BCCI contract: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अक्टूबर 2022 से लेकर सितंबर 2023 के लिए नई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट का ऐलान कर दिया है. BCCI की इस नई लिस्ट में कई क्रिकेटर्स को प्रमोशन मिला है तो कई डिमोट हो गए हैं. वहीं कई क्रिकेटर्स को कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट (BCCI contract list) से बाहर कर दिया गया है. बीसीसीआई ने 4 ग्रेड ( ए+, ए, बी, सी) के तहत 26 खिलाड़ियों को नई कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह दी है. ग्रेड ए+ में खिलाड़ियों को 7 करोड़, ए में 5 करोड़, बी में 3 करोड़ और सी में 1 करोड़ मिलेंगे.
ए+ ग्रेड में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा हैं. ए ग्रेड में हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, ऋषभ पंत और अक्षर पटेल को ए ग्रेड में रखा गया है. बी ग्रेड में लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, चेतेश्वर पुजारा, मोहम्मद सिराज, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल तथा सी ग्रेड में शिखर धवन, शार्दुल ठाकुर, उमेश यादव, ईशान किशन, दीपक हुड्डा, युजवेन्द्र चहल, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह और केएस भरत हैं. इस लिस्ट में 3 ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हे खराब प्रदर्शन के बावजूद जगह मिली है.
के एस भरत
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में संजू सैमसन और टीम में शामिल ईशान किशन को नजरअंदाज कर के एस भरत को (KS Bharat) मौका दिया गया था. सभी 4 टेस्ट खेलने के बावजूद के एस भरत अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने में नाकाम रहे. भरत 4 टेस्ट की 6 पारियों में करीब 20 की औसत से महज 101 रन बना पाए. इस खराब प्रदर्शन के बावजूद भरत सेंट्रल कांट्रेक्ट (BCCI contract list) हासिल करने में सफल रहे. वे सी ग्रेड में हैं और उन्हें 1 करोड़ मिलेंगे.
शार्दुल ठाकुर
टीम इंडिया में बतौर ऑलराउंडर खेलने वाले शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) लंबे समय से टीम में हैं और उन्हें तीनों फॉर्मेट में खेलने का मौका मिलता है. लेकिन जब भी उन्हें मौका मिलता है वो अपने प्रदर्शन से टीम का भरोसा जीतने में कामयाब नहीं रह पाते. और यही वजह है कि वे अबतक किसी भी फॉर्मेट के नियमित खिलाड़ी नहीं बना पाए हैं. इसके बावजूद उन्हें ग्रेड सी (BCCI contract list) में रखा गया है और उन्हें 1 करोड़ रुपये मिलेंगे.
ऋषभ पंत
टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के लिए ये दिन बहुत मुश्किल भरे हैं. वे गंभीर दुर्घटना में बाल बाल बचने के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. BCCI को इस समय में उनकी मदद जरुर करनी चाहिए और BCCI कर भी रही है लेकिन सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट (BCCI contract list) खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है.
पंत का प्रदर्शन टेस्ट और वनडे की एक-दो पारियों को छोड़ दिया जाए तो बेहद निराशाजनक रहा है इसलिए उन्हें खासकर जबतक वे टीम में वापस नहीं आते हैं, सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखा जा सकता था. राहुल का प्रदर्शन भी खराब रहा है जिस वजह से उन्हें डिमोट किया गया है.
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