MS Dhoni CSK: IPL 2023 की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं. 25 मार्च से शुरु हो रही दुनिया की इस सबसे बड़ी लीग के 16 वें एडिशन का विजेता बनने के लिए सभी 10 फ्रेंचाइजी कमर कस चुकी हैं. माना जा रहा है सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के करियर का ये आखिरी आईपीएल होगा. इसे देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के मैनेजमेंट इस एडिशन को स्पेशल तरीके से खेलना चाहते हैं और अपने कप्तान को जीत के साथ विदाई देना चाहते हैं. हालांकि यह आसान नहीं होने वाला है और इस बात पर मुहर टीम के सीईओ काशी विश्वनाथ ने भी लगा दी है. इशारों ही इशारों में उन्होंने यह भी जता दिया है कि धोनी इस बार टीम को ट्रॉफी नहीं जिता सकते.
MS Dhoni CSK: धोनी पर नहीं रहा टीम के सीईओ को भरोसा
IPL 2023 का बिगुल बजने से पहले ही सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni CSK) की चर्चा शुरु हो गई है. लेकिन, कहीं ना कहीं सीएसके के सीईओ का भरोसा एक उम्र की सीमा लांघ चुके एमएस धोनी से उठ गया है. इसका अंदाजा उनके बयान से लगाया जा सकता है. चेन्नई सुपर किंग्स के सीईओ काशी विश्वनाथ ने भले ही साफतौर पर माही की उम्र को लेकर कुछ नहीं कहा लेकिन इशारो ही इशारो में ही उन्होंने ये साफ कर दिया कि इस साल चेन्नई का ट्रॉफी जीतना नामुमकिन है.
इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'हमें अपने कप्तान थलाइवा यानि, महेंद्र सिंह धोनी पर पूरा भरोसा है. हम इस साल प्ले ऑफ जरुर खेलेंगे'. काशी विश्वनाथ ने इस बार धोनी की कप्तानी में सिर्फ टीम के प्लेऑफ तक खेलने की उम्मीद जताई है.
दूसरी सबसे सफल टीम है CSK
चेन्नई सुपर किंग्स IPL की दूसरी सबसे सफल टीम है. 2008 से शुरु हुई इस लीग के अबतक 15 एडिशन खेले गए हैं. चेन्नई सुपर किंग्स दो साल सस्पेंड रही थी. 5 बार IPL फाइनल खेलने वाली इस टीम ने 4 बार एमएस धोनी (MS Dhoni CSK) की कप्तानी में आईपीएल खिताब पर अपना कब्जा जमाया है. चेन्नई से ज्यादा IPL खिताब सिर्फ मुंबई इंडियंस (5 बार) ने जीते हैं.
पिछला सीजन रहा निराशाजनक
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए IPL का पीछला सीजन (IPL 2022) सर्वाधिक निराशाजनक और विवादों से भरा रहा था. पिछले सीजन के शुरुआती कुछ मैचों में कप्तानी धोनी (MS Dhoni CSK) की जगह चेन्नई के एक और बड़े खिलाड़ी जडेजा ने की थी. जडेजा की कप्तानी में शुरुआती मैचों में चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद जडेजा को कप्तानी से हटाकर फिर से धोनी को कप्तान बनाया गया था. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ और चेन्नई ने IPL इतिहास का अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया और 14 मैचों में 4 जीत और 10 हार के साथ नौंवे स्थान पर रही थी.