वैसे तो क्रिकेट को 'जैंटलमैन गेम' कहा जाता है, लेकिन क्रिकेट खिलाड़ियों (Cricketer) को लेकर कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसने फैंस को ये सोचने में मजबूर कर दिया है कि क्या आखिर सच में क्रिकेट जैंटलमैन का खेल है या नहीं! ऐसे खिलाड़ियों (Cricketer) ने फैंस की भावनाओं की हमेशा धज्जियां ही उड़ाई है।
दरअसल, इतिहास में कई खिलाड़ियों (Cricketer) को ड्रग्स लेने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। अगर कोई खिलाड़ी अवैध या बैन ड्रग्स लेता है तो उसे डोपिंग में पॉजिटिव पाया जाना भी कहा जाता है। डोपिंग का मतलब एक ऐसा पदार्थ है जो खाने से ताकत बढ़ाता है जिससे किसी भी खिलाड़ी का स्टैमिना तुरंत बढ़ जाता है।
क्रिकेट जगत में कई खिलाड़ी (Cricketer) ऐसे रहे हैं जिन्होंने ड्रग्स लेने की वजह से अपना करियर पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। आज इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने ड्रग्स की वजह से अपना करियर तबाह किया.....
5 Cricketer जिन्होंने Drugs की वजह से किया अपना करियर बर्बाद
1. मोहम्मद आसिफ
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कई खिलाड़ियों (Pakistan Cricketer) का नाम डोपिंग के मामले में जुड़ चुका है। उन्हीं में से एक हैं मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif)। आसिफ को साल 2006 में उनकी टीम के एक साथी खिलाड़ी के साथ ड्रग्स लेने के मामले में दोषी पाया गया था।
परिणामस्वरूप पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनके खिलाफ एक्शन लिया और उनपर एक साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया। इसके दो साल बाद एक बार फिर उनका नाम ड्रग्स मामले में जुड़ा। दरअसल, 1 जून 2008 को, आसिफ को अवैध ड्रग्स रखने के संदेह में दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था।
पीसीबी ने आसिफ का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक कानूनी सलाहकार नियुक्त किया और मामले को संभालने के लिए बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी को दुबई भेजा। सजा के तौर पर उनको बांग्लादेश में आगामी त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान की टीम से हटा दिया गया और उनकी जगह नवोदित खिलाड़ी सोहेल खान को लिया गया।
2. प्रदीप सांगवान
इस लिस्ट में चौंका देने वाली बात ये है कि इसमें एक भारतीय खिलाड़ी (Indian Cricketer) का नाम भी शामिल है। जिस भारतीय खिलाड़ी का नाम इस लिस्ट में है, वो है प्रदीप सांगवान (Pradeep Sangwan)। सांगवान 2013 में बीसीसीआई के डोपिंग रोधी संहिता के नियमों को कथित रूप से तोड़ने के लिए आलोचनाओं के घेरे में आ गए थे। उनके शरीर में एक प्रतिबंधित ड्रग पाया गया था।
उन्हें इसकी सजा के तौर पर 18 महीने के लिए क्रिकेट मैदान से दूर कर दिया गया था। बता दें कि प्रदीप के शरीर में Anabolic Steroid Stanozolol नामक ड्रग मिला था। नवंबर 2014 को उनका प्रतिबंध खत्म हो गया था। जिसके बाद केकेआर के इस गेंदबाज ने कहा कि उनके जिम इंस्ट्रक्टर ने वजन घटाने की गोली कहकर उन्हें यह दिया था और उन्हें नहीं मालूम था कि यह स्टेरॉइड है।
3. शेन वॉर्न
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम (Australia Cricketer) के दिवंगत खिलाड़ी शेन वॉर्न (Shane Warne) का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। शेन का क्रिकेट करियर विवादों से भरा रहा है। वह कई बार विवादों का हिस्सा बने हैं, इन्हीं में से एक है ड्रग विवाद फरवरी 2003 में विश्व कप के दौरान सामने आया था।
टूर्नामेंट के शुरू होने से एक दिन पहले वॉर्न के शरीर में ड्रग पाए जाने की वजह से वापिस घर भेज दिया गया था। जिसके बाद शेन ने अपने बयान में कहा था कि उन्होंने अपने डॉक्टर की सलाह पर मोड्यूरेटिक दवा की एक ही गोली ली है।
जिसके बाद जांच-पड़ताल के दौरान एसीबी द्वारा स्थापित एक समिति ने वार्न को बोर्ड के ड्रग कोड के उल्लंघन का दोषी पाया और संगठित क्रिकेट से एक साल का प्रतिबंध लगाया। इस सजा के बाद उन्होंने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी और टेस्ट क्रिकेट में खेलकर अपने क्रिकेट (Cricketer) करियर को लंबा करने का फैसला किया।
4. शोएब अख्तर
ड्रग विवाद की बात हो और शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) का नाम ना आए, ये तो नामुमकिन है। वैसे तो शोएब का नाम कई विवादों के साथ जुड़ा है, लेकिन उनके जिस विवाद ने सुर्खियां बटोरी थी, वो था ड्रग्स विवाद।
16 अक्टूबर 2006 को रावलपिंडी एक्स्प्रेस को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा मोहम्मद आसिफ के साथ सस्पेंड कर दिया गया था, जब उन्होंने प्रदर्शन-बढ़ाने वाले पदार्थ नैंड्रोलोन के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था। परिणामस्वरूप उन्हें 2006 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर कर दिया गया।
जिसके बाद क्रिकेटर (Cricketer) ने अपना बचाव करने की खूब कोशिश की, लेकिन वह अपने आपको सही साबित करने में नाकाम रहे। उन्होंने यह भी बताया था कि उन्होंने किसी हकीम से दवाइयां भी ली थीं, लेकिन वह इसे साबित नहीं कर पाए। लिहाजा उन्हें 1 नवंबर 2006 को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दो साल तक क्रिकेट से दूर रहने की सजा सुनाई।
5. स्टीफन फ्लेमिंग
न्यूजीलैंड के सफल कप्तान और चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) का नाम भी इस लिस्ट शामिल है। उन्हें प्रदर्शन-बढ़ाने वाली दवाएं लेने का दोषी नहीं पाया गया था। लेकिन 1995 में उनके होटल में दौरे के दौरान टीम के साथी मैथ्यू हार्ट और डायोन नैश के साथ मारिजुआना धूम्रपान करते देखा गया और उन्होंने अपने इस जुर्म को खुद भी कबूला।
जिसके बाद डियोन नैश, मैथ्यू हार्ट और फ्लेमिंग पर 175 डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। उन्होंने खुद खुलासा किया था कि उन्होंने 10 हजार रुपये लीगल फीस के तौर पर चुकाने पड़े और स्पॉन्सरशिप भी छिन गई। इसके अलावा उन्हें तीन मुकाबलों के लिए बैन भी किया गया था।