राजस्थान रॉयल्स में रहते हुए शेन वार्न ने चमकाई थी इन 3 भारतीय युवाओं की किस्मत चमकाई
Published - 06 Mar 2022, 06:18 AM

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ऑस्ट्रेलियाई टीम स्पिनर गेंदबाज शेन वार्न (Shane Warne) महानतम क्रिकेटरों में से एक थे. उनके आकस्मिक निधन से पूरा क्रिकेट जगत सदमे में है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर शेन वार्न की सफलता किसी करिश्मे से कम नहीं है. उन्होंने मैदान पर बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किये, जो बारे में बहुत कुछ बताती है.
वार्न टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली सबसे महान टीमों में से एक थे। 1990 के दशक के अंत से 2007 की शुरुआत तक ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खेले. उन्होंने 145 मैचों में 25.42 के औसत से 708 टेस्ट विकेट लिए ये कोई मामूली उपलब्धि नहीं है. वहीं एकदिवसीय मैचों में, उन्होंने 25.74 के समान औसत से 293 विकेट चटकाए.
स्पिनर गेंदबाज शेन वार्न (Shane Warne) ने कई खिलाड़ियों के करियर सुधारने में अहम भूमिका निभाई. वार्न इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के साथ जुड़े थे. उन्होंने साल 2008 में टूर्नामेंट के पहले संस्करण में ट्रॉफी जीतने के लिए टीम का नेतृत्व किया. जिस दौरान उन्होंने कई युवा क्रिकेटरों के करियर को सवारनेमें मदद की. और उन पर सकारात्मक प्रभाव डाला. आइये उन 3 भारतीय क्रिकेटरों पर एक नजर डालते हैं, जिनके करियर ने राजस्थान रॉयल्स में वार्न के मार्गदर्शन में सकारात्मक मोड़ लिया.
रवींद्र जडेजा
भारतीय टीम के शानदार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) आज दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार होते हैं उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ हाल में अपने टेस्ट करियर की 175 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. इस खिलाड़ी ने आईपीएल के पहले सीजन में शेन वार्न (Shane Warne) के साथ समय गुजारा.
शेन वार्न ने रवींद्र जडेजा को 'रॉकस्टार' उपनाम दिया गया था. जडेजा केवल 20 वर्ष के थे जब आईपीएल का पहला संस्करण हुआ था. हालाँकि उन्हें लीग के उक्त संस्करण में ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन इस युवा खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज के नेतृत्व से काफी फायदा हुआ.
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) एक साल बाद भारत के लिए अपना T20I और ODI डेब्यू किया और तब से मैच विजेता साबित हुए हैं. जडेजा वर्तमान में तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम के लिए एक शानदार ऑलराउंडर हैं. टेस्ट क्रिकेट में बल्ले से उनका औसत 35.34 और वनडे में 32.58 का है. उनके नाम 232 टेस्ट विकेट और 188 एकदिवसीय विकेट भी हैं.
मुनाफ पटेल
भारतीय टीम का कभी अहम हिस्सा रहे मुनाफ पटेल (Munaf Patel) ने अपनी गेंदबाजी जलवा दिखाया. मुनाफ पटेल की खास बात ये थी कि बॉलिंग करते समय लाइन लेंथ सटीक रखते थे. जिसकी वजह से इनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा से की जाने लगी थी. लेकिन मुनाफ पटेल ने आईपीएल के उद्घाटन संस्करण से पहले मुट्ठीभर एकदिवसीय मैच खेले.
पटेल भारतीय टीम में अपने आप को स्थापित करने में कामयाब नहीं रहे. आईपीएल के पहले संस्करण में मुनाफ ने शेन वार्न (Shane Warne) के नेतृत्व में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) का प्रतिनिधित्व किया.
इसके बाद, मुनाफ पटेल का करियर ग्राफ अच्छे के लिए बदल गया. मुनाफ 2009-11 में भारतीय एकदिवसीय सेट-अप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे. उन्होंने 2011 के आईसीसी विश्व कप में 32.09 की औसत से 11 विकेट लिए थे. उस टूर्नामेंट खेलने के बाद आज टीम इंडिया के लिए गुमनाम नायकों में से हैं.
यूसुफ पठान
इरफान पठान के बड़े भाई यूसुफ पठान (Yusuf Pathan) ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के दम पर फैंस के दिल में एक अलग ही मुकाम हासिल किया. जिन्हें ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है. राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के माध्यम से यूसुफ पठान शेन वार्न(Shane Warne) से काफी प्रभावित हुए यूसुफ पठान ने 2008 में आईपीएल के उद्घाटन संस्करण में सफलता का स्वाद चखा और उस सीजन में बल्ले से शानदार बल्लेबाजी देखने को मिली.
यूसुफ पठान ने टीम इंडिया के लिए 57 वनडे और 22 T20I खेले. वह 2011 आईसीसी विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे. ऑलराउंडर ने अपने करियर के दौरान 154 आईपीएल मैच खेले, जिस दौरान उनका औसत 142.97 की असाधारण स्ट्राइक रेट रहा. वही उनके बॉलिग की बात करें तों उन्होंने लीग में 42 विकेट भी अपने नाम किये.
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