IND vs WI: कोरोना से लड़कर आए श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने भारत बनाम वेस्टइंडीज सीरीज में सिर्फ 1 मैच खेल कर ही अपनी योग्यता साबित कर दी है। इस सीरीज के आखिरी मैच में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को 96 रनों से हरा दिया है। भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक जीत है क्योंकि टीम इंडिया ने पहली बार वेस्टइंडीज को वाईट वॉश किया है। इस मैच में टीम इंडिया की जीत के हीरो श्रेयस अय्यर रहे हैं, जिन्हें शानदार बल्लेबाजी करते हुए 80 रन बनाए उनकी इस पारी के लिए श्रेयस अय्यर को ‘मैन ऑफ द मैच’ के अवॉर्ड से नवाजा गया है।
Shreyas Iyer बने टीम इंडिया के संकटमोचन
तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। लेकिन भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। सिर्फ 16 रनों पर भारत के 2 विकेट गिर गए थे। इसके बाद इस सीरीज में अपना पहला मैच खेल रहे श्रेयस अय्यर ने टीम की पारी को संभाला और ऋषभ पंत के साथ शतकीय साझेदारी लगा डाली। टीम इंडिया की तरफ से श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने सबसे ज्यादा 80 रन बनाए। दबाव में खेली गई इस पारी के लिए श्रेयस को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया है।
पिछले कुछ महीनों से जीवन कठिन रहा है – Shreyas Iyer
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) इस सीरीज के आगाज से पहले कोरोना की चपेट में आ गए थे। लिहाजा उन्हें पहले 2 मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला था। लेकिन आज के मैच में मौका मिलते ही श्रेयस अय्यर ने इस मौके को बिल्कुल नहीं छोड़ा। कोरोना से जूझ कर आए खिलाड़ी के लिए इतना अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं था। मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड मिल्ने पर भी श्रेयस ने इस बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि
“पिछले कुछ महीनों में मेरे लिए जीवन कठिन था। कोविड था, मैं किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए फ्लेक्सिबल हूं। लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए नंबर-4 मेरे लिए अनुकूल है। आज की तरह दबाव की स्थिति में मेरा खेल अच्छी तरह निखरता है। आज मुझे नई गेंद से खेलना था। इसके लिए आपके पास वास्तव में अच्छा कौशल होना चाहिए। एक लय होती है जिसे आपको अपनी पारी में सेट करना होता है। यह आसान नहीं है।”