था कि किस तरीके से ज्यादा रन से रन बनाऊं ताकि इंग्लैंड को कम रनों की बढ़त मिले। शतक से चूकने का कोई गम नहीं है मैं खुश हूं कि टीम के लिए अपना योगदान दे पाया। शतक के बाद मैंने सलूट अपने पिता के लिए किया था वो कारगिल युद्ध का हिस्सा रह चुके हैं। कल उन्होंने मुझसे कहा था कि अब सलूट मारना पड़ेगा तुझे यानि रन बनाने पड़ेंगे।"
A Salute for his father. 🫡🇮🇳
— Johns. (@CricCrazyJohns) February 25, 2024
- Dhruv Jurel is making his father proud who is a Kargil war veteran.pic.twitter.com/Q4GVIJLRAE
यह भी पढ़ें- IPL 2024: कौन कहां गया? किस टीम ने किस खिलाड़ी को किया रिलीज और रिटेन, यहां जानिए सभी 10 टीमों की पर्स वैल्यू
कारगिल का युद्ध लड़ चुके हैं Dhruv Jurel के पिता
गौरतलब है कि ध्रुव जुरेल ने पचास रन पूरे कर लेने के बाद सैल्यूट किया। उनके इस जेस्चर ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) के पिता नेम सिंह जुरेल सेना में हवलदार के पद से रिटायर हुए हैं। वह कारगिल युद्ध का भी हिस्सा रह चुके हैं। उनका सपना था कि बेटा फौजी बनकर देश की सेवा करे, लेकिन ध्रुव जुरेल ने क्रिकेट का रास्ता चुना।
इसलिए अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला अर्धशतक उन्होंने अपने पिता नेम सिंह को समर्पित किया। ध्रुव जुरेल की 90 रन की पारी की मदद से भारतीय टीम पहली पारी में 307 रन का स्कोर हासिल करने में कामयाब रही। बता दें कि तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की दूसरी पारी 145 रन पर सिमट गई। जवाब में भारतीय टीम दूसरी पारी में 40 रन बना चुकी है।
यह भी पढ़ें: सचिन तेंदुलकर की जीवनी, उम्र, पत्नी, नेटवर्थ, रिकॉर्ड्स, फैमली और करियर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां