6,6,6,6,6,4,4,4.... रणजी में चमके CSK के फ्लॉप खिलाड़ी दीपक हुड्डा, 293 रन की खेली विस्फोटक पारी
Published - 25 Nov 2025, 09:28 AM | Updated - 25 Nov 2025, 09:43 AM
भारतीय क्रिकेट में कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपने दमदार प्रदर्शन से खास पहचान बनाई है। इन्हीं में से एक नाम दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) का है। रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हज़ारे ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में प्रभावशाली प्रदर्शन कर उन्होंने फैंस के दिलों में जगह बनाई है। इस बीच लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) ने रणजी ट्रॉफी में एक बार फिर शानदार पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
पंजाब के खिलाफ दीपक हुड्डा का धमाकेदार प्रदर्शन
साल 2016 में दिल्ली में खेले गए रणजी ट्रॉफी मुकाबले में बड़ौदा के लिए खेलते हुए दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) ने पंजाब के गेंदबाजों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने मैच की परिस्थितियों को देखते हुए आक्रामक अंदाज़ अपनाया और चौकों-छक्कों की बरसात कर दी। उनकी बल्लेबाजी देखने के बाद किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि यह पारी रणजी जैसे लंबे फॉर्मेट में खेली गई है।
इस इनिंग्स में हुड्डा ने 25 चौके और 6 शानदार छक्के लगाए। वह हर गेंद पर पूरे आत्मविश्वास के साथ शॉट लगा रहे थे और विपक्षी गेंदबाजों की लय को पूरी तरह बिगाड़ चुके थे। यह पारी उनकी तकनीक, फिटनेस और मैच जागरूकता को बखूबी दर्शाती है।
तिहरे शतक से सिर्फ 7 रन दूर
दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) की यह ऐतिहासिक पारी 293 रन पर जाकर खत्म हुई। वह अपने करियर के पहले तिहरे शतक से मात्र सात रन दूर रह गए। दूसरे छोर से सभी बल्लेबाज आउट हो जाने के कारण वह इस बड़ी उपलब्धि से चूक गए। उन्होंने 354 गेंदों का सामना किया और करीब 598 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे।
उस समय पंजाब ने पहली पारी में 670 रन बनाकर बड़ौदा पर दबाव बना दिया था, लेकिन हुड्डा की इस लंबी और जुझारू पारी ने टीम को मैच से बाहर नहीं होने दिया।

मैच रहा ड्रॉ, लेकिन स्टार बने Deepak Hooda
बड़ौदा ने पहली पारी में 529 रन बनाए और दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 37 रन जोड़कर मैच को ड्रॉ कराया। भले ही मुकाबले का परिणाम नहीं निकला, लेकिन पूरे मैच के सबसे बड़े हीरो दीपक हुड्डा ही थे। उनकी दोहरे शतक वाली पारी के लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।
यह इनिंग्स साबित करती है कि वह सिर्फ सीमित ओवरों के खिलाड़ी नहीं हैं, बल्कि लंबे फॉर्मेट में भी बड़े स्कोर बनाने की क्षमता रखते हैं।
भारतीय टीम में वापसी की उम्मीदें कायम
दीपक हुड्डा (Deepak Hooda) पिछले कुछ समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करके खुद को फिर साबित किया है। रणजी ट्रॉफी की यह पारी उनके धैर्य और क्लास का शानदार उदाहरण है।
12 फर्स्ट क्लास शतक जमा चुके हुड्डा भविष्य में चयनकर्ताओं का ध्यान फिर से अपनी ओर खींच सकते हैं। भले ही वह IPL 2025 में CSK की ओर से उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, लेकिन घरेलू क्रिकेट में वह आज भी भरोसेमंद और विस्फोटक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं।
ऑथर के बारे में
यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।