IPL 2018 में रविवार को सांस थाम देने वाले मैच में मेजबान मुंबई इंडियंस ने कोलकाता नाइटराइडर्स को 13 रन से मात दी. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के 37वें मुकाबले में दिनेश कार्तिक ने टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया था. पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई इंडियंस ने निर्धारित 20 ओवर्स में 4 विकेट खोकर 181 रन बनाए.
जवाब में केकेआर की टीम 6 विकेट खोकर 168 रन ही बना सकी. केकेआर को आखिरी ओवर में जीत के लिए 23 रन की दरकार थी. मगर कप्तान दिनेश कार्तिक अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. मुंबई के लिए हार्दिक पांड्या 2 जसप्रीत बुमराह, मयंक मार्केंडे, क्रुणाल पांड्या और मैक्लेनाघन ने 1-1 विकेट झटके. बल्लेबाजी में सूर्यकुमार यादव ने सबसे ज्यादा 59 रन का योगदान दिया.
प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद
मैच के बाद टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने बताया कि हम अभी भी अंतिम चार में पहुंचने का दम रखते हैं, हमें खुद पर पूरा भरोसा है और इससे पहले हमने ऐसा किया है. हार्दिक अब तक 9 मैचों में 16.78 की औसत से कुल 14 विकेट चटका चुके हैं. इसी के साथ अभी उनके सिर ही पर्पल कैप का ताज सज़ा है.
पर्पल कैप हार्दिक के पास जब हार्दिक के मैच के बाद यह पोस्ट मैच सेरेमनी में यह पूछा गया तो उन्होंने कहा कि "यह यह शानदार बात है, यहां पहुँच हर गेंदबाज को खुशी होती है. हालांकि जिसके लिए मैनें अत्याधिक प्रयास नहीं किया. लेकिन मुझे विकेट मिला और मैं इस कैप का हकदार हूँ इस बात की खुशी जरुर है."
टी- 20 में पांड्या का डरउन्होंने आगे कहा कि "टी- 20 में गेंदबाजी करने मुश्किल तो होता ही है लेकिन असली मुसीबत तो डेथ ओवर और पॉवरप्ले में गेंदबाजी करने के दौरान आती है. इस फार्मेट के बारे में मैनें एक चीज़ सिखा है. अगर आप बल्लेबाज से बचने के लिए बॉलिंग कर रहे हो तो वह आपपर अटैक करेगा. इससे पहले बल्लेबाज अटैक करे आपकों उसपर हावी होना पड़ेगा. कई द्शंदार गेंदबाज भी इस फार्मेट में खूब पीटते है ऐसा इसलिए क्योंकि वो बल्लेबाज की मंद्सिकता को नहीं पढ़ पाते. मेरे लिए पॉवरप्ले और डेथ ओवर में गेंदबाजी करना आसन नहीं होता. पॉवरप्ले में फील्डर्स एक दायरे में होते हैं वहीं डेथ में बल्लेबाज गेंद सीमारेखा के बाहर भेजने के मूड में रहता है."