आयरलैंड से दो T-20 मुकाबलो के बाद भारतीय टीम इस जुलाई इंगलैंड से भिड़ने को तैयार है। प्रैक्टिस में पसीना बहा इस बार पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे “मैन इन ब्लू”। इंगलैंड के मैदानों पर खांसकर एकदिवसीय मैचों में भारतीय टीम का रिकॉर्ड काफी उम्दा रहा है।
लेकिन टेस्ट श्रृंखलाओं में यह रिकॉर्ड काफी शर्मनाक है।
कुल 10 में से 7 टेस्ट मुकाबलों में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। यह रिकॉर्ड इस बार भारतीय टीम विराट की कप्तानी में जरूर सुधारना चाहेंगी। पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम के खेल में काफी सुधार हुआ है।
विराट का बल्ला भी शांत रहा है
हालांकि पिछले दौरे में विराट का बल्ला काफी शांत रहा था। 13.40 की औसत से वो दस इनिंग्स में कुल 134 रन ही बना पाए थे। उस दौरे पर हर बार विराट ऑफ स्टंप से बाहर की गेंदों को छेड़ स्लीप फील्डर्स को कैच प्रैक्टिस कराते दिखे। लेकिन इस बार विराट अपनी गलतियों को सुधारते दिखे। वो पिछले दौरे की गलतियां दुबारा नहीँ दोहराना चाहते।
उम्मीद तो ये लगाई जा रही थी कि भारतीय कप्तान इस बार काउंटी चैंपियनशिप में अपना हुनर बिखरते दिखेंगे। ऐसा वो इंगलैंड में टेस्ट दौरे के लिए खुद को तैयार करने के लिए करने वाले थे। लेकिन गर्दन में चोट की वजह से वो ऐसा न कर पाए। लेकिन जल्द ही विराट इस चोट से उभर गए और आयरलैंड के खिलाफ उन्होंने दो T-20 मुकाबले भी खेले।
शुरुवात अच्छी करना चाहेंगे विराट
इस दौरे की शुरुवात कोहली कुछ बड़े स्कोर बोर्ड पर लगा करना चाहेंगे। इसे पहले साउथ अफ्रीका दौरे पर एकदिवसीय मैचों में उनके बल्ले से रनों की बरसात हुई थी। यहाँ तक कि उन्होंने टेस्ट का अपना सबसे सर्वश्रेष्ट स्कोर भी बोर्ड पर लगाया था।
सचिन ने बोला रनों की बरसात करेंगे विराट

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सोनी सिक्स से कहा है कि इस बार विराट कोहली का बल्ला इंगलैंड में जरूर बोलेगा। उनका कहना है कि “एक अच्छा खिलाड़ी बस मैदान पर जा एक अच्छा स्कोर बनाने की चाह रखता है , चाहे वो विश्व के किसी भी कोने में क्यों न खेले। आखिरी दौरा उनके लिए कुछ खांस नहीँ रहा था, तो इस बार उनकी रनों की भूख जरूर ज्यादा होगी। एक कप्तान के तौर पर मैदान में जा एक अच्छा स्कोर बनाना उनके ज़ेहन में होगा और वो यह करने के लिए बेताब हो रहे होंगे। वो एक ऐसे खिलाड़ी है जो खुद में विश्वास रखते है। इस बार वो कोई कसर नहीँ छोड़ना चाहते होंगे।”