चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी (Dhoni) की गिनती सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक में की जाती है. उन्होंने भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में कप्तानी की है. उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को सभी प्रारूपों में चैंपियन बनाया है. वहीं अब उनकी आईपीएल कप्तानी की बात करें, तो धोनी ने सीएसके के लिए कप्तानी करते हुए 4 बार ट्रॉफी भी जीती है. उन्होंने आईपीएल का 15वां सीजन शुरू होने से पहले आईपीएल में कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया था. जिसके बाद जडेजा को चेन्नई की कमान सौंपी गई. वह अपनी कप्तानी में सफल नहीं हो पाए और चेन्नई की कमान दोबारा धोनी को हाथों में सौंप दी गई है.
Dhoni ने बताया इस वजह से जडेजा ने छोड़ी
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी (Dhoni) ने दोबारा अपनी अगुवाई में हैदराबाद के खिलाफ मुकाबला खेला. जिसमें उन्होंने शानदार कप्तानी करते हुए 13 रन से इस मुकाबले को जीत लिया. जिसके बाद फैंस धोनी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. इस मैच को जीतने के बाद धोनी ने जडेजा की कप्तानी छोड़ने पर अपनी बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,
'मुझे लगता है कि जडेजा को पता था कि पिछले सीजन में वह इस साल कप्तानी करेंगे. पहले दो मैचों के लिए, मैंने उनके काम की देखरेख की और उन्हें बाद में उनके ऊपर ही छोड़ दिया. उसके बाद, मैंने जोर देकर कहा कि वह अपने फैसले और उनके लिए जिम्मेदारी खुद लें। एक बार जब आप कप्तान बन जाते हैं, तो इसका मतलब है कि बहुत सारी जिम्मेदारी आ जाती है, लेकिन जैसे-जैसे कार्य बढ़ते गए, इससे उनके दिमाग पर असर पड़ा. मुझे लगता है कि कप्तानी ने उनकी तैयारी और प्रदर्शन पर बोझ डाला'
IPL 2022: धोनी की कप्तानी में जीती चेन्नई
आईपीएल का 46वां मुकाबला चेन्नई और हैदराबाद के बीच खेला गया. इस सीजन में महेंद्र सिंह धोनी (Dhoni) की अगुवाई में चेन्नई सुपर किंग्स का यह पहला मैच था. सीएसके ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 202 का बड़ा स्कोर बनाया, जिसके जवाब में हैदराबाद सिर्फ 189 रन ही बना सकी. धोनी ने कमाल की कप्तानी करते हुए इस मुकाबले में हैदराबाद को 13 रनों से शिकस्त दे दी.
इस मुकाबले में ऋतुराज गायकवाड़ ने 99 रनों की शानदार पारी खेली. वह IPL में अपना दूसरा शकत पूरा करने से 1 रन से चूक गए. डेवोन कॉन्वे को हैदराबाद के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था. उन्होंने इस मौके को भुनाते हुए 85 रनों की बेहतरीन पारी खेली. वहीं हैदराबाद की तरफ से कप्तान केन विलियमसन ने 47 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं अंत में निकोलस पूरन ने 33 बॉल में 64 रन बनाए, पर अपनी टीम को जीत नहीं दिला सकें.