दुनिया के हर बल्लेबाज के लिए इंग्लैंड जाकर उनके गेंदबाजों के सामने रन बना पाना आसान नहीं रहा है. इंग्लिश गेंदबाज अपने घर में और घातक हो जाते हैं यह बात किसी से छुपी नहीं है. भारत के अधिकत इन्फर्म बल्लेबाज इंग्लैंड जाकर फ्लाप हो जाते हैं ऐसा हमने पहले भी देखा है. हालांकि, ऐसे कई भारतीय बल्लेबाज़ रहे हैं जिन्होंने आसानी से इंग्लैंड की गेंदबाजी लाइन-अप का सामना किया है और बल्ले से खूब रन भी बटोरे हैं. आज हम कुछ ऐसे ही भारतीय बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं.
सौरव गांगुली
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान व प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से महशूर सौरव गांगुली ने इंग्लैंड में 15 पारियों में 65.35 की औसत से शानदार 915 रन बनाए हैं. गांगुली भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाजों में से एक रहे हैं. गांगुली ने 1996 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. गांगुली, जो अपने ऑफ-साइड वर्चस्व के लिए लोकप्रिय रूप से जाने जाते हैं. दादा लॉर्ड्स में अपनी पहले टेस्ट मैच में शतक बनाने शतक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं.
सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग के बाद गांगुली टेस्ट में भारत के लिए छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. अपने टेस्ट करियर में, गांगुली ने 42.12 के औसत से 7212 रन बनए जिनमें 16 शतक शामिल थे. उन्हें भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में हमेशा याद किया जाएगा.
दिलीप वेंगसरकर
क्रिकेट का मक्का कहा जाने वाला लॉर्ड्स मैदान तो वेंगसरकर का पसंदीदा था. यहां खेलना उन्हें इस कदर रास आता था कि उनके बल्ले से रन मानो अपने आप ही निकलने लगते थे. लार्ड्स में लगातार तीन शतक लगाने वाले वे पहले नॉन इंग्लिश बल्लेबाज हैं. 1970 के दशक में वेंगसरकर भारत के लिए नंबर तीन पर बल्लेबाजी किया करते थे. 70 और 80 के दशक में सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वास के साथ वेंगसरकर को भी भारतीय बल्लेबाजी का स्तंभ माना जाता था. इंग्लैंड के खिलाफ अपनी 23 पारियों में, वेंगसरकर ने 48.00 के औसत से 960 रन जोड़े, जिसमें चार शतक भी शामिल थे.
116 टेस्ट और 129 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व वेंगसरकर ने टेस्ट क्रिकेट में जहां 42.13 कके औसत 6868 रन बनाए जिसमें 17 शतक और 35 अर्धशतक शामिल रहे. वहीं वनडे क्रिकेट में भी एक शतक उनके नाम पर दर्ज है. वेंगसरकर ने 129 मैचों में 34.73 के औसत से 3508 रन बनाए.
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का बल्ला इंग्लैंड में भी खूब गरजा है. टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए तेंदुलकर ने ही सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ अपनी 30 पारियों में, तेंदुलकर ने 54.31 के औसत से 1575 रन बनाए जिसमें चार शतक भी शामिल हैं.
राहुल द्रविड़
विदेश में भारत की सफलता में द्रविड़ का सबसे महत्वपूर्ण हाथ रहा है. द वॉल के नाम से मशहूर द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ 23 पारियों में 68.80 के औसत से 1376 रन बनाए जिसमें छह शतक भी शामिल थे.