Dinesh Karthik: पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने अपने करियर की शुरुआत 2004 में की थी. अपने शानदार खेल और चतुर दिमाग के कारण वह टीम के अहम खिलाड़ी बने. फिर वह भारत के कप्तान भी बने. उन्होंने अपने करियर में तीनों फॉर्मेट को मिलाकर 538 मैच खेले.
वही उनके साथ करियर की शुरुआत करने वाले दिनेश कार्तिक की विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी भी बेहतरीन थी. लेकिन धोनी को हमेशा उन पर प्राथमिकता मिली. यही कारण था कि वह अपने पूरे करियर में टीम से अंदर-बाहर होते रहे और कभी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए. इसी कड़ी में अब एक और खिलाड़ी के साथ ऐसा होने वाला है. आइए आपको बताते हैं कौन है ये खिलाड़ी.
टीम इंडिया का ये खिलाड़ी बनेगा दूसरा Dinesh Karthik
दरअसल, जिस खिलाड़ी को अगला दिनेश कार्तिक(Dinesh Karthik) बताया जा रहा है वह कोई और नहीं बल्कि ध्रुव जुरेल हैं. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश से आने वाले 22 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था. अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने दिखा दिया कि वो किस अंदाज के खिलाड़ी हैं.
उन्होंने पहले बल्ले से 46 रन की महत्वपूर्ण सुझाव पारी खेली. फिर उन्होंने विकेट के पीछे अपना जलवा दिखाया. 22 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने विकेटकीपिंग कौशल का प्रदर्शन किया और कई रन आउट किए. लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन के बाद भी टीम इंडिया बाहर हो सकती है.
ऋषभ पंत की वजह से ध्रुव जुरेल हो सकते हैं बाहर
ध्रुव जुरेल को टीम इंडिया से बाहर करने की वजह ऋषभ पंत हो सकते हैं. आपको बता दें कि पंत लंबे समय से टीम इंडिया की विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. लेकिन एक दुर्घटना में वह चोटिल होने के बाद से क्रिकेट एक्शन से बाहर है. हालाँकि, उनकी जल्द ही उनकी वापसी होने वाली है. उन्होंने लगभग अपनी फिटनेस हासिल कर ली है.
अगर पंत भारतीय टीम में वापसी करते हैं तो ध्रुव का टीम इंडिया से बाहर होना तय है. आपको बता दें कि अगर पंत चोट के बाद वापसी करते हैं और अच्छा खेलते हैं. रों वह विकेटकीपर के तौर पर टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद होंगे. ऐसे में ध्रुव जुरेल के करियर की तुलना दिनेश कार्तिक(Dinesh Karthik) से करना गलत नहीं होगा.
ऋषभ पंत होंगे पहली पसंद!
खासकर टेस्ट क्रिकेट में ऋषभ पंत भारतीय टीम प्रबंधन की विकेटकीपर के तौर पर पहली पसंद होंगे. क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में पंत का प्रदर्शन बिल्कुल शानदार रहा है. भले ही वनडे और टी20 उतने अच्छे नहीं रहे हों. लेकिन टेस्ट फॉर्मेट में पंत एक आक्रामक बल्लेबाज हैं. साथ ही उनकी विकेटकीपिंग भी बेहतरीन है.
उनके टेस्ट आंकड़ों पर नजर डालें तो 33 टेस्ट की 56 पारियों में उनके बल्ले से 2271 रन निकले. इस फॉर्मेट में उन्होंने 5 शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं. उन्होंने टेस्ट में नंबर-5 पर बल्लेबाजी करते हुए 78.50 की औसत और 94.72 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की है.
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