ऐसी है WTC फाइनल में खेले खिलाड़ियों की मिलीजुली प्लेइंग इलेवन, जडेजा और बुमराह को जगह नहीं

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भारत और न्यूजीलैंड के बीच हाल में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) का फाइनल खेला गया। जिसमें कीवी टीम ने 8 विकेट से जीत दर्ज कर ली। वैसे तो दोनों टीमों के सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। लेकिन, फिर भी कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अपने खेल से सभी के दिलों पर अपनी छाप छोड़ी। इन दोनों टीमों को मिलाकर कुल 22 खिलाड़ियों ने अपने खेल का जौहर दिखाया। ऐसे में अगर फाइनल मैच में खेले इन खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन बनाई जाए तो। चलो देखते हैं की कौन से खिलाड़ी होंगे इस लिस्ट में...
ये 11 खिलाड़ी रहे सबसे बेहतरीन
1. रोहित शर्मा
वनडे के साथ ही टी20 और अब टेस्ट के बेहतरीन ओपनर बन चुके रोहित शर्मा पर कुछ समय पहले तक विदेशी धरती पर टेस्ट में खेलने पर हमेशा ही सवाल उठते रहे हैं। लेकिन, इस दिग्गज खिलाड़ी ने खुद को हर बार साबित किया है। पहले ऑस्ट्रेलिया में और अब इंग्लैंड की जमीन पर ICC WTC फाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन किया।
रोहित शर्मा टीम के इकलौते खिलाड़ी रहे जिन्होंने मैच की दोनों पारियों में 30 और उससे ज्यादा रन बनाए। वो भी तब जब परिस्थितियां कीवी गेंदबाजों के अनुकूल रहीं। हालांकि वो दुर्भाग्यशाली रहे कि वो इसे बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। उनसे बेहतर सलामी बल्लेबाज मिलना मुश्किल है।
2. डेवोन कॉनवे
कीवी सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की थी। लॉर्ड्स में पदार्पण मैच में दोहरा शतक उसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में 80 रन और अब WTC फाइनल की पहली पारी में कम स्कोर वाले खेल में 54 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। 29 वर्षीय कॉनवे को देर से करियर की शुरुआत करने का मौका जरूर मिला, लेकिन अब भी उनके पास कुछ और रिकॉर्ड बनाने के लिए पर्याप्त समय है। इस प्लेइंग इलेवन में रोहित का बखूबी साथ निभा सकते हैं।
3. केन विलियमसन (कप्तान)
केन विलियमसन इस मैच के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। दोनों पारियों में उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को बेहतरीन ढंग से खेला। पहली पारी में 49 और दूसरी पारी में नाबाद 52 रन उनकी बेख़ौफ़ बल्लेबाज होने की गवाही देते हैं। उन्होंने हर समय भारतीय गेंदबाजों को विकेट से दूर ही रखा।
दूसरी पारी में आर अश्विन के उकसाने के बाद भी उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया और टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा कर ही दम लिया। उन्होंने यह भी दिखाया कि हालात कैसे भी हों आप तेज बल्लेबाजी से भी जीत दर्ज कर सकते हैं। इस टीम की कप्तानी के भी विलियमसन बेहतरीन दावेदार हैं।
4. विराट कोहली
WTC फाइनल मैच की इस मिलीजुली प्लेइंग इलेवन के उपकप्तान के रूप में विराट कोहली से अच्छा विकल्प और कोई नहीं है। भारत की पहली पारी में विकेट गिरने की रफ्तार को कोहली ने ही अपनी बल्लेबाजी से थामा था। कोहली ने कीवी गेंदबाजों की उन सभी गेंदों का सम्मान किया जो उसके लायक थीं। इसके बाद हर जरूरी गेंद पर प्रहार भी किया। आउटफील्ड गीली होने के बाद भी उन्होंने बेहतर बल्लेबाजी की। वो बस थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे और दोनों ही पारियों में काइल जैमीसन का शिकार हो गए।
5. अजिंक्य रहाणे
मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने WTC फाइनल की पहली पारी में 49 रन बनाए थे। बावजूद इसके उन्हें सम्मान नहीं मिला। वैसे सच में देखा जाए तो उन्हें थोड़ा और बेहतर करना चाहिए था। वो भारतीय टीम के प्रमुख रन बनाने वालों में से एक हैं। वो अपनी गलती से ही नील वैगनर की गेंद का शिकार हो गए थे। इसके बाद दूसरी पारी में भी वो अच्छे टच में दिखे, लेकिन यहां भी वो दुर्भाग्यशाली रहे। उनसे अच्छा मध्यक्रम का बल्लेबाज इस प्लेइंग इलेवन को नहीं मिल सकता।
6. ऋषभ पंत (विकेटकीपर)
चाहे कोई भी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की आलोचना करें, लेकिन सभी अच्छे से जानते हैं कि एक बड़ा स्कोर बनाने और विकेटों को बचाने के लिए दूसरी पारी में पंत को तेजी से बल्लेबाजी करनी पड़ी। सिर्फ एक ही शॉट का चयन गलत था। बावजूद इसके दूसरी पारी में वो सर्वोच्च स्कोरर रहे थे। साथ ही बेहतरीन कीपिंग का नजारा भी प्रस्तुत किया था।
7. रविचंद्रन अश्विन
तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिच होने के बाद भी रविचंद्रन अश्विन ने स्पिनर्स को टीम में चुनने के फैसले को सही ठहराया। उन्होंने इस फैसले के साथ पूरा न्याय किया और न्यूजीलैंड टीम की दोनों पारियों में पहला विकेट खुद ही लिया था। खासकर कीवी टीम की दूसरी पारी में जो दो विकेट गिरे थे वो अश्विन के खाते में ही आए थे। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने पहली पारी में 27 गेंदों पर 22 रन भी बनाए थे।
8. काइल जैमीसन
सिर्फ आठ टेस्ट मैचों में 5 बार 5 विकेट लेने वाले युवा कीवी तेज गेंदबाज काइल जैमिसन ने दिखाया कि वो कितने प्रतिभाशाली हैं। काइल ने 14.17 की बेहतरीन औसत के साथ नियमित अंतराल पर विकेट झटककर भारतीय बल्लेबाजों को टिकने का बिलकुल भी मौका नहीं दिया। उन्होंने ही कोहली का विकेट दोनों पारियों में झटका था। जैमिसन ने मैच में कुल 7 विकेट हासिल किए थे।
9. टिम साउथी
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज टिम साउथी इस समय अपने करियर के सुनहरे दौर में से एक में चल रहे हैं। टिम की तेज गेंदबाजी के सामने अच्छे से अच्छा बल्लेबाज पानी मांगने लगता है। वो अपने फॉर्म और अनुभव का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। ICC WTC फाइनल में भी दिग्गज एशियाई बल्लेबाजों को उन्होंने अपने सामने नतमस्तक करवा दिया। साउथी ने मैच में कुल 5 विकेट अपने नाम किए।
10. मोहम्मद शमी
हाल में खत्म हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल मैच में भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ही इकलौते ऐसे गेंदबाज रहे, जिन्होंने कीवी बल्लेबाजों को परेशान किया। कीवी टीम की पहली पारी में उनके चार विकेट इस बात की गवाही भी देते हैं। न्यूजीलैंड के मध्य और निचलेक्रम को तोड़ने वाले शमी की गेंदबाजी का ही कमाल था की कीवी टीम 250 का आंकड़ा भी पार नहीं कर सकी।
11. ट्रेंट बोल्ट
टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल मैच में भले ही सारा फोकस जैमिसन और साउथी की तरफ रहा हो, लेकिन तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने अपनी गेंदबाजी से भी बहुत बड़ा अंतर पैदा किया था। अपने बेहतरीन खेल से इस तेज गेंदबाज ने सभी का मनोरंजन किया। मैच में कुल 5 विकेट से उन्होंने भारतीय बल्लेबाजो के हाथ बांध दिए थे। ऐसे में इस टीम के लिए इनसे अच्छा तेज गेंदबाजी की अगुआई करने वाला नहीं मिल सकता।
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