Dave Houghton: ऑस्ट्रेलिया और ज़िम्बाब्वे के बीच 3 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला हाल ही में खेली गई. जिसमें मेज़बान ऑस्ट्रेलया ने 2-1 से ज़िम्बाब्वे को मात दी और सीरीज़ अपने नाम की. श्रृंखला का तीसरा और आखिरी मुकाबला रिवरवे स्टेडियम में खेला गया था. जिसमें ज़िम्बाब्वे ने 3 विकेट से ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार हराकर इतिहास रच दिया. ऐसे में इस ऐतिहासिक जीत के बाद ज़िम्बाब्वे के हेड कोच डेव हॉटन (Dave Houghton) ने बड़ी मांग की है.
Dave Houghton ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत के बाद की बड़ी मांग
ज़िम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मुख्य हेड कोच डेव हॉटन ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार हारने के बाद एक बड़ी मांग की है. उनका मानना है कि बड़े क्रिकेट वाले देशों में ज़िम्बाब्वे के और दौरे आयोजित होने चाहिए. बता दें कि ज़िम्बाब्वे ने 19 साल के लंबे अंतराल के बाद ऑस्ट्रेलिया का द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए दौरा किया था. आखिरी बार टीम ऑस्ट्रेलिया 2003 में गई थी. ऐतिहासिक जीत के बाद आईसीसी ने डेव हॉटन (Dave Houghton के हवाले से कहा, ऐतिहासिक जीत के बाद
"टीम का उत्साह 7वें आसमान को छू रहा है. हम बड़ी टीमों को इस तरह नहीं हरा पाते हैं और उन्हें उनके देश में हराना हमारे लिए बड़ी बात है. 'मैं उम्मीद करता हूं कि इससे हमारे लिए ज्यादा मैचों का रास्ता खुलेगा. हमें अगले 6 महीनों में काफी क्रिकेट खेलनी है लेकिन यह देखना अच्छा लगेगा कि हमें बड़ी टीमों के दौरे मिलें."
कुछ ऐसा रहा ऑस्ट्रेलिया-ज़िम्बाब्वे के तीसरे वनडे का हाल
ज़िम्बाब्वे और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे वनडे में मेहमान टीम के कप्तान रेजिस चकाब्वा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय किया था. जोकि काफी असरदार भी साबित हुआ. सलामी बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर ने 94 रनों की एक ज़बरदस्त अर्धशतकीय पारी खेली. लेकिन इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के किसी बल्लेबाज़ की ज़िम्बाब्वे के घातक गेंदबाज़ी यूनिट के सामने एक नहीं चली.
खासकर ज़िम्बाब्वे के स्पिनर रयान बर्ल ने अपने डाले गए 3 ओवर में 10 रन देकर 5 विकेट हासिल की और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ी क्रम की कमर तोड़ दी. ऑस्ट्रेलिया 31 ओवर में ही 141 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई. इसके बाद ज़िम्बाब्वे ने 142 रनों का लक्ष्य 39 ओवर में 3 विकेट शेष रहते हुए पूरा कर लिये