Virat Kohli speaks on his Form
Virat Kohli speaks on his Form

विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड को टेस्ट सीरीज में 1-0 से शिकस्त दी है. इसी के साथ टीम अंकतालिका में टॉप पर आ गई है. घरेलू सरजमीं पर भारतीय टीम के जीतने का सिलसिला लगातार जारी है. इस मुकाबले को जीतने के साथ ही कप्तान ने तीनों फॉर्मेट में 50-50 मैच जीतने का इतिहास रच दिया है. ऐसा कारनामा करने वाले वो पहले क्रिकेटर हैं. लेकिन, टेस्ट फॉर्मेट में विराट कोहली (Virat Kohli) के बल्ले से रन बनने की रफ्तार बेहद धीमी हो गई है. शतक का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है. इस बारे में जब उनसे सवाल किया गया तो कप्तान ने क्या कुछ कहा बताते हैं आपको इस रिपोर्ट में…

आउट होने के तरीकों से परेशान नहीं हैं भारतीय कप्तान

Virat Kohli speaks on his century

दरअसल न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने जीत हासिल तो कर ली लेकिन, दौरान कई समस्याएं भी स्पष्ट नजर आईं. इस क्रम में सबसे पहले कप्तान की बात करते हैं जो लगाातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. न्यूजीलैंड सीरीज में उनके बल्ले से शतक के निकलने की उम्मीद थी. लेकिन, ये सूखा अभी भी जारी है. उन्होंने आखिरी बार साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट में अंतिम शतक जड़ा था. उनके बल्ले से निकली इस सेंचुरी को पूरे दो साल बीत चुके हैं. लेकिन, दोबारा से वो तिहरे अंक में अपना नाम नहीं दर्ज करा पाए हैं.

हालांकि इन बातों से विराट कोहली (Virat Kohli) जरा भी परेशान नहीं हैं. यहां तक जिस तरह से वो लगातार अपना विकेट दे रहे हैं उन तरीकों से भी उनमें किसी भी तरह की घबराहट नहीं हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट के बाद उन्होंने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी. उनका कहना है कि, ‘हम प्रोसेस पर यकीन करते हैं लेकिन, अगर आउट होने का तरीका एक सा ही रहता है और बार-बार ऐसा हो रहा है तब उस पर काम करने आवश्कता पड़ती है. इसमें 60 से 70 गेंद खेलने के बाद पता चलता है.

Virat Kohli

शतक के सूखे वाले सवाल पर कप्तान ने दिया लंबा-चौड़ा जवाब

इस सिलसिले में उन्होंने आगे बात करते हुए,

“कभी-कभी ऐसी चीजें अपने आप होती हैं और कई बार नहीं होती. लेकिन, कड़ी मेहनत और प्रोसेस पर यकीन हमेशा बना रहना चाहिए. इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह बात खुद के अनुभव से समझ आती है. जब गलतियां बार-बार दोहराई जाती है तब उन्हें तुरंत ठीक करने की जरूरत होती है. आपको खुद को सुधारते रहना होता है और बार-बार होने वाली गलतियों को दूर करना जरूरी है. इन पर काम करना होता है. आपको समझना और भरोसा करना होता है कि इस तरह के उतार पर काबू किया जा सकता है.”

इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम में खिलाड़ियों के सेलेक्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर विराट कोहली (Virat Kohli) ज्यादा जानकारी तो नहीं नहीं दी. लेकिन, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की खराब फॉर्म के कारण मिडिल ऑर्डर में आ रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर को इस नंबर पर आजमाने की खबरें चल रही हैं. इस पर कप्तान ने कहा,

“आने वाले दिनों में कुछ गंभीर बातें की जाएंगी कि कौन किस जगह पर खेल सकता है और इस तरह के बाकी मसलों पर भी बात होगी.”