वीडियो: धोनी और हार्दिक पंड्या के बीच मोहाली वनडे से पहले हुआ 100 मीटर की रेस, चौकाने वाला था इस रेस का परिणाम

ऐसा खिलाड़ी जो पिछले 13 सालों से मैदान पर अपनी धाक जमा रहा है. जबी भी लोग कहते हैं, अब इस खिलाड़ी का युग समाप्त हो गया तब यह खिलाड़ी उतनी ही दमदार वापसी करता है. ख़ास बात यह कि इस खिलाड़ी का अभी तक कोई विकल्प ढूढने को मिला नही है, न ही आगे मिलने की संभावना है क्योंकि इस खिलाड़ी का नाम है महेंद्र सिंह धोनी उर्फ़ माही.
किन्तु, दिलचस्प बात यह है कि आखिर क्यों इस खिलाड़ी का विकल्प नहीं मिल पाया है. आखिर क्यों धोनी आज भी वैसा ही प्रदर्शन कर रहे हैं जैसा कई सालों पहले किया करते थे. तो उसका कारण है धोनी की कड़ी मेहनत. धोनी की मेहनत ऐसी है कि उनके सामने युवा खिलाड़ी भी पानी भरते हैं.
हम आपको आज एक ऐसा ही वीडियो दिखाने जा रहे हैं, जिसे देख आप धोनी को आगे कितने साल और खेलना चाहिए इस बात का आसानी से अंदाजा लगा लेंगे.
रोहित शर्मा की कप्तानी में जम कर किया अभ्यास-
भारतव और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला मोहाली में खेला जा रहा है. भारत इस सीरीज में 0-1 से पीछे है. ऐसे में भारत के लिए यह मैच जीतना 'करो या मरो' का सवाल है. भारत यदि यह मैच हारता है तो वह सीरीज से भी हाँथ धो बैठेगा, साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी और साख पर भी बट्टा लगेगा. इसी लिए भारतीय टीम ने मोहाली में जम कर अभ्यास किया.
चीते से भी तेज दौड़े धोनी-
टीम के इसी अभ्यास सत्र के दौरा एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमे धोनी की चीते सी फुर्ती देखने को मिली. दरअसल, आल राउंडर खिलाड़ी हार्दिक पंड्या, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी मोहाली के मैदान में अभ्यास सत्र में हिस्सा ले रहे थे. इसी दौरान हार्दिक पंड्या और महेंद्र सिंह धोनी के बीच सबसे तेज 100 मीटर की दौड़ ख़त्म करने का शर्त लगी.
100 मीटर की इस दौड़ में हार्दिक पंडया और धोनी चीते की तरह दौड़ रहे थे, लेकिन अंत में धोनी ने मारी बाजी. गौर करने वाली बात यह है कि हार्दिक पंडया एक युवा खिलाड़ी हैं साथ ही एक तेज गेंदबाज भी. जिसको हमेशा ही तेज दौड़ में भाग लेना होता है. जबकि धोनी को न केवल एक कीपर हैं जो कि मैदान पर खड़ा रहता है साथ ही वह बल्लेबाज हैं जो केवल 22 गज पर ही दौड़ते हैं.
पहले मैच में बचाई थी भारत की लाज-
भारत और श्रीलंका के बीच धर्मशाला में खेले गये पहले मुकाबले में एक समय भारतीय टीम के 7 विकेट केवल 29 रनों पर गिर गये थे. धोनी ने एक छोर पर टिकते हुए 65 रन बनाए थे.