IPL 2021 धीरे-धीरे अपने आखिरी मुकाम के नजदीक है. उससे पहले ये लीग और भी ज्यादा रोमांचक होती जा रही है. प्लेऑफ में सीएसके (CSK) ने शानदार एंट्री करते हुए पहली क्वालिफाइंग टीम बन गई है. इस समय 18 अंक के साथ चेन्नई प्वाइंट टेबल में पहले स्थान पर है. पिछले साल खराब प्रदर्शन के बाद इस साल टीम ने शानदार कमबैक करते हुए जबरदस्त खेल दिखाया है. हालांकि अभी ये कहा जाए कि टीम की सारी परेशानी खत्म हो चुकी है तो ऐसा नहीं है. क्योंकि अच्छे परफॉर्म के बाद टीम को एक चिंता सता रही है. इसी के बारे में हम अपनी इस खास रिपोर्ट में बात करने जा रहे हैं...
इस ऑलराउंडर का प्रदर्शन चेन्नई के लिए बना चिंता का विषय
दरअसल चेन्नई सुपर किंग्स का बल्लेबाजी क्रम देखें तो फाफ डु प्लेसी और रूतुराज गायकवाड़ ने इस समस्या को खत्म कर दिया है. पहले चरण में इन दोनों ने भारतीय सरजमीं पर भी कई हिटिंग पारी खेली और अब दुबई में भी दोनों अपनी धुआंधार पारी से चर्चा बटोर रहे हैं. लेकिन, मध्यक्रम पर एक नजर डालें तो टीम के लिए जो चिंता का कारण है वो ऑलराउंडर सुरेश रैना की फॉर्म है. यूएई लेग में लगातार वो बल्ले से फ्लॉप हो रहे हैं.
पिछले साल निजी कारणों के चलते यूएई पहुंचने के बाद भी वो वापस भारत लौट आए थे. इसके बाद काफी वक्त तक वो विवादों में भी घिरे रहे थे. साल 2020 में खेले गए आईपीएल के 13वें सीजन में सीएसके (CSK) की स्थिति बेहद खराब रही थी. यहां तक कि चेन्नई प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना सकी थी. इस दौरान ऑलराउंडर की कमी साफ खली थी. प्वाइंट टेबल में चेन्नई सबसे निचले पायदान पर थी. लेकिन, इस साल टीम की शुरूआत बेहद अच्छी रही है.
बेहद खराब रहा है इस सीजन में रैना का प्रदर्शन
सुरेश रैना के इस साल के प्रदर्शन पर एक नजर डालें तो उन्होंने कुल 11 मुकाबले खेले हैं. इन 11 मैचों में उनका बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक रहा है. खासकर यूएई लेग में वो लगातार बल्ले से संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं. 11 इनिंग में 19.62 की बेहद खराब औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कुल 157 रन बनाए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 127.64 का रहा है. इस पारी में एक अर्धशतक भी शामिल है. जो इस सीजन के पहले चरण में उन्होंने भारतीय सरजमीं पर खेली थी.
यूएई लेग में रैना के प्रदर्शन की बात करें तो यहां पर अब तक सीएसके (CSK) टीम ने कुल 5 मैच खेले हैं और 4 मैचों में जीत हासिल की है. लेकिन, इन पांचों मुकाबलों में इस ऑलराउंडर के बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले हैं. यहां तक कि स्ट्राइक रेट भी बेहद खराब रहा है. यूएई लेग में उनके बल्ले से 4, 17, 11, 2, 3 रन निकले है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि, प्लेऑफ में पहुंची चेन्नई की टीम के लिए ये चिंता का बड़ा कारण है. हालांकि अभी भी विस्फोटक बल्लेबाज के पास फॉर्म में वापसी करने का मौका है.