आईपीएल 2021 की शुरूआत 19 सितंबर से हो रही है और उससे पहले दिल्ली कैपिटल्स (Dehli Capitals) ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को लेकर बड़ी अपडेट दी है. दरअसल लीग के आगाज से पहले सभी फ्रेंचाइजियां अपनी हर समस्या को सुलझा रही हैं. इस लीग के दूसरे चरण के लिए लगभग सभी तरह की तैयारियां हो चुकी हैं. अब कप्तानी को लेकर अपडेट दी गई है. क्या है इससे जुड़ी पूरी खबर, हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट के जरिए बताने जा रहे हैं. जिसका फैंस काफी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
दूसरे हाफ में भी Dehli Capitals के कप्तान रहेंगे पंत
पहले चरण में ऋषभ पंत की कप्तानी में प्वाइंट टेबल में पहले स्थान पर कब्जा जमाने वाली टीम के कप्तान की घोषणा कर दी गई है. दरअसल श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) चोट की समस्या से उबरकर आईपीएल के दूसरे हाफ में वापसी कर चुके हैं. ऐसे में फैंस के मन में बार-बार ये सवाल उठ रहा था कि, कप्तानी दोबारा से अय्यर के हाथों में सौंप दी जाएगी? या फिर अभी पहले चरण की तरह ही सब कुछ जारी रहेगा.
फाइनली अब दिल्ली कैपिटल्स (Dehli Capitals) ने खुद ये बात स्पष्ट कर दी है कि, कप्तानी का जिम्मा दूसरे सत्र में कौन संभालेगा. हाल ही में फ्रेंचाइजी ने इससे संबंधित सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया है. जिसके जरिए बताया है कि, अभी पंत को ही कप्तानी के तौर पर बरकरार रखा जाएगा. जी हां यानी कि अय्यर एक खिलाड़ी के तौर पर दूसरे चरण में खेलते हुए दिखाई देंगे. इसके पीछे टीम की क्या मंशा है अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है.
फ्रेंचाइजी ने सोशल मीडिया के जरिए की अनाउंसमेंट
दिल्ली कैपिटल्स (Dehli Capitals) ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए कप्तानी की अनाउंसमेंट की है. ऋषभ पंत की एक तस्वीर साझा करते हुए टीम ने कैप्शन में लिखा है कि, 'JSW-GMR के सह-स्वामित्व वाली फ्रेंचाइजी ने आज घोषणा कर दी है कि आईपीएल 2021 के बाकी बचे मुकाबलों में भी पंत ही कप्तान बने रहेंगे'. फ्रेंचाइजी के फैसले के बाद से विकेटकीपर के फैंस काफी ज्यादा खुश हैं.
पहले चरण की शुरूआत से पहले ही अय्यर अपने कंधे को चोटिल कर बैठे थे. जिसकी सर्जरी करानी पड़ी थी. ऐसे में वो आईपीएल 2021 के पहले सत्र का हिस्सा नहीं बन पाए थे. इस हालात में दिल्ली कैपिटल्स ने ऋषभ पंत को टीम की कमान सौंपी थी. इस मौके को विकेटकीपर ने सही से भुनाया और यही वजह है कि, फ्रेंचाइजी अंकतालिका में पहले स्थान विराजमान है. पिछले साल अय्यर की कप्तानी में टीम टीम फाइनल के सफर पर पहुंची थी. लेकिन मुंबई से हारकर ट्रॉफी जीतने का सपना टूट गया था.