धोनी के पास है अपना एक 'यूनिक सिस्टम', जिसकी वजह से विराट कोहली बन बैठे है विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तान

Published - 20 Feb 2018, 08:35 AM

खिलाड़ी

एमएस धोनी दुनिया के सबसे बेहतरीन कप्तान हैं ये बिल्कुल सच और इसे साबित करता हैं क्रिकेट को लेकर उनका गहन अनुभव। धोनी की रणनीति और समझ के आगे अच्छे-अच्छों का बस नहीं चलता। शालीनता और धीरज के साथ मैदान में बाजी पलटने की कला धोनी के अंदर कूट-कूट कर भरी है। और यही खूबी उन्हें दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाती है।

धोनी का एक अपना सिस्टम । इस सिस्टम के आधार पर वो विकेट के पीछे से हर रणनीति को तय करते हैं। धोनी के इस सिस्टम की टीम इंडिया और कप्तान कोहली खुद मुरीद है। तो आइए जानते हैं धोनी के वो खास सिस्टम के बारे में,जिसके सभी मुरीद है।

चौथे अफ्रीकी वनडे में धोनी ने साबित कर दिखाया अपना सिस्टम

धोनी के पास अपना खुद का अनुभव के आधार पर बनाया गया एक रिव्यू सिस्टम है। ये सिस्टम इतना कारगर है कि वो बहुत ही कम फेल हुआ। अब चाहे बात अफ्रीका में खेले गए वनडे सीरीज के चौथे मैच की ले लो। उसमें में भी धोनी ने यह साबित कर दिया और टीम इंडिया का एक डीआरएस बचा लिया। हालांकि इस मैच में द.अफ्रीका ने 5 विकेट से जीत दर्ज करते हुए सीरीज का पहला और आखिरी मुकाबला जीता। लेकिन धोनी के इस फैसले को लेकर सभी इतने हैरत में हैं कि हर एक जगह धोनी की इतनी पैनी नजर कैसे हो सकती हैं।

विराट को डीआरएस लेने से किया माना

कप्तान विराट कोहली रोहि शर्मा से बात करने के बाद डीआरएस लेने वाले ही थे,लेकिन ऐन वक्त में धोनी ने डीआरएस लेने से मना कर दिया। हालांकि विकेट के लिए अपील खुद महेंद्र सिंह धोनी ने की थी। उन्हें पता था कि ये सही नहीं है,यह केवल अंपायर पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना था। इसके बाद धोनी ने विराट को कॉल करते हुए मना कर दिया। जिसके बाद रिव्यू में यह साफ हो गया कि बल्लेबाज नॉट आउट था। जिसके बाद टीम का एक डीआरएस बच गया। हालांकि इसके बाद धोनी के फैन उन्हें धोनी का 'रिव्यू सिस्टम' कह कर पुराने लगे हैं।

बुमराह के सामने थे अमला

जिस समय धोनी ने अपने रिव्यू सिस्टम के दम पर टीम का डीआरएस बचाया था,उस समय गेंदबाजी जसप्रीत बुमराह कर रहे थे। उनके सामने अफ्रीका के धुरांधर बल्लेबाज हाशिम अमला थे। इसी दौरान बुमराह की गेंद पर हाशिम अमला कट आउट हो गए थे। धोनी ने विकेट के पीछे कैच लपकते हुए जोरदार अपील की। लेकिन अंपायर पर इसका कोई असर नहीं पड़ा।

हालांकि रोहित शर्मा की सलाह पर कोहली डीआरएस लेने के मूड में थे लेकिन धोनी ने मना कर दिया । बाद में रिव्यू में साफ हो गया कि अमला आउट नहीं थे। धोनी ने एकबार फिर यह साबित कर दिया कि मैदान में तुरंत और सही निर्णय लेने के मामले में उनका कोई जोड़ नहीं है।

देखिए वीडियोः

मैदान के अंदर धोनी के कई रंग

मैदान के अंदर महेंद्र सिंह धोनी कई रूपों में दिखते हैं। कभी मजाकिया मूड में,तो कभी सिरियसनेस। कभी वो सलाह देते हुए दिखेंगे,तो कभी खामोश विकेट के पीछे। लेकिन ये सब धोनी की रणनीति का हिस्सा है। जिसके दम पर वो दो बार विश्वविजेता बने। अपने कमेंट्स वो खिलाड़ियों में हंसा की लहर दौड़ा देते हैं। विकेट के पीछे से खिलाड़ियों में नया रंग और जोश भरते रहते हैं। इस वजह से टीम का हर खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।

इस बात को खुद कलाई के स्पिनरों ने माना है एक इंटरव्यू के दौरान चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल ने स्वीकार किया कि 'धोनी कई मौकों पर विकेट के पीछे से सलाह देते रहते हैं ,जिससे अच्छा करने में मदद मिलती हैं।'