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Hardik Pandya: भारतीय क्रिकेट के हर युग में कुछ ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिनकी प्रतिभा और क्षमता पर किसी को संदेह नहीं है, लेकिन चोटों के कारण वे अपने करियर की ऊंचाइयों तक नहीं पहुंच पाते हैं। कई खिलाड़ियों को लगातार चोटिल होने की वजह से अपने क्रिकेट करियर से हाथ धोना पड़ता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं जो हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) की जगह लेने का दमखम रखता है लेकिन बार-बार चोटिल होने के कारण टीम से बाहर है।
Hardik Pandya की जगह खाने की क्षमता रखता है ये खिलाड़ी
- घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन कर भारतीय खिलाड़ी टीम में एंट्री करते हैं। लेकिन इनमें से कुछ ही खिलाड़ी अपनी जगह पक्की कर पाते हैं और कुछ अपने करियर को बड़ा बनाने में असफल हो जाते हैं।
- हालांकि, इस बीच ऐसे खिलाड़ी भी सामने आए हैं जिन्हें बार-बार चोट लगने के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं 32 साल के तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar)।
- साल 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच खेलते हुए उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज किया। विराट कोहली की अगुवाई में उन्होंने अपना पहला मुकाबला खेला।
चोट की वजह से बर्बाद हुआ करियर!
- जल्द ही अपनी स्विंग गेंदबाजी से सभी को प्रभावित कर उन्होंने टीम इंडिया में अपनी जगह बना ली। उनके पास पावरप्ले के ओवरों में विकेट लेने की काबिलियत है।
- लेकिन बार-बार चोटिल होने के कारण वह अपने करियर को बड़ा करने में नाकाम रहे। दीपक चाहर की पीठ, हैमस्ट्रिंग और कंधे की चोटें उनके करियर के लिए बड़ा झटका साबित हुईं।
- एक समय पर दीपक चाहर की तुलना हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) से की जाती थी। उनके पास सटीक लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करने की क्षमता है। लेकिन चोटों का सिलसिला उनके लिए विनाशकारी साबित हुआ।
भारत के लिए खेले हैं इतने मैच
- दीपक चाहर भारत के लिए सिर्फ 38 मुकाबले ही खेल पाए हैं। उन्होंने 13 एकदिवसीय मैच में शिरकत की, जिसमें वह 5.75 की इकॉनमी से 16 विकेट झटक सके।
- वहीं, 25 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलते हुए वह(Deepak Chahar) 31 विकेट निकालने में कामयाब रहे। इस दौरान उन्होंने एक फाइव विकेट हॉल भी पूरा किया।
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